सामंतवाद, जिसे सामंती व्यवस्था के रूप में भी जाना जाता है, कानूनी, आर्थिक, सैन्य, सांस्कृतिक और राजनीतिक रीति-रिवाजों का संयोजन था जो 9वीं और 15वीं शताब्दी के बीच मध्यकालीन यूरोप में फला-फूला। व्यापक रूप से परिभाषित, यह रिश्तों के इर्द-गिर्द समाज को संरचित करने का एक तरीका था जो सेवा या श्रम के बदले में भूमि पर कब्जा करने से उत्पन्न हुआ था। यद्यपि यह लैटिन शब्द Feodum या feudum (fief) से लिया गया है, जिसका उपयोग मध्यकालीन काल के दौरान किया गया था, सामंतवाद शब्द और जिस प्रणाली का वर्णन करता है, उस दौरान रहने वाले लोगों द्वारा एक औपचारिक राजनीतिक प्रणाली के रूप में कल्पना नहीं की गई थी। मध्य युग। फ़्राँस्वा लुइस गंशोफ़ (1944) द्वारा क्लासिक परिभाषा, पारस्परिक कानूनी प्रवृत्ति के प्रकार और सैन्य दायित्वों के एक सेट का वर्णन करती प्रवृत्ति के प्रकार है जो योद्धा बड़प्पन के बीच मौजूद थी और प्रवृत्ति के प्रकार प्रभुओं, जागीरदारों और जागीरदारों की तीन प्रमुख अवधारणाओं के इर्द-गिर्द घूमती थी।
किस प्रकार के भार (लोड) की प्रवृत्ति, अग्रगामी शक्ति गुणक का उत्पादन है?
The Uttar Pradesh Power Corporation Limited (UPPCL) has released the notification for UPPCL Technician 2022 recruitment. A total प्रवृत्ति के प्रकार of 891 vacancies have प्रवृत्ति के प्रकार been announced. The exam will be conducted in two stages. In the first stage, the written test will be conducted and in the second stage, there is a skill test. The combined marks of both stages will be taken into consideration in preparing the प्रवृत्ति के प्रकार final merit list. The candidates should check out the list of UPPCL Technician standard books for their exam preparation.
Stay updated with the Electrician and Wireman questions & answers with Testbook. Know more about Electrical Networks and ace the concept of Alternating Current.
शोध : प्रविधि और प्रक्रिया/शोध क्या है?
व्यापक अर्थ में शोध या अनुसन्धान (Research) किसी भी क्षेत्र में 'ज्ञान प्रवृत्ति के प्रकार की खोज करना' या 'प्रवृत्ति के प्रकार विधिवत गवेषणा' करना होता है। वैज्ञानिक अनुसन्धान में वैज्ञानिक विधि का सहारा लेते हुए जिज्ञासा का समाधान करने की कोशिश की जाती प्रवृत्ति के प्रकार है। नवीन वस्तुओं की खोज और पुरानी वस्तुओं एवं सिद्धान्तों का पुनः परीक्षण करना, जिससे कि नए तथ्य प्राप्त हो सकें, प्रवृत्ति के प्रकार उसे शोध कहते हैं। शोध के अंतर्गत बोधपूर्वक प्रयत्न से तथ्यों का संकलन कर सूक्ष्मग्राही एवं विवेचक बुद्धि से उसका अवलोकन-विश्लेषण करके नए तथ्यों या सिद्धांतों का उद्घाटन किया जाता है। शोध का परिचय देते हुए डॉ. नगेन्द्र लिखते हैं कि-"अनुसंधान का अर्थ है परिपृच्छा, परीक्षण, समीक्षण आदि। संधान का अर्थ है दिशा विशेष में प्रवृत्त प्रवृत्ति के प्रकार करना या होना और अनु का अर्थ है पीछे, इस प्रकार अनुसंधान का अर्थ हुआ—किसी लक्ष्य को प्रवृत्ति के प्रकार सामने रखकर दिशा विशेष में बढ़ना—पश्चाद्गमन अर्थात् किसी तथ्य की प्राप्ति के लिए परिपृच्छा, परीक्षण आदि करना।" [१]
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 407