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जैसे कि, एक आंकड़ा 'का इस महीने $100.00 (-$52.00)' का मतलब है कि खाते को लाभ हुआ है $100 का, जो $52 कम है फोरेक्स ट्रेडिंग के फायदे और नुकशान पिछले महीने से.'> | लाभ (अंतर) | लाभ (अंतर) | पीप्स (अंतर) | जीत प्रतिशत(अंतर) | ट्रेडों (अंतर) | बहुत सारे (अंतर) |
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इस सप्ताह | +0.00% ( - ) | $0.00 ( - ) | +0.0 ( - ) | 0% ( - ) | 0 ( - ) | 0.00 ( - ) |
इस महीने | +0.फोरेक्स ट्रेडिंग के फायदे और नुकशान 00% ( - ) | $0.00 ( - ) | +0.0 ( - ) | 0% ( - ) | 0 ( - ) | 0.00 ( - ) |
इस साल | +0.00% ( - ) | $0.00 ( - ) | +0.0 ( - ) | 0% ( - ) | 0 ( - ) | 0.00 ( - ) |
- बढ़ोतरी
- पीप्स
- लाभ
- बहुत सारे
- विजेताएं बनाम हरनेवाले
- लंबे बनाम छोटे
- लंबे लाभ बनाम छोटे लाभ
- विजेताओं के लाभ बनाम हारनेवालों के नुकसान
- MAE Vs. ट्रेड के परिणाम
- MFE Vs. ट्रेड के परिणाम
- MAE बनाम MFE - विजेताऐं बनाम हारनेवालें
- ट्रेड की क्रिया
- खुली हुई ट्रेड (0)
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- लाभ
- बहुत सारे
- पीप्स
उच्च जोखिम चेतावनी: फॉरन एक्सचेंज ट्रेडिंग में उच्च स्तर का खतरा होता है जो हर निवेशकों के लिए सही नहीं हो सकता. लीवरेज अधिकतम खातर और हानि के अनावरण को उत्पन्न करता है. इससे पहले कि आप निर्णय लें फॉरन एक्सचेंज में ट्रेड करने का, ध्यान अपने निवेश के उद्देश्यों, अनुभव स्तर, और खतरा उठाने की सहिष्णुता पर विचार करें. आप कुछ या अपनी प्रारंभिक निवेश को खो सकते हैं. बिल्कुल भी उस पैसे को निवेश ना करें जो आप खोने को बर्दाश्त नहीं कर सकते. अपने आप को शिक्षित करें उन खतरों से जो फॉरन एक्सचेंज ट्रेडिंग से संबंधित हैं, और सलाह लें किसी स्वतंत्र आर्थिक या कर सलाहकार से अगर आपके पास कोई भी प्रश्न हैं तो. कोई भी डाटा या जानकारों जो दी जाती है वे केवल सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए है, और यब ट्रेडिंग आशय या सलाह पर नियत नहीं है. पिछले निष्पादन भविष्य के परिणामों के लिए परियाचक नहीं हैं.
कॉपी ट्रेडिंग के फायदे और नुकसान
कॉपी ट्रेडिंग (CT) एक दृष्टिकोण है जो 2005 में उत्पन्न हुआ था जब व्यापारियों ने स्वचालित सौदों के लिए डिज़ाइन किए गए कुछ एल्गोरिदम की प्रतिलिपि बनाना शुरू किया था। दृष्टिकोण गति प्राप्त करना जारी रखता है; इस बीच, विशेषज्ञ इस पद्धति के पेशेवरों और विपक्षों दोनों में अंतर करते हैं।
कॉपी ट्रेडिंग क्या है?
विधि का नाम इसके सिद्धांतों की व्याख्या करता है; यही कारण है कि नवागंतुक आसानी से समझ जाते हैं कि कॉपी ट्रेडिंग अन्य व्यापारियों के सौदों की नकल पर आधारित है। इस दृष्टिकोण की सावधानियां क्या हैं? फ़ोरेक्ष बाजार अभी भी निवेश करने के लिए सबसे आशाजनक साधनों में से एक है। यह कहा गया है कि शुरुआती खिलाड़ी मुनाफे की तलाश में इस उद्योग में शामिल होते हैं।
फ़ोरेक्ष आँकड़े निम्नलिखित तथ्य दिखाते हैं:
30% से अधिक नए व्यापारी (1 वर्ष से कम का अनुभव) वित्तीय बाजारों को बहुत जटिल समझते हैं। कॉपी ट्रेडिंग उन व्यापारियों के लिए एकमात्र प्रभावी तरीका है।
CT पद्धति ने 2020 में $50 बिलियन से अधिक का लाभ कमाया, और यह संख्या 2025 तक $80 बिलियन तक बढ़ने की उम्मीद है।
कॉपी ट्रेडिंग का क्या मतलब है?
दृष्टिकोण में निम्नलिखित चरण शामिल हैं:
एक पेशेवर व्यापारी खोजें जो पूरी तरह से आपके लक्ष्यों से मेल खाता हो, और उसके लिए सदस्यता लें। निम्नलिखित पहलुओं को ध्यान में रखें: ग्राहकों की संख्या, व्यापारिक आंकड़े, लाभ, जोखिम स्तर, प्रारंभिक निवेश पर वापसी, और अन्य कारक।
अपने निवेश बजट को परिभाषित करें। याद रखें कि आपके निवेश को आपके दैनिक जीवन के लिए बाधा उत्पन्न नहीं करनी चाहिए। तय करें कि कौन सी राशि निवेश करने के लिए पर्याप्त है। कॉपी ट्रेडिंग - कैसे शुरू करें? यह सभी नवागंतुकों का प्रश्न है, और विशेषज्ञ कई सफल व्यापारियों का अनुसरण करने की सलाह देते हैं। अपने निवेश बजट को 2-3 व्यापारियों के बीच साझा करें।
बेहतर सीटी तंत्र चुनें। कुछ व्यापारी सिग्नल प्राप्त करते हुए मैन्युअल रूप से सौदे खोलते और बंद करते हैं। अन्य निवेशक प्रक्रिया को स्वचालित करना पसंद करते हैं। सेमी-ऑटोमेटेड मोड भी उपलब्ध है।
जब परिणाम आपकी अपेक्षाओं के अनुरूप हों तो अधिक फंड निवेश करें। नुकसान के मामले में, अनुसरण करने के लिए अन्य व्यापारियों को चुनें।
कॉपी ट्रेडिंग के शीर्ष -5 लाभ
यह दृष्टिकोण नए बाजार के खिलाड़ियों के लिए मददगार है। जब आपने अभी बाजार में प्रवेश किया है और आपके पास कोई अनुभव नहीं है, तो अन्य व्यापारियों के सौदों की नकल करना यह समझने का एक सही तरीका है कि बाजार कैसे काम करता है।
जब कोई ट्रेडर FX मार्केट मैकेनिज्म को नहीं समझ सकता है और नुकसान झेलता है, तो कॉपी ट्रेडिंग इस इंस्ट्रूमेंट से मुनाफा पाने का तरीका है।
CT सौदों की स्वचालित प्रक्रिया निवेशकों के समय को मुक्त करती है, क्योंकि विशेष सॉफ्टवेयर द्वारा ऑर्डर दिए जाते हैं। इसने कहा कि दृष्टिकोण एक निष्क्रिय निवेश विकल्प के रूप में कार्य करता है।
उन्नत जोखिम प्रबंधन होता है, क्योंकि निवेशक एक पेशेवर व्यापारी के आँकड़ों, रणनीतियों और अन्य पहलुओं का विश्लेषण करते हैं, यह समझने के लिए कि क्या वे एक व्यापारी पर अपने पैसे पर भरोसा करने के लिए तैयार हैं या नहीं।
अपने नुकसान पर नियंत्रण रखें। जब परिणाम आपकी अपेक्षाओं के अनुरूप नहीं होते हैं, तो आपका ध्यान अन्य व्यापारियों पर स्थानांतरित करना आसान होता है।
इस विधि के मुख्य विपक्ष
जब उपयोगकर्ता कॉपी ट्रेडिंग करने के तरीके में गहराई से उतरते हैं, तो फायदे काफी उज्ज्वल और आकर्षक होते हैं। इस बीच, यह न भूलें कि नुकसान भी मौजूद हैं:
पेशेवर व्यापारियों को भी दुर्भाग्य का सामना करना पड़ता है; यही कारण है कि आपकी जमा राशि के पिघलने का जोखिम मौजूद है।
मैनुअल CT के बारे में बात करते समय, व्यापारियों को एक प्लेटफॉर्म पर 24/7 पहुंच की आवश्यकता होती है। यदि आप स्वचालित तंत्र पसंद करते हैं, तो सॉफ़्टवेयर हमेशा ऑनलाइन होना चाहिए।
सफल व्यापारियों का विशाल बहुमत सफल सौदों से शुल्क की मांग करता है; यही कारण है कि दृष्टिकोण में कुछ खर्च शामिल हैं।
इसलिए, यह समझने के लिए कॉपी ट्रेडिंग के फायदे और नुकसान का विश्लेषण करें कि क्या यह तरीका आपके विचारों और अपेक्षाओं के अनुरूप है।
RBI Alert List : इन ऐप्स और वेबसाइट्स से सावधान ! इन पर किया फॉरेन करेंसी ट्रांजैक्शन तो हो सकती है कानूनी कार्रवाई
RBI ने 34 ऐसी एंटिटीज़ की लिस्ट जारी की है, जिन्हें विदेशी मुद्रा में लेनदेन करने या फॉरेक्स ट्रांजैक्शन्स के लिए इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म (ETP) ऑपरेट करने की कोई इजाजत नहीं दी गई है. लिहाजा उनके जरिए लेनदेन करना गैरकानूनी है.
RBI की अलर्ट लिस्ट में शामिल 34 एंटिटीज़ को विदेशी मुद्रा में लेनदेन करने या ETP ऑपरेट करने की इजाजत नहीं दी गई है.
RBI Alert List of entities not authorised to deal in forex: अगर आप किसी ऐसी वेबसाइट के जरिए फॉरेन एक्सचेंज से जुड़ा लेनदेन करते हैं या करने की सोच रहे हैं, जिसके कानूनी तौर पर वैध होने के बारे में आपको पक्के तौर पर कुछ पता नहीं है, तो सावधान हो जाइए. रिजर्व बैंक ने ऐसी 34 एंटिटीज़ और उनकी वेबसाइट्स की अलर्ट लिस्ट जारी की है, जिनके जरिए विदेशी मुद्रा से जुड़ा कोई भी लेनदेन करने पर आपके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा सकती है.
रिजर्व बैंक की तरफ से जारी इन अनधिकृत एंटिटीज़ की लिस्ट में ओलिंप ट्रेड(Olymp Trade), अल्पारी (Alpari), एनीएफएक्स (AnyFX), बिनोमो (Binomo), फॉरेक्स.कॉम (Forex.com), एफबीएस (FBS), फॉरेक्स4मनी (Forex4money), हॉट फॉरेक्स (HotForex), आईफॉरेक्स (iFOREX) और एक्सटीबी (XTB) जैसी 34 वेबसाइट्स शामिल हैं. इन सभी वेबसाइट्स की पूरी लिस्ट आप रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की वेबसाइट पर यहां जाकर देख सकते हैं: https://rbi.org.in/scripts/bs_viewcontent.aspx?Id=4183
रिजर्व बैंक की चेतावनी
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की तरफ से बुधवार को जारी एक बयान में बताया गया है कि अलर्ट लिस्ट में शामिल इन 34 एंटिटीज़ या वेबसाइट्स को विदेशी मुद्रा में लेनदेन करने या फॉरेक्स ट्रांजैक्शन्स के लिए इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म (ETP) ऑपरेट करने की कोई इजाजत नहीं दी गई है. लिहाजा इनका इस तरह की गतिविधियां संचालित करना पूरी तरह से गैरकानूनी हैं. रिजर्व बैंक ने यह चेतावनी भी दी है कि इन वेबसाइट्स के जरिए किसी भी तरह का विदेशी मुद्रा से जुड़ा लेनदेन करना न सिर्फ जोखिम भरा है, बल्कि ऐसा करने वाले के खिलाफ 1999 के विदेशी मुद्रा प्रबंधन कानून (FEMA) के तहत कानूनी कार्रवाई भी की जा सकती है.
Mcap of Top 10 Firms: टॉप 10 में से 8 कंपनियों का मार्केट कैप 1.15 लाख करोड़ बढ़ा, RIL को सबसे ज्यादा मुनाफा
रिजर्व बैंक की वेबसाइट पर देखें अलर्ट लिस्ट
रिजर्व बैंक ने इससे पहले 3 फरवरी 2022 को भी अपनी तरफ से बयान जारी करके आम लोगों को हिदायत दी थी कि वे किसी भी अनधिकृत ETP विदेशी मुद्रा के जरिए किसी तरह का लेनदेन न करें. साथ ही लोगों को किसी भी तरह के अनधिकृत फॉरेक्स ट्रांजैक्शन से दूर रहने की चेतावनी भी दी गई थी. लेकिन यह स्पष्टीकरण जारी करने के बावजूद रिजर्व बैंक के पास अब भी ऐसे रेफरेंस आते रहते हैं, जिनमें किसी ETP की कानूनी स्थिति के बारे में जानकारी मांगी जाती है. इसी बात को ध्यान में रखते हुए अब RBI ने अपनी वेबसाइट पर अनधिकृत एंटिटीज़ और वेबसाइट्स की अलर्ट लिस्ट डालने का फैसला किया है. हालांकि इसके साथ ही रिजर्व बैंक ने यह भी साफ किया है कि अगर कोई एंटिटी या वेबसाइट इस अलर्ट लिस्ट में शामिल नहीं है, तो इसका ये मतलब नहीं कि वो अधिकृत है. इस लिस्ट में सिर्फ उन्हीं एंटिटीज़ के नाम शामिल हैं, जिनके बारे में रिजर्व बैंक को यह बयान जारी करते समय मालूम था.
क्या होती है अल्गो ट्रेडिंग ? कैसे काम करती है ? जाने इसके फायदे और नुकसान पूरी जानकारी हिंदी मे
अल्गो ट्रेडिंग एक ट्रेडिंग प्रकार है जिससे शेयर बाजार मे ट्रेडिंग की जाती है। हलाकि साधारण ट्रेडिंग के मुकाबले इस ट्रेडिंग प्रकार मे काफी अंतर है अल्गो ट्रेडिंग कंप्यूटर प्रोग्राम के जरिये की जाती है की बाजार के हालत के अनुसार खदु निर्णय लेता है और ट्रेडिंग करता है। अल्गो ट्रेडिंग मे कंप्यूटर प्रोग्राम को जरुरी मार्किट डाटा अपलोड किया जाता है और उसके बाद उस डाटा के आधार पर कंप्यूटर प्रोग्राम ट्रेडिंग के लिए शेयर चुनता है और बेचने की सलाह भी देता है। इस तरह के ट्रेडिंग मे लोस्स होने की सम्भवना काफी कम हो जाती है हलाकि भारत मे यह विकल्प इतना ज्यादा लोकप्रिय नहीं है। सिर्फ बड़े पैमाने पर ट्रेड करने वाले निवेशक ट्रेडर ही इस तरह के तकनीक का इस्तेमाल करते है।
क्या है अल्गो ट्रेडिंग :(What Is Algo Trading )
- अल्गो ट्रेडिंग मतलब अल्गोरिथम तकनीक से की गयी ट्रेडिंग है।
- इसमे एक कंप्यूटर प्रोग्राम बनाया जाता है जिसमे शेयर बाजार का तकनिकी डाटा और विश्लेषण को फिट किया जाता है।
- डाटा फिक्स करने के बाद कंप्यूटर प्रोग्राम मार्किट के रुख के अनुसार शेयर के तकनिकी तौर पर विश्लेषण करता है और संभावित प्रॉफिट या लोस्स की जानकारी इसके लिए जटिल कैलकुलेशन किये जाते है जो की साधारण आदमी के लिए करना काफी मुशिक और समय लेने वाला होता है।
- अल्गो ट्रेडिंग मे कोड के जरिये कुछ नियम सेट किये जाते है जिसके आधार पर तुरंत निर्णय लेना आसान हो जाता है।
भारत मे अलगो ट्रेडिंग सेवा देने वाे स्टॉक ब्रोकर :(Top Algo Trading Platform Providers in India)
- 5 पैसा स्टॉक ब्रोकर
- निर्मल बंग सिक्योरिटीज
- रिलायंस सिक्योरिटीज
- अरिहंत कैपिटल ब्रोकर
- मास्टर ट्रस्ट सिक्योरिटीज
- SMC ग्लोबल
- फॉक्स ट्रेडर
- ज़ेरोढा ट्रेडिंग प्लेटफार्म
अल्गो ट्रेडिंग की विशेष बातें :)Features Of Algo Trading)
- अल्गो ट्रेडिंग की मदत से आप अलग अलग तरह के शेयर मार्किट रणनीति को बना सकते है जिससे आप इक्विटी ,फोरेक्स ,कमोडिटी जैसे सेगमेंट मे इस्तेमाल कर सकते है।
- अल्गो ट्रेडिंग तकनीक मे कंप्यूटर प्रोग्राम खुद ही आपके निवेश के बारे मे निर्णय लेता है इस तरीके से प्रेशर मे निर्णय से गलती होने की गुंजाईश नहीं होती है।
- अल्गो ट्रेडिंग के कंप्यूटर इंटरफ़ेस को आप आपके जरुरत के अनुसार ढाल सकते है जिसमे बाजार का विश्लेषण ,और रिपोर्ट जांचना आसान हो जाता है।
- एक ही कंप्यूटर प्रोग्राम के जरिये आप अलग अलग इंस्ट्रूमेंट्स इंडिकेट को देख सकते है और रणनीति बना सकते है।
- अल्गो ट्रेडिंग सुविधा लेने के लिए आपको सिर्फ ट्रेडिंग सॉफ्टवेयर की मदत लेनी पड़ती है भारत मे बड़े बड़े ब्रोकर अल्गो ट्रेडिंग की सुविधा जरुरत के अनुसार देते है। फोरेक्स ट्रेडिंग के फायदे और नुकशान
- अल्गो ट्रेडिंग किसी भी आदमी के भाव के आगे जाकर निर्णय लेती है इससे सक्षम निर्णय लेने मे मदत होती है।
- अल्गो ट्रेडिंग पूरी तरह से ऑटोमेटेड होने के कारन ट्रेडिंग करने के मौका चुकने का सवाल ही नहीं होता है।
- इस तकनीक के सहायता से आप एक ही समय मे अलग अलग सेगमेंट और अलग अलग पोजीशन के ट्रेड को आसानी से हैंडल कर सकते है।
क्या आपको अल्गो ट्रेडिंग करनी चाहिए :(You Should Start Algo Trading Or Not)
- अल्गो ट्रेडिंग अगले समय मे ट्रेडिंग का भविष्य कहा जाता है बदलते समय के साथ इस तकनीक और अच्छा बनाया जा सकेगा।
- आपके पास अल्गो ट्रेडिंग करने के लिए निवेश के हिसाब से ज्यादा पैसे होना जरुरी है जो आप निवेश कर सकते है।
- लेकिन फिलहाल इस समय इस तरह के ट्रेडिंग तकनीक मे कुछ खामी रह जाती है या फिर कैलकुलेशन गलती हो जाती है तो इससे बड़ा नुकसान भी हो सकता है।
- अगर आप शेयर बाजार मे नए है तो इस तकनीक के जरिये ट्रेड करना गलत साबित होगा क्यों की इस तरह की ट्रेडिंग तकनीक काफी मुशिकल होती है इसमे अलग अलग रणनीति अपनानी पड़ती है।
- अल्गो ट्रेडिंग पूरी तरह ऑटोमेटेड जरूर है लेकिन इसे आपको रोजाना ध्यान रखना जरुरी है जिससे तकनिकी खामी का पता चल सके।
- अल्गो ट्रेडिंग आने वाले समय के बाजार का भविष्य कहा गया है मतलब इसे आगे चलकर सीखना जरुरी हो सकता है इसके लिए आप ट्रेनिंग और उस विषय के बुक्स पढ़कर तकनकी ज्ञान हासिल कर सकते है।
- और कुछ अनुभव के साथ आप अल्गो ट्रेडिंग शुरू कर सकते है।
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ट्रेडिंग कितने प्रकार की होती है
ट्रेडिंग कितने प्रकार के होते है आपके मन मे भी ये सवाल जरूर आया होगा की आखिर स्टॉक मार्केट में कितने प्रकार की ट्रेडिंग होती है. मै आपको बता दू स्टॉक मार्केट में चार प्रकार की ट्रेडिंग होती है intraday trading. Swing trading. Short term trading. Long term trading. ये चार प्रकार की ट्रेडिंग कैसे की जाती है ये हम आज आपको बतायेंगे तो चलीये जानते है.शेअर मार्केट मे ट्रेडिंग कैसे होती है. और कितने प्रकार की होती है.
Intraday trading – इंट्राडे ट्रेडिंग
जब मार्केट 9 बजकर 15 मिनिट में शुरू होता है. और 3 बजकर 30 मिनिट मे बंद होता है. उस टाइम के अंदर आप जो कोई भी शेअर्स खरीद लेते है. या बेज देते है उसे इंट्राडे ट्रेडिंग कहा जाता है. यांनी की आपको इसी टाइम के अंदर शेअर्स खरीद लेना है और बेच देना है. अब हम जानते है इंट्राडे ट्रेडिंग के फायदे और नुकसान
इंट्राडे ट्रेडिंग के फायदे
इंट्राडे ट्रेडिंग मे आपको शेअर बाजार के उतार-चढाव के बारे मे पता होना बेहात जरुरी है. इंट्राडे ट्रेडिंग से अगर अच्छे स्टॉक का शेअर्स आप खरीद लेते है तो आप 8000 रुपये per day से भी ज्यादा कमा सकते हो
इंट्राडे ट्रेडिंग के नुकसान
इंट्राडे ट्रेडिंग मे जितना फायदा होता है उतना ही रिक्स और loss होता है,इस ट्रेडिंग मे आपको कोई ये नही बताएगा आखिर इंट्राडे मे ट्रेडिंग कैसे करे अगर आपके पास knowledge नही है और आप नये हो तो मेरी ये राय रहेगी आपके लिए ये ट्रेडिंग नही है. क्युकी नये लोग सबसे पहले यही ट्रेडिंग करना शुरू करते है और बाद में उनको असफलता मिलती है अब हम जानते है स्विंग ट्रेडिंग
Swing trading स्विंग ट्रेडिंग
इस ट्रेडिंग मे कोई भी स्टॉक खरीदकर कुछ दिनो मे या कुछ हप्तो के अंदर बेच सकते हो इसे स्विंग ट्रेडिंग कहा जाता है .इसे ट्रेडिंग किंग भी कहा जाता है. ये ट्रेडिंग इंट्राडे की तरह नही है लेकिन इसमे आप अपना टारगेट प्राईस लगाकर loss और profit को आसानी से झेल सकते हो
स्विंग ट्रेडिंग के फायदे
अगर आप नये हो तो सुरुवात मे आपको यही ट्रेडिंग करनी चाहिए तभी आप अच्छा स्टॉक select कर पाओगे और शेअर मार्केट के उतार और चढाव के बारे मे आसानी से और बारीकीसे जान पाओगे
स्विंग ट्रेडिंग के नुकसान
स्विंग ट्रेडिंग मे अगर आप अच्छे स्टॉक को नही चुन, पाओगे तो आपको लॉस ही होगा क्यूकी इस ट्रेडिंग मे अच्छे स्टॉक को चूनना बेहद जरूरी है ताकी आप ज्यादा दिन तक अच्छे से स्टॉक मे invest कर सके
Short term trading शॉर्ट ट्रम ट्रेडिंग
जब कोई ट्रेडिंग कुछ हप्तो से लेकर कूछ फोरेक्स ट्रेडिंग के फायदे और नुकशान महिनो मे complete होता है.उसे शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग कहा जाता है शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग मे एक active trade investment हे आपको इसमे अपने स्टॉक पर नजर रखनी पडती है तभी आप अपने स्टॉक को minimise कर सकते है
शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग के फायदे
वैसे तो इस ट्रेडिंग मे आप अगर पुरी research के साथ stock स्सिलेक्ट करोगे तो आप अपने लॉस ओर प्रॉफिट को मिनिमाईज कर पावोगे
शॉर्ट ट्रेडिंग के नुकसान
अगर आप किसीके कहने पर या YouTube पर video देखकर किसी स्टॉक को खरीद लेते हो तो आपको पक्का लॉस ही होगा क्युकी आप जिस किसी भी स्टॉक को सिलेक्ट करते हो ऊस कंपनी के fundamentals के बारे मे हि आपको पता नही होता तभी आप लॉस मे जाते हो
Long term trading लॉंग टर्म ट्रेडिंग
अब आप इसके नाम से ही जान गये होंग आखिर लॉंग टर्म ट्रेडिंग क्या है. इस ट्रेडिंग में आप जो कोई स्टॉक एक साल या उससे ज्यादा के लिये खरीद लेते हो उसे लॉंग टर्म ट्रेडिंग कहा जाता है
लॉंग टर्म ट्रेडिंग के नुकसान और फायदे
इसमे अगर आप कोई अच्छा स्टॉक सिलेक्ट नही कर पाओगे तो आपको नुकसान होगा .और रिसर्च करके अगर सिलेक्ट करोगे तो आपको बहुत ज्यादा प्रॉफिट भी हो सकता है
दोस्तो आशा करता हु आपको यह आर्टिकल देहत पसंद आया होगा अगर आपका कोई सवाल है तो आप हमे नीचे comment मे जरूर बताये और इस आर्टिकल को ज्यादा से ज्यादा शेयर करे
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ट्रेडिंग कितने प्रकार कि होती है
ट्रेडिंग चार प्रकार की होती है
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2, Swing trading
3, Short term trading
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