मोबाइल वॉलेट और UPI से नहीं है कोई प्रतिस्पर्धा

बैंक खाते को सुरक्षित रखने के लिए 8 युक्तियां

Digital Currency : UPI और पेटीएम-गूगल पे से जानें कैसे अलग है डिजिटल रुपया?

Digital Currency: केंद्र सरकार की डिजिटल रुपये की घोषणा के अटकलें लगाई जा रही हैं कि यह मौजूदा डिजिटल वॉलेट के कारोबार को प्रभावित करेगा, जबकि डिजिटल रुपया अभी भी विकास के शुरुआती चरण में है, भारत में व्यवसायों के संचालन के तरीके पर इसका बड़ा प्रभाव पड़ने की उम्मीद है।

Digital Currency: केंद्र सरकार की डिजिटल रुपये की घोषणा के अटकलें लगाई जा रही हैं कि यह मौजूदा डिजिटल वॉलेट के कारोबार को प्रभावित करेगा, जबकि डिजिटल रुपया अभी भी विकास के शुरुआती चरण में है, भारत में व्यवसायों के संचालन के तरीके पर इसका बड़ा प्रभाव पड़ने की उम्मीद है।

पढ़ें :- Digital Rupee : RBI एक दिसंबर को लॉन्च करेगा खुदरा डिजिटल रुपया

डिजिटल रुपया कारोबारों के लिए ऑनलाइन लेनदेन करना आसान बना देगा। ऐसा इसलिए है क्योंकि डिजिटल रुपया ब्लॉकचेन तकनीक पर आधारित होगा, जो तेज और सुरक्षित लेनदेन की अनुमति देगा, लेकिन अब यह सवाल सभी के मन में उठ रहा है आप क्रिप्टोकरेंसी का उपयोग कैसे कर सकते हैं? कि क्या भुगतान का यह नया तरीका UPI और मोबाइल वॉलेट जैसे पेटीएम और गूगल पे का सीधा आप क्रिप्टोकरेंसी का उपयोग कैसे कर सकते हैं? प्रतिस्पर्धी हो सकता है?

अपना बैंकिंग पासवर्ड नियमित रूप से बदलें

अपने बैंक खाते को सुरक्षित रखने का सबसे आसान तरीका है कि अपना बैंकिंग पासवर्ड नियमित रूप से बदलते रहें। यह कार्य करना इसलिए इतना महत्वपूर्ण है क्योंकि एक हैकर किसी वेबसाइट को हैक करके और आपके रूप में लॉग इन करके आपकी व्यक्तिगत जानकारी चुरा सकता है, लेकिन उन हैकर्स को ऐसा करने के लिए आपके पासवर्ड तक पहुंच की आवश्यकता होती है। अगर आप बार-बार पासवर्ड बदलते हैं तो हैकर्स के लिए आपके पासवर्ड का पता या अंदाजा लगाना मुश्किल हो जाएगा। आपको यह भी सुनिश्चित करना चाहिए कि पासवर्ड कम से कम आठ वर्ण लंबा हो और उसमें कम से कम एक संख्या या विशेष वर्ण जैसे !@#$% हो।

आपको अपने बैंक की इंटरनेट बैंकिंग का प्रयोग कभी भी पब्लिक कंप्यूटर पर नहीं करना चाहिए क्योंकि किसी सार्वजनिक डिवाइस का उपयोग करने से आपकी वित्तीय जानकारी का जोखिम बढ़ जाता है और एक हैकर आपकी सुरक्षित जानकारी तुरंत प्राप्त कर सकता है, जिससे आपके बैंक खाते में मौजूद धन खोने का खतरा हो सकता है। धोखाधड़ी से बचने के लिए, इसे एक जीवन नियम बना लें कि कभी भी सार्वजनिक कंप्यूटर पर इंटरनेट बैंकिंग का संचालन न करें।

स्वचालित लॉगिन का उपयोग करने से बचें

स्वचालित लॉगिन एक ऐसी विशेषता है जो आपको उपयोगकर्ता नाम और पासवर्ड का उपयोग करके स्वचालित रूप से अपने बैंक खाते में लॉग इन करने की अनुमति देती है। जैसा कि नाम से पता चलता है, यह सुविधा उन लोगों के लिए सुविधाजनक है जिन्हें अपना पिन याद रखने में परेशानी होती है या वे ऐसा नहीं करना चाहते हैं। हालांकि, यह सुविधा धोखाधड़ी के बढ़ते जोखिम के साथ आती है।

यदि आप स्वचालित लॉग इन का उपयोग करते हैं और कोई अन्य व्यक्ति बिना प्राधिकरण के आपके खाते में प्रवेश करता है, तो वे उस खाते से पैसे ले सकते हैं जो उनका नहीं है। उदाहरण के लिए, यदि आपके खाते में स्वत: लॉगिन सक्षम है और कोई आपका फ़ोन चुराता है और आपके उपयोगकर्ता नाम और पासवर्ड से उस तक पहुंचता है, तो वे आपके खाते से तब तक सारा पैसा निकाल सकते हैं जब तक कि वह खाली न हो जाए।

यही कारण है कि अपने बैंक खाते को सुरक्षित रखने के लिए आपको इस सुविधा का उपयोग करने से बचना चाहिए और जब भी संभव हो मैन्युअल रूप से अपने खाते में लॉग इन करना चाहिए।

अपना इंटरनेट बैंकिंग यूआरएल टाइप करना पसंद करें

ईमेल में दिए गए लिंक पर क्लिक करने की तुलना में ब्राउज़र के एड्रेस बार में अपने बैंक का यूआरएल टाइप करना अधिक सुरक्षित है। जालसाज फर्जी वेबसाइटों के लिंक के साथ ईमेल भेजने के लिए जाने जाते हैं जो बिल्कुल बैंक की आधिकारिक वेबसाइट की तरह दिखते हैं। यदि आप इसे इस तरह की वेबसाइट पर दर्ज करते हैं तो आपकी लॉगिन जानकारी का उपयोग आपके खाते तक पहुंचने और आपके पैसे चुराने के लिए किया जा सकता है। जब आप लॉग इन कर रहे हों, तो URL में “https: //” खोज कर सुनिश्चित करें कि यह आपके बैंक की वैध वेबसाइट है।

टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन (2 एफए) यह सुनिश्चित करने के सर्वोत्तम तरीकों में से एक है कि आपके ऑनलाइन खाते हैकर्स से सुरक्षित हैं। यह आपकी पहचान सत्यापित करने के लिए दो कारकों के संयोजन का उपयोग करता है: जो आप जानते हैं (जैसे पासवर्ड) और दूसरा जो आपके पास है (जैसे ऐप या टेक्स्ट संदेश)।

फिशिंग या विशिंग स्कैम का शिकार न बनें

फिशिंग और विशिंग घोटाले आप क्रिप्टोकरेंसी का उपयोग कैसे कर सकते हैं? आपके साथ होने वाले सबसे आम घोटालों में से एक है। इसलिए इस प्रकार के घोटालों से अवगत होना जरूरी है, ताकि आप खुद को इन घोटालों का शिकार होने से बचा सकें।

फिशिंग घोटाले ईमेल-आधारित प्रयास हैं जो उपयोगकर्ताओं से संवेदनशील जानकारी प्राप्त करने के लिए किए जाते हैं। विशिंग स्कैम उपयोगकर्ताओं से संवेदनशील जानकारी प्राप्त करने के लिए फ़ोन-आधारित प्रयास हैं।

कई अलग-अलग प्रकार के फिशिंग और विशिंग घोटाले हैं, लेकिन उन सभी का एक ही लक्ष्य है: आपकी व्यक्तिगत जानकारी और आपके धन की चोरी करना।

इस प्रकार के घोटालों का शिकार होने से स्वयं को बचाने के लिए, इन युक्तियों का पालन करें:

  • संदिग्ध ईमेल के लिए अपना इनबॉक्स देखें। यदि आपको व्यक्तिगत जानकारी या धन मांगने वाला कोई ईमेल प्राप्त होता है, तो इसे तुरंत हटा दें और इसे स्पैम या फिशिंग के रूप में रिपोर्ट करें।
  • जब कोई आपसे फोन पर या व्यक्तिगत रूप से आपका पासवर्ड या पिन नंबर मांगे तो संदेहास्पद हो जाएं। अगर कोई अजनबी इनमें से किसी के बारे में पूछता है, तो बस फोन रख दें।

IRCTC Ewallet: क्या है, कैसे करें उपयोग ? देखें पूरी डीटेल्स

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IRCTC Ewallet: क्या है, कैसे करें उपयोग ? देखें पूरी डीटेल्स

IRCTC Ewallet एक ऐसा आसान सिस्टम है जिसके माध्यम से आप IRCTC की टिकेट्स बुक करते समय एडवांस में पैसे जमा कर सकते हैं।

IRCTC के बारे में आपने जरूर सुना होगा और यकीनन रेलवे टिकेट्स बुक करने के लिए इसका उपयोग भी करते होंगे। इसके कुछ पेमेंट ऑप्शंस के बारे में आप जानते होंगे लेकिन इसकी पेमेंट के लिए एक नया ऑप्शन जारी किया गया है जिसका नाम IRCTC Ewallet है यह एक ऐसा सिस्टम है जिससे आप एडवांस में अपनी टिकट के पैसे जमा कर सकते हैं। इसी के बारे में आज हम यहाँ चर्चा करेंगे और देखेंगे कि यह अन्य पेमेंट ऑप्शंस से किस तरह और कितना बेहतर है।

IRCTC Ewallet:

IRCTC Ewallet एक सिस्टम है जिसके माध्यम से आप IRCTC की टिकेट्स बुक करते समय एडवांस में पैसे जमा कर सकते हैं और IRCTC पर उपलब्ध अन्य पेमेंट ऑप्शंस के साथ इसे भी एक पेमेंट ऑप्शन की तरह उपयोग कर सकते हैं।

  • IRCTC eTicketing वेबसाइट पर अपने यूजर नेम और पासवर्ड के साथ लॉग-इन करें।
  • "IRCTC eWallet" के अंदर "Register Now" पर क्लिक करें।
  • IRCTC eWallet पर रजिस्टर करने के लिए यूजर के पास PAN Card या आधार कार्ड को वेरिफाई करने का एक ऑप्शन आएगा।
  • बुकिंग के समय लेनदेन के लिए एक ट्रांजैक्शन पासवर्ड बनाएँ और दिए गए टेक्स्ट बॉक्स में उस पासवर्ड को दोबारा कन्फर्म करें।
  • दी गई पेमेंट ऑप्शंस की लिस्ट में से वह बैंक चुनें जिससे आप रजिस्टेशन फीस की पेमेंट करना चाहते हैं।
  • आपको यहाँ जानकारी के लिए बता देते है कि रजिस्टेशन फीस रिफंड नहीं की जाएगी।
  • पेमेंट करने के बाद यूजर्स लॉग-आउट हो जाएंगे और उन्हें एक सक्सेसफुल रजिस्ट्रेशन का मेसेज मिलेगा। वेरिफिकेशन प्रोसेस पूरा होने के बाद, IRCTC Ewallet की रजिस्ट्रेशन फीस की पेमेंट करने के लिए एक पमेंट पेज खुल जाएगा।

IRCTC Ewallet डिपॉजिट:

  • अपना यूजरनेम और पासवर्ड एंटर करके वेबसाइट पर लॉग-इन करें।
  • IRCTC Ewallet अकाउंट में पैसे जमा करने के लिए लेफ्ट नेविगेशन बार पर दिए गए ‘IRCTC Ewallet DEPOSIT’ लिंक पर क्लिक करें। जितना अमाउंट आज जमा करना चाहते हैं उसे एंटर करें और अकाउंट को दोबारा कन्फर्म करें। एंटर किया गया अमाउंट मिनिमम सीमा से अधिक और मैक्सिमम सीमा से कम होना चाहिए।
  • ड्रॉपडाउन लिस्ट में से पेमेंट ऑप्शन सिलेक्ट करें और पेमेंट के लिए सबमिट बटन पर क्लिक करें।
  • यूजर्स Rs 100 तक का मिनिमम आप क्रिप्टोकरेंसी का उपयोग कैसे कर सकते हैं? अमाउंट जमा कर सकते हैं और अकाउंट में Rs 10,000 तक का मैक्सिमम अमाउंट रख सकते हैं।
  • यूजर्स सिर्फ 100-100 रुपये का अमाउंट ही एक बार में जमा कर सकते हैं।
  • अमाउंट जमा होने के बाद, आपके पास सक्सेसफुल डिपॉजिट का मेसेज भेज दिया जाएगा।

IRCTC Ewallet द्वारा बुकिंग्स को कैंसल भी किया जा सकता है:

  • “My Transaction” में “Booked Ticket History” लिंक पर जाकर बुक की हुई टिकट को कैंसल कर सकते हैं।
  • ट्रांजैक्शन ID पर क्लिक करके आप लेनदेन की डीटेल्स भी देख सकते हैं।

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ITR Filing : आईटीआर भरना भूल गए हों या आधा भरकर छोड़ दिया हो, आयकर विभाग ऐसे दिलाएगा याद

नवभारत टाइम्स लोगो

नवभारत टाइम्स 19 घंटे पहले

नई दिल्ली :

कई बार ऐसा होता है कि हम अपना आईटीआर (ITR) भरना भूल जाते हैं या हम इसे अधूरा ही छोड़ देते हैं। ऐसी गलतियों के चलते हमें पेनल्टी भरना पड़ जाती है। आयकर विभाग (Income Tax Department) ने इसका हल निकाल लिया है। वह अब लोगों को आईटीआर भरने की याद दिलाएगा। जो टैक्सपेयर नियमित रूप से अपना आप क्रिप्टोकरेंसी का उपयोग कैसे कर सकते हैं? आयकर रिटर्न भरते हैं, अगर उन्होंने अपना आईटीआर नहीं भरा है, तो उन्हें आयकर विभाग की तरफ से सूचना भेजी जाएगी। 2.5 लाख से अधिक की सालाना आय वाले हर व्यक्ति को आईटीआर भरना जरूरी होता है। अगर उसकी आय पर कोई टीडीएस कट रहा है या वह तय छूट सीमा के तहत है, तो राहत मिल सकती है। सीनियर सिटीजंस के लिए छूट की सीमा 3 लाख रुपये है। वहीं, सुपर सीनियर सिटीजंस के लिए यह सीमा 5 लाख रुपये है।

अगर आपके पास ये 100 रूपये का नोट है तो आप भी बनोगे मालामाल

बता दें कि कई लोग ऐसे होते हैं जो पुराने सिक्के और नोट जमा करने के शौकीन होते हैं। इस तरीके को अपनाकर लोग लाखों रुपये कमा सकते हैं। अब अगर आपके पास 100 रूपये का ये खास नोट है तो आप लाखों रुपये कमा सकते हैं। यह काफी खास नोट हैं और अंतरराष्ट्रीय बाजार में काफी डिमांड भी है। चलिए आपको बताते हैं कि इस 100 रूपये के नोट में क्या खास है और इससे कैसे पैसे कमा सकते हैं।

दरअसल, अंतरराष्ट्रीय बाजार में पुराने और स्पेशल नंबर के नोटों और सिक्कों की काफी महंगी कीमत पर नीलामी होती है। वहीं अगर आपके पास 100 रुपये का ऐसे दो नोट हैं हो जिस पर 786 नंबर लिखा हुआ हो इस नंबर के नोट पर कई सारी वेबासाइटों पर 8 लाख रुपए तक दे रही हैं। इतने में आप कोई नया काम-धंधा शुरू कर सकते हैं। आइये जानते है इसके लिए आपको क्या करना होगा।

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