SWOT Analysis of Smart City Varanasi

Varanasi, or Benaras, (also known as Kashi) is one of the oldest living cities in the world. Varanasi`s Prominence in Hindu mythology is virtually unrevealed. Varanasi Nagar Nigam .

Varanasi, or Benaras, (also known as Kashi) is one of the oldest living cities in the world. Varanasi`s Prominence in Hindu mythology is virtually unrevealed. Varanasi Nagar Nigam is now participating in the second round of Smart City Challenge to enhance its Smart City Proposal prepared in Round 1. This exercise is being carried out under the Government of India’s flagship program for developing Smart Cities in India. Varanasi, also known for as the city of light, its culture and heritage, is now the most potential city in the state of Uttar Pradesh for being selected in the next round. As per the Guidelines of Ministry of Urban Development, Government of India, the preparation of Smart City Proposal is citizen centric and the successful implementation for any city would depend upon the responses/ suggestions given by its citizens.

Expectations from Citizen: Varanasi Nagar Nigam has detailed out the Strength, Weakness, Opportunities and Threats of the city based on the Focus Group Discussions. Varanasi Nagar Nigam would request all the citizens to support Varanasi by giving their valuable suggestions/ feedback in strengthening the Smart City proposal for round 2.

Delhi Capitals video analysis: क्या पिछले सीजन से कमजोर हो गई ऋषभ पंत की टीम

दिल्ली कैपिटल्स (Delhi Capitals) की टीम ने बीते तीन सीजन स्वोट विश्लेषण की सुरुवात से जबर्दस्त तरक्की की है। आईपीएल के इतिहास में अभी तक चेन्नई सुपर किंग्स और मुंबई इंडियंस का सबसे ज्यादा दबदबा देखा गया है लेकिन दिल्ली खिताब के काफी करीब पहुंच चुकी है। हाल ही के वर्षों में दिल्ली लगातार बेहतर होती गई है। टीम का संतुलन कमाल का है और उस पर भी लोगों की निगाहें होती हैं। इस बार भी 26 मार्च से शुरू हो रहे आईपीएल में दिल्ली से लोगों की काफी उम्मीदें जुड़ी होंगी। बीते तीन साल से दिल्ली हर बार प्लेऑफ में पहुंची है। 2020 के आईपीएल में स्वोट विश्लेषण की सुरुवात वह फाइनल तक पहुंची थी। हालांकि वह अभी तक खिताब नहीं जीत पाई है लेकिन जिस तरह इस टीम ने खुद को लगातार बेहतर किया है उससे इस टीम से काफी उम्मीदें जुड़ गई हैं। साल 2022 मे मेगा ऑक्शन के बाद टीम को उम्मीद होगी कि वह अपना आखिरी पड़ाव भी पार कर ले।

Team India SWOT Analysis: कोहली की खराब फॉर्म. बुमराह की जगह कौन? एशिया कप में भारत कितना मजबूत, जानें सबकुछ

भारतीय क्रिकेट टीम एशिया कप में पाकिस्तान के खिलाफ अपने अभियान की शुरुआत करेगी. (Instagram)

Asia Cup India Cricket Team SWOT Analysis: भारतीय क्रिकेट टीम संयुक्त अरब अमीरात (UAE) में आयोजित होने वाले एशिया कप के . अधिक पढ़ें

  • News18Hindi
  • Last Updated : August 16, 2022, 08:00 IST

हाइलाइट्स

भारतीय क्रिकेट टीम की बल्लेबाजी बेहद मजबूत है
भारत 28 अगस्त को पाकिस्तान के खिलाफ पहला मैच खेलेगा
ओपनर केएल राहुल चोट से उबरकर वापसी कर रहे हैं

नई दिल्ली. रोहित शर्मा एंड कंपनी एशिया कप (Asia Cup) में खिताब के प्रबल दावेदार के रूप में उतर रही है. टीम इंडिया ने 7 बार इस टूर्नामेंट पर कब्जा जमाया है. पिछली बार यानी साल 2018 में भारतीय टीम ने रोहित शर्मा की कप्तानी में बांग्लादेश को हराकर खिताब अपने नाम किया था. टीम इंडिया ने उस समय दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में खेले गए फाइनल में बांग्लादेश को मात दी थी. इस बार टूर्नामेंट शुरू होने से पहले ही भारतीय टीम को तगड़ झटका लगा है. स्टार तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह चोट की वजह से टूर्नामेंट से बाहर हो गए हैं. पूर्व कप्तान विराट कोहली भी पिछले कुछ समय से फॉर्म से जूझ रहे हैं वहीं ओपनर केएल राहुल (KL Rahul) लंबे समय बाद टीम में वापसी कर रहे हैं.

भारतीय टीम अपने अभियान की शुरुआत 28 अगस्त को चिर प्रतिद्वंदी पाकिस्तान (India vs Pakistan) के खिलाफ करेगी. यह मुकाबला दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में खेला जाएगा, जहां दोनों टीमें पिछले साल टी20 वर्ल्ड कप 2021 में आमने सामने हुई थीं. हालांकि तब पाकिस्तान ने भारत को 10 विकेट से मात दी थी. विराट कोहली के बाद रोहित शर्मा ने अभी तक टीम इंडिया की कप्तानी शानदार तरीके से की है. अब ऐसे में सवाल यह उठता है कि रिकॉर्ड आठवीं बार खिताब जीतकर क्या एशिया में भारतीय टीम अपनी बादशाहत कायम रख पाएगी.

मजबूती
टी20 के लिहाज से भारत की बल्लेबाजी क्रम बेहद मजबूत है. अनुभवी ओपनर कप्तान रोहित शर्मा (Rohit Sharma) क्रिकेट के सबसे छोटे फॉर्मेट में बतौर कप्तान अपनी लोहा मनवा चुके हैं. टी20 में रोहित के नाम 4 शतक हैं. उनका स्ट्राइक रेट 140 से ज्यादा का है. चोट के बाद केएल राहुल वापसी कर रहे हैं. राहुल पिछले कुछ समय से रोहित के साथ बतौर ओपनर लगातार अच्छा प्रदर्शन करते आए हैं. विराट कोहली (Virat Kohli) टीम इंडिया के लिए एशिया कप में अहम भूमिका निभा सकते हैं. सूर्यकुमार यादव टी20 क्रिकेट के नए सेंसेशन हैं. इनके बाद ऋषभ पंत, हार्दिक पंड्या, दिनेश कातिर्क और रवींद्र जडेजा भारतीय बल्लेबाजी को गहराई देते हैं.

टीम इंडिया की बॉलिंग अटैक
हाल के दिनों में भारत की बॉलिंग अटैक ने देश से लेकर विदेश तक में अपना डंका बजवाया है. मुख्य तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह (Jasprit Bumrah) के बगैर भी टीम इंडिया में कई क्वालिटी गेंदबाज शामिल हैं जो उनकी कमी को नहीं खलने देंगे. युवा लेफ्ट आर्म पेसर अर्शदीप सिंह और अनुभवी तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार पावरप्ले और डेथ ओवर्स में धारदार गेंदबाजी करने में माहिर हैं. वेस्टइंडीज के खिलाफ टी20 सीरीज में शानदार प्रदर्शन करने के बाद अर्शदीप को प्लेइंग इलेवन में शामिल नहीं किए जाने पर हैरानी होगी. स्पिनर रवि बिश्नोई को बेशक कम मौके मिले हों, बावजूद इसके उन्हें जब भी प्लेइंग इलेवन में शामिल किया गया है, तब उन्होंने उसे दोनों हाथों से लपका है. रविचंद्रन अश्विन और युजवेंद्र चहल सहित जडेजा अपनी इकॉनोमिकल गेंदबाजी के लिए जाने जाते हैं.

कमजोरी
तेज गेंदबाज आवेश खान (Avesh Khan) का लगातार अच्छा प्रदर्शन ना कर पाना चिंता का विषय है. आवेश ने आईपीएल में दिल्ली कैपिटल्स और लखनऊ सुपर जायंट्स की ओर शानदार प्रदर्शन किया है लेकिन टीम इंडिया में वह आईपीएल वाले प्रदर्शन को दोहराने में अभी तक असफल रहे हैं. आवेश के लिए इंग्लैंड दौरा कुछ खास नहीं रहा था. वह खासे महंगे साबित हुए थे. विंडीज के खिलाफ दूसरे टी20 में वह आखिरी ओवर में 10 रन का बचाव नहीं कर सके. हालांकि इसके बाद उन्होंने चौथे टी20 में वापसी करते हुए 2 विकेट अपने नाम किए.

विराट कोहली की फॉर्म
एशिया कप में विराट कोहली की बल्लेबाजी औसत से 60 से ज्यादा का है. इस टूर्नामेंट में विराट ने वनडे करियर की बेस्ट पारी खेली है. हालांकि पिछले कुछ समय से विराट उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर पा रहे हैं. इंटरनेशनल क्रिकेट में उनके बल्ले से शतक निकले लगभग तीन साल हो चुके हैं. वह हाल के दिनों में अच्छी शुरुआत को बड़ी पारी में तब्दील करने में असफल हो रहे हैं. वह क्वालिटी गेंदबाजी अटैक के सामने रनों के लिए संघर्ष करते नजर आ रहे हैं. हालांकि विराट के पास जो क्लास है उससे उम्मीद की जानी चाहिए कि वह जल्द ही फॉर्म में वापसी करने में सफल होंगे.

केएल राहुल लंबे से क्रिकेट से हैं दूर
ओपनर केएल राहुल सर्जरी के बाद टीम में वापसी कर रहे हैं. हालांकि बीसीसीआई ने उन्हें एशिया कप से पहले जिम्बाब्वे दौरे पर भेजने का फैसला लिया है. राहुल आईपीएल 2022 के बाद से क्रिकेट से दूर हैं. वह फरवरी 2022 से टीम इंडिया से दूर हैं. केएल की गैरमौजूदगी में भारतीय टीम ने ओपनिंग में सूर्यकुमार यादव और ऋषभ पंत को ओपनिंग में आजमाया है. ब्रेक के बाद राहुल टीम में किस तरह का प्रदर्शन करते हैं, यह देखना दिलचस्प होगा.

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CSK और KKR टीम का SWOT एनालिसिस: धोनी के पास ऑलराउंडर खिलाड़ियों की फौज, श्रेयस की टीम के लिए फिटनेस सबसे बड़ा खतरा

IPL के 15वें सीजन की शुरुआत 26 मार्च से होने वाली है। इस बार टूर्नामेंट में लीग राउंड के सभी मैच मुंबई के तीन और पुणे के एक मैदान पर खेले जाएंगे। पिछले साल की चैंपियन चेन्नई सुपरकिंग्स पर इस बार खिताब बचाने की चुनौती होगी।

IPL का पहला मैच कोलकाता नाइटराइडर्स और चेन्नई सुपर किंग्स के बीच खेला जाएगा। ऐसे में 2022 सीजन के लिए CSK और KKR की टीम का SWOT एनालिसिस करते हैं। यानी टीम की मजबूती (Strength), कमजोरी (Weakness), अवसर (Opportunity) और खतरे (Threat) का विश्लेषण।

स्ट्रेंथ
एक से बढ़कर एक ऑलराउंडर :
टीम के पास ऑलराउंडर की फौज है। रवींद्र जडेजा, शिवम दुबे, मोइन अली और ड्वेन ब्रावो. ये ऐसे नाम हैं, जो IPL में शानदार प्रदर्शन करते आए हैं। सभी खिलाड़ी बल्लेबाजी और स्वोट विश्लेषण की सुरुवात गेंदबाजी दोनों से मैच का पासा पलट सकते हैं। जडेजा और ब्रावो तो लंबे समय से CSK के मैच विनर रहे हैं। साथ ही अंडर-19 वर्ल्ड कप में अपनी गेंदबाजी और बल्लेबाजी दोनों से धमाल मचाने वाले राजवर्धन हंगरगेकर भी टीम का हिस्सा हैं।

मजबूत फास्ट बॉलिंग : धोनी की टीम में स्विंग स्पेशलिस्ट दीपक चाहर, ब्रावो और एडम मिल्न के जैसे नाम शामिल हैं। चाहर और मिल्न को शुरुआती ओवर्स में विकेट चटकाने के लिए जाना जाता है और ये दोनों पॉवरप्ले के सबसे कंजूस गेंदबाजों में से एक हैं। साथ ही डेथ ओवर्स में ब्रावो CSK के लिए सबसे बड़ा प्लस पॉइंट हैं।

वीकनेस

अनुभवी लेग स्पिनर नहीं : टीम के पास रवींद्र जडेजा और मोइन अली जैसे ऑफ ब्रेक स्पिन गेंदबाज हैं, लेकिन टीम स्वोट विश्लेषण की सुरुवात के पास कोई अच्छा लेग स्पिनर नजर नहीं आता। IPL में लेग स्पिनर कमाल का प्रदर्शन करते आए हैं। युजवेंद्र चहल और राशिद खान इसके सबसे बड़े उदाहरण हैं। चेन्नई के पास पिछले सीजन में पीयूष चावला जैसे अनुभवी लेग स्पिनर थे, लेकिन इस साल CSK के उन्हें टीम में नहीं लिया।

अवसर
CSK ने लीग में सबसे ज्यादा 9 बार (2008, 2010, 2011, 2012, 2013, 2015, 2018, 2019, 2021) फाइनल खेला है। इस दौरान 4 बार ( 2010, 2011,2018, 2021) खिताब भी जीता है। इस बार टीम के खिलाड़ियों की मौजूदा फॉर्म को देखते हुए टीम का प्ले-ऑफ में जगह बनाना तय माना जा रहा है। रवींद्र जडेजा की शानदार फॉर्म बाकी टीमों के लिए मुसीबत का कारण बन सकती है।

खतरा
कैप्टन धोनी की खराब फॉर्म टीम के लिए सबसे बड़ी परेशानी है। डेथ ओवर्स में उनकी धीमी बल्लेबाजी टीम के लिए बड़ा खतरा बन सकती है। धोनी की धीमी बैटिंग से टीम के रन-रेट पर स्वोट विश्लेषण की सुरुवात काफी फर्क पड़ता है और अन्य खिलाड़ियों पर भी दबाव आता है।

इस बार भी टीम ने एक बार फिर उम्रदराज खिलाड़ियों पर भरोसा जताया है। मोइन अली, अंबाती रायडू, ड्वेन ब्रावो, धोनी, रॉबिन उथप्पा की बढ़ती उम्र का असर अगर खेल में भी दिखा तो चेन्नई के लिए ये अच्छा नहीं होगा।

स्ट्रेंथ

बैटिंग ऑर्डर में गहराई और कमाल के पॉवर हिटर : कोलकाता की टीम का बैटिंग लाइन-अप काफी शानदार है। टीम के पास दमदार टॉप ऑर्डर बल्लेबाज और मिडिल ऑर्डर में अनुभवी दिग्गज मौजूद हैं। ​​​​​KKR के पास आंद्रे रसेल, सुनील नरेन और वेंकटेश अय्यर जैसे पॉवर हिटर मौजूद हैं। ये तीनों खिलाड़ी बड़े शॉट्स लगाने के लिए जाने जाते हैं और टी-20 क्रिकेट में इनका स्ट्राइक रेट भी काफी शानदार रहा है। वहीं, श्रेयस अय्यर, अजिंक्य रहाणे और नीतीश राणा जैसे पारी को संभालने वाले बल्लेबाज भी टीम के पास मौजूद हैं।

वीकनेस

विकेटकीपर की कमी : कोलकाता ने ऑक्शन में केवल 2 विकेटकीपर खरीदे। शेल्डन जैक्सन और सैम बिलिंग्स। ये दोनों ही मिडिल ऑर्डर बल्लेबाज हैं। बिलिंग्स टी-20 स्पेशलिस्ट हैं, लेकिन उनके साथ फिटनेस की बहुत समस्या रहती है। वहीं, जैक्सन को टी-20 स्पेशलिस्ट नहीं माना जाता। अगर दोनों में से कोई एक खिलाड़ी चोटिल या खराब फॉर्म के कारण टीम से ड्रॉप भी हो जाता है तो इसका टीम पर बहुत असर पड़ेगा।

स्पिन डिपार्टमेंट में फॉर्म की कमी : KKR के लिए चिंता का सबसे बड़ा विषय स्पिन गेंदबाजों की मौजूदा फॉर्म हो सकती है। वरुण चक्रवर्ती और सुनील नरेन की फॉर्म पिछले कुछ समय से कुछ खास नहीं रहा है, इसके बावजूद टीम ने दोनों पर भरोसा जताया है। वरुण को तो टी-20 वर्ल्ड कप के बाद भारतीय टीम से भी बाहर कर दिया गया है।

अवसर
IPL 15 में कोलकाता को श्रेयस अय्यर के रूप में एक शानदार कप्तान मिला है। अय्यर दिल्ली की टीम को फाइनल तक पहुंचा चुके हैं। वहीं, पिछले कुछ समय से इस खिलाड़ी का बल्ला तीनों फॉर्मेट में खूब चल रहा है। ऐसे में कोलकाता अय्यर की प्रतिभा को भुनाना चाहेगी।

खतरा
कोलकाता के सबसे धाकड़ खिलाड़ी आंद्रे रसेल की फिटनेस टीम के लिए सबसे बड़ा खतरा साबित हो सकती है। वो काफी समय से फिट नहीं हैं। उनके साथ-साथ सुनील नरायण और वरुण चक्रवर्ती को भी आए दिन इंजरी होती रहती है। टूर्नामेंट के दौरान अगर इनमें से कोई खिलाड़ी बाहर होता है तो कप्तान श्रेयस के लिए परेशानी बढ़ जाएगी।

IPL 2022: कोलकाता की बल्लेबाजी में गहराई, लेकिन डेथ गेंदबाजी कमजोर, जानें क्या हैं कमजोर और मजबूत पहलू

कोलकाता नाइट राइडर्स की बल्लेबाजी में काफी गहराई है। नौवें नंबर तक टीम के पास अच्छे बल्लेबाज हैं, लेकिन आखिरी ओवरों में टीम के पास अच्छी गेंदबाजी नहीं है।

कोलकाता नाइट राइडर्स

आईपीएल 2021 का फाइनल खेलने वाली कोलकाता की टीम पिछले कुछ सालों में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाई है। 2012 और 2014 में खिताब जीतने वाली टीम इसके बाद टूर्नामेंट में अपनी छाप नहीं छोड़ पाई है। पिछले साल कोलकाता ने टूर्नामेंट के दूसरे फेज में शानदार वापसी की थी और फाइनल तक पहुंची थी, लेकिन इस बार ऐसा करने में टीम के सामने कई मुश्किलें होंगी। इस बार कोलकाता के लिए सबसे बड़ी चुनौती अंतिम ओवरों में गेंदबाजी होगी। वहीं रसेल के न चलने पर टीम के पास कोई विस्फोटक फिनिशर भी नहीं हैं। हालांकि, नौवें नंबर तक बल्लेबाजी होने से टीम के पास खुलकर खेलने की छूट रहेगी।

यहां हम कोलकाता की मजबूती और कमजोरी के बारे में बता रहे हैं। टूर्नामेंट में इस टीम को कहां काम करना होगा और कैसे यह टीम पूरी तरह से संतुलित टीम बन सकती है।

कोलकाता के बल्लेबाजी क्रम में गहराई
पिछले सीजन में कोलकाता की टीम शुरुआत से ही आक्रामक अंदाज में खेल रही थी। पहले ही ओवर से टीम के बल्लेबाज आक्रामक अंदाज में बल्लेबाजी करते थे और अंत तक पूरी टीम इसी तरीके से खेलकर बड़ा स्कोर खड़ा करती थी। टीम किसी एक खिलाड़ी पर निर्भर नहीं थी, लेकिन सभी खिलाड़ी छोटी और उपयोगी पारियां खेलकर बड़े स्कोर में योगदान देते थे। इसकी बड़ी वजह थी टीम की बल्लेबाजी में गहराई। इस बार भी कोलकाता की टीम ऐसी ही है। आठवें नंबर पर सुनील नरेन और नौवें नंबर पर शिवम मावी टीम की बल्लेबाजी को गहराई देते हैं।

वहीं सुनील नरेन, पैट कमिंस और वरुण चक्रवर्ती जैसे खिलाड़ी किसी भी बल्लेबाजी क्रम को ध्वस्त कर सकते हैं। खासकर नरेन और चक्रवर्ती की स्पिन गेंदबाजी कई बल्लेबाजों की समझ से परे है। ऐसे में ये गेंदबाज भी विपक्षी टीमों के लिए बड़ा खतरा होंगे।

डेथ गेंदबाजी होगी चिंता का विषय
कोलकाता की टीम के पास बल्लेबाज और स्पिन गेंदबाज तो काफी बेहतरीन हैं, लेकिन स्वोट विश्लेषण की सुरुवात डेथ गेंदबाजी टीम के लिए चिंता का विषय होगी। कमिंस के अलावा कोलकाता की टीम में अनुभवी गेंदबाज नहीं हैं। रसेल और मावी उनके साथ अंतिम ओवरों में गेंदबाजी कर सकते हैं, लेकिन मावी के पास ज्यादा अनुभव नहीं है। वहीं रसेल और कमिंस कई मौकों पर महंगे साबित हुए हैं।

अपने दम पर मैच पलट सकते हैं ये खिलाड़ी
कोलकाता के पास भी रसेल और कमिंस जैसे कई खिलाड़ी हैं, जो अपने दम पर टीम को मैच जिता सकते हैं। टीम के पास वेंकटेश अय्यर के रूप में बेहतरीन ऑलराउंडर है, जो गेंद बल्ले दोनों के साथ बहुमूल्य योगदान दे सकता है। इसके अलावा श्रेयस अय्यर ने श्रीलंका के खिलाफ सीरीज में दिखाया कि वो किस श्रेणी के बल्लेबाज हैं। वहीं आंद्रे रसेल, पैट स्वोट विश्लेषण की सुरुवात कमिंस और सुनील नरेन जैसे खिलाड़ी अपने दिन में किसी भी टीम के मुट्ठी से मैच छीन सकते हैं।

कोलकाता की संभावित प्लेइंग-11
वेंकटेश अय्यर, अजिंक्य रहाणे, श्रेयस अय्यर (कप्तान), नितीश राणा, सैम बिलिंग्स (विकेटकीपर), आंद्रे रसेल, पैट कमिंस, सुनील नरेन, शिवम मावी, वरुण चक्रवर्ती, उमेश यादव।

विस्तार

आईपीएल 2021 का फाइनल खेलने वाली कोलकाता की टीम पिछले कुछ सालों में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाई है। 2012 और 2014 में खिताब जीतने वाली टीम इसके बाद टूर्नामेंट में अपनी छाप नहीं छोड़ पाई है। पिछले साल कोलकाता ने टूर्नामेंट के दूसरे फेज में शानदार वापसी की थी और फाइनल तक पहुंची थी, लेकिन इस बार ऐसा करने में टीम के सामने कई मुश्किलें होंगी। इस बार कोलकाता के लिए सबसे बड़ी चुनौती अंतिम ओवरों में गेंदबाजी होगी। वहीं रसेल के न चलने पर टीम के पास कोई विस्फोटक फिनिशर भी नहीं हैं। हालांकि, नौवें नंबर तक बल्लेबाजी होने से टीम के पास खुलकर खेलने की छूट रहेगी।

यहां हम कोलकाता की मजबूती और कमजोरी के बारे में बता रहे हैं। टूर्नामेंट में इस टीम को कहां काम करना होगा और कैसे यह टीम पूरी तरह से संतुलित टीम बन सकती है।

कोलकाता के बल्लेबाजी क्रम में गहराई
पिछले सीजन में कोलकाता की टीम शुरुआत से ही आक्रामक अंदाज में खेल रही थी। पहले ही ओवर से टीम के बल्लेबाज आक्रामक अंदाज में बल्लेबाजी करते थे और अंत तक पूरी टीम इसी तरीके से खेलकर बड़ा स्कोर खड़ा करती थी। टीम किसी एक खिलाड़ी पर निर्भर नहीं थी, लेकिन सभी खिलाड़ी छोटी और उपयोगी पारियां खेलकर बड़े स्कोर में योगदान देते थे। इसकी बड़ी वजह थी टीम की बल्लेबाजी में गहराई। इस बार भी कोलकाता की टीम ऐसी ही है। आठवें नंबर पर सुनील नरेन और नौवें नंबर पर शिवम मावी टीम की बल्लेबाजी को गहराई देते हैं।

वहीं सुनील नरेन, पैट कमिंस और वरुण चक्रवर्ती जैसे खिलाड़ी किसी भी बल्लेबाजी क्रम को ध्वस्त कर सकते हैं। खासकर नरेन और चक्रवर्ती की स्पिन गेंदबाजी कई बल्लेबाजों की समझ से परे है। ऐसे में ये गेंदबाज भी विपक्षी टीमों के लिए बड़ा खतरा होंगे।

डेथ गेंदबाजी होगी चिंता का विषय
कोलकाता की टीम के पास बल्लेबाज और स्पिन गेंदबाज तो काफी बेहतरीन हैं, लेकिन डेथ गेंदबाजी टीम के लिए चिंता का विषय होगी। कमिंस के अलावा कोलकाता की टीम स्वोट विश्लेषण की सुरुवात में अनुभवी गेंदबाज नहीं हैं। रसेल और मावी उनके साथ अंतिम ओवरों में गेंदबाजी कर सकते हैं, लेकिन मावी के पास ज्यादा अनुभव नहीं है। वहीं रसेल और कमिंस कई मौकों पर महंगे साबित हुए हैं।

अपने दम पर मैच पलट सकते हैं ये खिलाड़ी
कोलकाता के पास भी रसेल और कमिंस जैसे कई खिलाड़ी हैं, जो अपने दम पर टीम को मैच जिता सकते हैं। टीम के पास वेंकटेश अय्यर के रूप में बेहतरीन ऑलराउंडर है, जो गेंद बल्ले दोनों के साथ बहुमूल्य योगदान दे सकता है। इसके अलावा श्रेयस अय्यर ने श्रीलंका के खिलाफ सीरीज में दिखाया कि वो किस श्रेणी के बल्लेबाज हैं। वहीं आंद्रे रसेल, पैट कमिंस और सुनील नरेन जैसे खिलाड़ी अपने दिन में किसी भी टीम के मुट्ठी से मैच छीन सकते हैं।


कोलकाता की संभावित प्लेइंग-11
वेंकटेश अय्यर, अजिंक्य रहाणे, श्रेयस अय्यर (कप्तान), नितीश राणा, सैम बिलिंग्स (विकेटकीपर), आंद्रे रसेल, पैट कमिंस, सुनील नरेन, शिवम मावी, वरुण चक्रवर्ती, उमेश यादव।

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