Bitcoin क्या है, बिटकॉइन की कीमत, यह कैसे काम करता है जानें यहां पर
Bitcoin kya Hai: साल 2009 में, एक गुमनाम डेवलपर ने खुद को सातोशी नाकामोटो के रूप में पेश किया और बिटकॉइन के विचार का सुझाव दिया। जबकि नाकामोटो ने 2010 में इस परियोजना को छोड़ दिया, उसके बाद यह समूह तेजी से बढ़ा। बिटकॉइन के मालिक उत्पादों को बेचने और खरीदने के साथ-साथ अन्य भौतिक मुद्राओं के लिए बिटकॉइन को स्वैप करने के लिए विभिन्न वेबसाइटों का उपयोग करते बिटकॉइन क्या है और कैसे काम करता है? हैं। आगे आपको बताएंगे बिटकॉइन क्या है, इसकी कीमत क्या है और कैसे तय होती है साथ ही बताएंगे यह कैसे काम करता है?
बिटकॉइन क्या है बिटकॉइन का मतलब (What is Bitcoin? Bitcoin Meaning?)
बिटकॉइन एक Virtual Currency (भौतिक मुद्रा) है। जो की रुपए और डॉलर की तरह ही है लेकिन यह इनसे बिल्कुल ही अलग है क्योंकि बिटकॉइन को ना तो पैसे की तरह छू सकते हैं और ना ही देख सकते हैं बिटकॉइन का आविष्कार सतोशी नाकामोटो (Satoshi Nakamoto) ने 2009 में किया था। Bitcoin एक Cryptocurrency है। 1 बिटकॉइन के कीमत लाखों रुपए होती है। यह एक Decentralized Currency है, जिसका मतलब यह है की इसे कंट्रोल करने के लिए कोई भी बैंक या अथॉरिटी या सरकार नहीं है यानि के इसका कोई मालिक नहीं है।
बिटकॉइन की कीमत (Bitcoin Price Today)
आज 1 बिटकॉइन की कीमत 28,23,404.94 रुपए है। तो वहीं अन्य Cryptocurrency जैसे कि Ethereum(ETH) की कीमत 1,95,563 रुपए है और Tether(USDT) की कीमत 73.40 रुपए है। आपको बात दें की इन सभी मुद्राओं की कीमत हर रोज बदलती है। इसका पूरा कारोबार ऑनलाइन यानि की इंटरनेट पर होता है।
Bitcoin
बिटकॉइन कैसे काम करती है? (How Does Bitcoin Work?)
पीयर-टू-पीयर तकनीक के कारण बिटकॉइन बिना किसी अथॉरिटी या बैंकों के बिना संचालित होता है। इसमे डिजिटल माध्यम से पेमेंट का मैसेज भेजना पड़ता है, जिसे दुनियभार में फैले विकेंद्रीकृत नेटवर्क के जरिए सत्यापित किया जाता है। बिटकॉइन ओपन-सोर्स है, जिसका अर्थ है कि इसका स्वामित्व किसी के पास नहीं है या इसका प्रबंधन नहीं करता है, और कोई भी भाग ले सकता है।
बिटकॉइन के कई अनूठे गुण इसे उन तरीकों से उपयोग करने की अनुमति देते हैं जो कोई अन्य भुगतान तंत्र नहीं कर पाया है।
बिटकॉइन वॉलेट क्या है? (What is Bitcoin Wallet?)
एक बिटकॉइन वॉलेट में दो चाबियां होती हैं: एक सार्वजनिक कुंजी और एक निजी कुंजी। ये चाबियां एक साथ काम करती हैं ताकि मालिक को लेनदेन शुरू करने और डिजिटल रूप से हस्ताक्षर करने की अनुमति मिल सके, जिससे authorization साबित हो सके।
भारत में बिटकॉइन कैसे निवेश करें? (How To Invest Bitcoins in India?)
आप क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज के साथ खाता खोलकर, फंड ट्रांसफर करके और उस पूंजी से बिटकॉइन खरीदकर बिटकॉइन में निवेश शुरू कर सकते हैं। बता दें की कई क्रिप्टो एक्सचेंज बिटकॉइन क्या है और कैसे काम करता है? यह सेवाएं प्रदान कर रहे हैं।
आइए हम वज़ीरएक्स (WazirX) एक्सचेंज पर विचार करें, जिसमें एक त्वरित और आसान खाता खोलने की प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है, यह वेबसाइट उपयोग और लेनदेन में काफी आसान है, जिससे खाता खोलना और बिटकॉइन खरीदना आसान हो जाता है। वज़ीरएक्स की दुनिया के सबसे बड़े क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज, बिनेंस के साथ भी साझेदारी है।
चरण 1: WazirX पर साइन अप करें
चरण 2: विवरण दर्ज करें
चरण 3: ईमेल सत्यापन और खाता सुरक्षा सेटअप
चरण 4: देश का चयन करें और खाता चुनें
चरण 5: अपने खाते से पैसे ट्रांसफर करें
चरण 6: एक्सचेंज पर बिटकॉइन खरीदें और स्टोर करें प्रत्येक क्रिप्टोकरेंसी का अपना unique address है जिसका उपयोग केवल उस क्रिप्टोकरेंसी को प्राप्त करने के लिए किया जा सकता है।
इसके अलावा आप Unocoin और Zebpay पर भी बिटकॉइन खरीद सकते हैं। हालाँकि, आप दूसरे एक्सचेंज वेबसाईट का भी उपयोग कर सकते हैं, ज्यादातर सभी मामलों में प्रक्रिया समान होगी।
निवेश करने से पहले बिटकॉइन के बारे में जानने योग्य बातें (Things to Know About Bitcoin Before Investing)
- बिटकॉइन श्वेत पत्र पढ़ें: एक श्वेतपत्र एक ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) का एक डिजिटल संस्करण है जो प्रोजेक्ट के हर एक पहलू का विवरण देता है। श्वेतपत्र एक तकनीकी दस्तावेज है जिसे संभावित निवेशकों को बिटकॉइन क्या है और कैसे काम करता है? पूरी जानकारी प्रदान करने के लिए प्रत्येक प्रोजेक्ट के अनुसार अपनी वेबसाइट पर पोस्ट करता है।
2. अस्थिरता को समझना: लंबे समय से, आलोचकों ने इस बात पर जोर दिया है कि क्रिप्टोकरेंसी कितनी अप्रत्याशित हैं। यह किसी भी अन्य निवेश की तुलना में अधिक जोखिम भरा है, इसलिए आपको पता होना चाहिए कि यह एक उच्च जोखिम के साथ भी आता है।
3. कोई शासन नहीं: वर्तमान में, बिटकॉइन क्षेत्र को नियंत्रित करने वाले कोई बड़े नियम नहीं हैं। सरकार ने क्रिप्टोकरेंसी पर कड़ा रुख नहीं अपनाया है क्योंकि यह अभी भी अपेक्षाकृत नवीन क्षेत्र है। हालांकि, अगर बिटकॉइन सरकारी मुद्रा के लिए एक प्रतियोगी बन जाता है, तो टैक्स की कमी की समस्या को पैदा कर सकती है।
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Bitcoin क्या है ? बिटकॉइन की पूरी जानकारी
Bitcoin क्या है ? जानिए बिटकॉइन की पूरी जानकारी – बिटकॉइन एक Digital Currency है जिसे हम आम भाषा में Internet Currency भी कह सकते है. इस बिटकॉइन क्या है और कैसे काम करता है? Currency को हम अपने घर या अपने Wallet में स्टोर नहीं कर सकते है क्योंकि ये किसी तरह का नोट या कोई Coin नहीं है. इसलिए बिटकॉइन को आप सिर्फ Online ही इस्तेमाल कर सकते है. बिटकॉइन एक Decentralized तरह से है मतलब इस Currency को कण्ट्रोल करने के लिए कोई Authority , Government या कोई बैंक नहीं है.
ये Peer To Peer Network Base पर काम करता है. और बिटकॉइन यूजर इस पर विश्वास करते है कि ये एक Currency है. इस तरह से ये एक Global Currency बन गया है. बिटकॉइन का अविष्कार Santoshi Nakomoto ने साल 2009 में किया था इसके बाद से ये काफी Popular Currency बन गया है.
Table of Contents
Bitcoin की कीमत कितनी है
अगर बिटकॉइन की Value की बात करे तो आज की तारीख (जनवरी 2017) में 1 बिटकॉइन की कीमत कीमत लगभग 70,000 Indian Currency है. ऐसा नहीं है कि आपको अगर Bitcoin Buy करना चाहते है तो आपको 1 Bitcoin ही खरीदना पड़ेगा. दरअसल बिटकॉइन की सबसे छोटी यूनिट Santoshi है और 1 Bitcoin = 10,00,00,000 (करोड़) Santoshi होता है.
जैसे Indian Currency में 1 रूपए = 100 पैसे होते है l बैसे ही 10 करोड़ Santoshi से मिलकर एक बिटकॉइन बनता है l मतलब आप 1 बिटकॉइन को 8 डेसीमल तक ब्रेक कर सकते है l आप 0.0001 Bitcoin भी यूज़ कर सकते है.
Bitcoin Wallet
अगर हम इसे अपने घर या पॉकेट वॉलेट में नहीं रख सकते तो बिटकॉइन को कहा store कर सकते है l तो इसे Store करने के लिए आपको Bitcoin Wallet की जरुरत होती है. Internet में बहुत सारे Application . Software . और Cloud-Based Wallet है जिनमे आप Account बनाकर बिटकॉइन को स्टोर कर सकते है.
तो Bitcoin Wallet काम कैसे करता है ? तो सबसे पहली चीज वह आपको एक Uniq Address उपलब्ध कराता है. मान लीजिये आपने कही से Bitcoin Buy किया है तो आपको उसे मंगाने के लिए एक Address की जरुरत होगी. तो ऐसे में आप बिटकॉइन को अपने Wallet में मंगाकर स्टोर कर सकते है. जैसे आपने बिटकॉइन को बेचा है और उससे कुछ रूपए कमाए है तो उन रुपयों को Bank में Transfer करने के लिए आपको Bitcoin Wallet की जरुरत होगी.
Bitcoin कैसे खरीदे
बैसे तो बिटकॉइन खरीदने के बहुत से तरीके है जैसे –
- बिटकॉइन को आप अपनी Local Currency से खरीद सकते है.
- किसी Service से या किसी चीज को या बेचकर आप उस चीज के बदले बिटकॉइन ले सकते है.
- इसके आलावा आप किसी वेबसाइट या एप्लीकेशन की मदद से Bitcoin Earn कर सकते है.
- तो सबसे इम्पोर्टेन्ट आप बिटकॉइन Miner कर सकते है.
Bitcoin Miner क्या है
Mining के बारे में जानने से पहले हम आपको ये बता दे कि हर Country में नोट छापने की एक Limitation होती है उसी तरह बिटकॉइन बनाने की भी एक Limitation होती है. और Limitation ये है कि मार्केट में 21 million से ज्यादा बिटकॉइन नहीं आ सकते है और अभी की बात करे तो मार्केट में लगभग 13 million Bitcoin है l तो नए बिटकॉइन है वो Mining के जरिये आते है.
Bitcoin Mining क्या है ? मान लीजिये आपने किसी को कुछ बिटकॉइन भेजे है. तो भेजने के इस Process को Verify करते है और Verify करने वालो को Miners कहते है. जिनके पास High Power Computer होते है. और इन Computer से Bitcoin Transection को Verify करते है.
Miners क्या Verify करते है ? जब हम किसी से बिटकॉइन लेते है तो इसमें कोई किसी तरह की हेरा फेरी या Cheating तो नहीं की गयी है. Verify करने पर रिवॉर्ड के तौर पर उन्हें नए बिटकॉइन मिलते है. तो इस तरह मार्केट में नए बिटकॉइन आते है. अगर आपके पास Heavy computer है तो आप भी Mining कर सकते है.
Bitcoin के क्या फायदे है
- बिटकॉइन आदान प्रदान करने में कम फीस लगती है.
- बिटकॉइन को आप दुनिया में कही भी बेच या खरीद सकते है. वो भी बिना किसी परेशानी के.
- आप इसमें Long Term Investment कर सकते है क्योंकि अभी तक के रिकॉर्ड में बिटकॉइन बढ़ रहा है.
- बिटकॉइन में Government आप पे नजर नहीं रखती है.
तो बिटकॉइन में किसी Government की नजर नहीं होने के कारण कुछ लोग इसका गलत यूज़ भी करते है जैसे काले धन में या Drugs बगेरा में. बिटकॉइन के कुछ फायदे है तो कुछ नुकसान भी है.
Bitcoin के क्या नुकसान है
- इसमें कोई Control Authority , Bank , या कोई Government नहीं है जिसकी बजह से इसकी कीमत कम ज्यादा होती रहती है.
- अगर आपका Bitcoin Account हैक हो जाता है तो आप बिटकॉइन बिटकॉइन क्या है और कैसे काम करता है? बापस नहीं ले सकते है और इसमें Government आपकी किसी भी तरह से मदद नहीं करेगी.
अब आप जान गए होंगे कि Bitcoin क्या है. हम इसको कैसे और कहा से खरीद सकते है. और बिटकॉइन से हमें क्या फायदा है और बिटकॉइन से क्या नुकसान हो सकते है.
बिटकॉइन क्या होता है? बिटकॉइन कैसे बनता है? बिटकॉइन कैसे खरीदें ?
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Bitcoin Kya hai ? What is Bitcoin in Hindi –
बिटकॉइन क्या है ? (bitcoin kya hai) बिटकॉइन का प्राइस क्या ? बिटकॉइन कैसे ख़रीदे? बिटकॉइन क्या होता है ? बिटकॉइन कैसे बनता है ? बिटकॉइन अकाउंट ? बिटकॉइन रेट क्या है ?
बिटकॉइन से जुड़े हुए ये कुछ ऐसे सवाल हैं जिनके बारे में हर कोई जानना चाहता है. बिटकॉइन की कीमत के बारे में बात करें तो यह 28,91,153.04 भारतीय रुपया है. काफी टाइम से बिटकॉइन के प्राइस में कभी उतार तो उछाल देखने को मिल रहा है. वहीं अगर डॉलर में बिटकॉइन की कीमत बताएं तो यह 39,529.00 United States Dollar है.
कई बार ऐसा भी समय आया जब यह कहा जाने लगा कि दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी बिटक्वाइन की कीमत एक करोड़ रुपए तक पहुँच सकती है. देखने को मिला था कि क्रिप्टोकरेंसी भुगतान पर पूर्ण प्रतिबंध हटाने के आरबीआई के आदेश के बाद बड़ी संख्या में भारतीय निवेशकों ने क्रिप्टोकरेंसी की तरफ अपना रुख किया था. चलिए जानते हैं बिटकॉइन से जुड़े कुछ सवालों के जवाब :-
बिटकॉइन क्या होता है? (what is bitcoin in hindi, bitcoin kya hai)
जैसे rupees और dollar होता है वैसे ही bitcoin भी एक currency है, लेकिन यह एक Virtual currency यानी Cryptocurrency है. अंग्रेजी शब्द ‘क्रिप्टो’ का अर्थ गुप्त होता है. Bitcoin भी एक तरह की currency है, लेकिन यह दूसरी currency से बहुत अलग है. दूसरी currency की तरह आप इसे ना तो देख सकते हैं और ना ही छू सकते है. Bitcoin को आप सिर्फ online wallet में ही रख सकते है.
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बिटकॉइन कैसे बनता है? (How Bitcoin is made)
बिटकॉइन का आविष्कार साल 2009 में सतोषी नाकामोटो ने किया था.
बिटकॉइन का मालिक कौन है? (Who owns bitcoin)
Bitcoin का इस्तेमाल कोई भी कर सकता है. Bitcoin भी internet की तरह है. यानी Bitcoin एक decentralized currency है. इसे कोई भी control नहीं करता है. कोई भी bank या authority या सरकार यानि की कोई इसका मालिक नहीं है.
बिटकॉइन कैसे काम करता है? (How does bitcoin work)
बता दे कि बिटकॉइन का इस्तेमाल online payment करने के लिए किया जाता है. बिटकॉइन peer to peer network पर काम करता है. इसमें दो व्यक्ति बिना किसी bank, credit card या company के माध्यम से transactions कर सकते है. बिटकॉइन एक पर्सनल e- wallet से दूसरे पर्सनल e- wallet में ट्रांसफर किए जाते हैं. ये e- wallets आपका निजी डेटाबेस होते हैं, जिसे आप अपने कंप्यूटर, लैपटॉप, स्मार्टफोन, टैबलेट या किसी ई-क्लाउड पर स्टोर करते हैं.
बिटकॉइन कैसे कमाए? (How to earn bitcoin)
1. बिटकॉइन हासिल करने के बिटकॉइन क्या है और कैसे काम करता है? तीन तरीके है. पहला तरीका यह है कि आप सीधे पैसे देकर बिटकॉइन खरीद सकते हैं. बाद में उसकी कीमत बढ़ने पर उसे बेचकर मुनाफा कमा सकते हैं. हालांकि इसमें जोखिम भी बहुत होता है क्यों कि कभी-कभी कुछ घंटों में ही बिटकॉइन क्या है और कैसे काम करता है? बिटकॉइन की कीमत 30 से 40 प्रतिशत तक गिर जाती है. अगर आपके पास बिटकॉइन खरीदने के पैसे नहीं है तो आप उसकी छोटी यूनिट ‘satoshi’ भी खरीद सकते है. जैसे 1 रुपए में 100 पैसे होते हैं, उसी तरह 1 बिटकॉइन में 10 करोड़ ‘satoshi’ होते है.
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2. दूसरा तरीका यह है कि अगर आप अपनी कोई चीज ऑनलाइन बेच रहे हो और सामने वाले व्यक्ति के पास bitcoin है तो आप अपनी चीज के बदले उससे bitcoin भी ले सकते है. इस bitcoin को आप अपने bitcoin wallet में store करके रख सकते है. बाद आप bitcoin को बेचकर आए रुपयों को अपने bank में transfer कर सकते है.
3. तीसरा तरीका यह है कि अगर आपके पास High speed processor वाला computer है तो आप bitcoin mining का काम भी कर सकते है. Bitcoin miner का काम होता है कि वह bitcoin में होने वाले transjaction को verify करने बिटकॉइन क्या है और कैसे काम करता है? का काम करता है. इसके बदले उन्हें कुछ Bitcoin इनाम के तौर पर मिलते है. इससे मार्किट में नए Bitcoin आते हैं.
बाजार में कितने बिटकॉइन है? (How many bitcoins are in the market)
बता दे कि जिस तरह हर देश में currency छापने की एक सीमा होती है, उसी तरह bitcoin की भी एक सीमा है. दरअसल मार्किट में कभी भी 21 million से ज्यादा bitcoins नहीं आ सकते है. इस समय मार्केट में 13 million bitcoins है. बाकी bitcoins mining के जरिए मार्किट में आएंगे.
बिटकॉइन के क्या फायदे है? (What are benefits of bitcoin)
बिटकॉइन का सबसे बड़ा फायदा यह है कि इसमें transaction करने की फीस credit card और debite card के मुकाबले काफी कम होती है. credit card और debite card की तरह इसका अकाउंट कभी भी ब्लाक नहीं होता है. इसके अलावा लंबे समय के लिए invest करने के लिए bitcoin एक अच्छा विकल्प साबित हो सकता है.
बिटकॉइन के नुकसान क्या है? (What are disadvantages of bitcoin)
बिटकॉइन का एक नुकसान यह भी है कि इसके ऊपर किसी का भी control नहीं है. ऐसे में इसकी कीमत में काफी उतार-चढ़ाव आते रहते है. इसके अलावा आपका बिटकॉइन अकाउंट कभी भी हैक हो सकता है. ऐसे में इसमें कोई भी आपकी मदद नहीं कर सकता है.
Cryptocurrency Mining : कैसे बनती है क्रिप्टोकरेंसी? माइनिंग कैसे होती है और आप खुद कैसे कर सकते हैं? जानें
Blockchain पर नए कॉइन पाने के लिए कॉम्प्लेक्स मैथमेटिकल सवालों को हल करना होता है. ये वर्चुअल करेंसी ट्रांजैक्शन को बिटकॉइन क्या है और कैसे काम करता है? वेरिफाई करने में मदद करता है. फिर इन्हें डिसेंट्रलाइज्ड ब्लॉकचेन लेज़र पर अपडेट किया जाता है. इस काम के बदले में, माइनर्स को क्रिप्टोकरेंसी के रूप में भुगतान किया जाता है. इस प्रक्रिया को माइनिंग कहा जाता है.
क्रिप्टोकरेंसी को माइनिंग के जरिए जेनरेट किया जाता है. (प्रतीकात्मक तस्वीर)
क्रिप्टोकरेंसी में इन्वेस्टमेंट के लिए ज्यादातर लोग इन्हें एक्सचेंजों के माध्यम से खरीदते और बेचते हैं, लेकिन इसे माइनिंग यानी कंप्यूटर के जरिए जटिल कैलकुलेशन सॉल्व करके भी हासिल किया जा सकता है. आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि ये प्रोसेस कैसे काम करता है और आप अपने टोकन को कैसे माइन कर सकते हैं? बिटकॉइन, ईथर, डॉजकॉइन और अधिकांश अन्य क्रिप्टोकरेंसी ब्लॉकचेन नाम की एक तकनीक पर काम करती हैं. ये एक पब्लिक लेज़र है जिसे कॉम्प्लेक्स एन्क्रिप्शन तकनीकों का उपयोग करके सुरक्षित किया जाता है. लेजर पर नए कॉइन पाने के लिए कॉम्प्लेक्स मैथमेटिकल सवालों को हल करना होता है. ये वर्चुअल करेंसी ट्रांजैक्शन को वेरिफाई करने में मदद करता है. फिर इन्हें डिसेंट्रलाइज्ड ब्लॉकचेन लेज़र पर अपडेट किया जाता है.
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इस काम के बदले में, माइनर्स को क्रिप्टोकरेंसी के रूप में भुगतान किया जाता है. इस प्रक्रिया को माइनिंग कहा जाता है. यह नए कॉइन को सर्कुलेशन में लाता है. इसलिए माइनर्स क्रिप्टोकरेंसी इकोसिस्टम का एक अनिवार्य हिस्सा हैं.
माइनिंग कैसे काम करती है?
माइनिंग के दौरान, कंप्यूटर कॉम्प्लेक्स मैथमेटिकल इक्वेशन को सॉल्व करते हैं. हर कोड को क्रैक करने वाला पहला कोडर ट्रांजैक्शन को ऑथराइज करने में सक्षम होता है. सर्विस के बदले में, माइनर छोटी मात्रा में क्रिप्टोकरेंसी कमाता है. एक बार जब माइनर मैथमेटिकल प्रॉब्लम को सफलतापूर्वक हल कर लेता है और ट्रांजैक्शन को वेरीफाई कर लेता है, तो वे डेटा को पब्लिक लेज़र में जोड़ते हैं, जिसे ब्लॉकचेन कहा जाता है.
प्रूफ-ऑफ-वर्क
यह क्रिप्टोकरेंसी को सिक्योर करने का एल्गोरिदम है. माइनर्स की एक्जीक्यूट की गई यह प्रोसेस ब्लॉकचेन में ट्रांजैक्शन डेटा के नए ब्लॉक जोड़ने का एक जरूरी हिस्सा है. एक नया ब्लॉक केवल ब्लॉकचैन सिस्टम में जोड़ा जाता है यदि कोई माइनर एक नया विनिंग प्रूफ-ऑफ-वर्क लेकर आता है. प्रूफ-ऑफ-वर्क का लक्ष्य यूजर्स को उन एक्स्ट्रा कॉइन को प्रिंट करने से रोकना है जो उन्होंने खुद हासिल नहीं किए हैं.
माइनिंग इतनी महंगी क्यों है?
शुरुआती दिनों में, 2009 में बिटकॉइन के अस्तित्व में आने के तुरंत बाद, इसमें काफी प्रॉफिट था. उस समय, हर इक्वेशन को सॉल्व करने के लिए माइनर्स को 50 बीटीसी (तब $6,000 की कीमत) मिलते थे. चूंकि एक बिटकॉइन को माइन करने के लिए जरूरी संसाधन भी कम थे, माइनर्स अधिकांश रिवॉर्ड को शुद्ध लाभ के रूप में अपने पॉकेट में रखने में सक्षम होते थे. हालांकि बिटकॉइन माइनिंग के लिए मिलने वाला रिवॉर्ड समय के साथ कम हो गया है. बिटकॉइन का रेट अब काफी ज्यादा बढ़ गया है. अप्रैल 2021 तक, बिटकॉइन रिवॉर्ड का मूल्य लगभग 3,33,000 डॉलर (लगभग 2.47 करोड़ रुपये) था.
लेकिन बिटकॉइन माइनिंग की लागत में नाटकीय तेजी से बढ़ोतरी हुई है. ऐसा इसलिए है क्योंकि टोकन के लिए कॉम्पिटिशन बहुत अधिक बढ़ गया है, और टोकन को सफलतापूर्वक माइन करने के लिए अब हाई परफॉरमेंस कंप्यूटिंग की जरूरत होती है. नतीजतन, इस प्रोसेस में खपत की गई ऊर्जा की लागत माइनिंग की लोकेशन और उनके उपयोग किए जाने वाले हार्डवेयर के प्रकार के आधार पर बहुत बड़ी हो सकती है.
आप माइनिंग कैसे शुरू कर सकते हैं?
सबसे पहले, एक हाई परफॉर्मेंस वाले कंप्यूटर की व्यवस्था करें. फिर बिटकॉइन और अन्य लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी के लिए एक वॉलेट बनाएं. एक बार ऐसा करने के बाद, ज्यादा लाभ के लिए माइनिंग पूल में शामिल हों. ये पूल माइनर्स का एक ग्रुप हैं जो अपनी माइनिंग पावर को बढ़ाने के लिए अपने रिसोर्सेज को साथ में जोड़ते हैं. माइनिंग से जनरेट प्रॉफिट को पूल में सभी मेंबर्स में समान रूप से बांट दिया जाता है.
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Bitcoin क्या है (What Is Bitcoin In Hindi) कैसे काम करता है ! और कैसे खरीदा जा सकता है
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बिटकॉइन एक क्रिप्टोकरेंसी है और यह डिजिटल करेंसी (Digital Currency) है जिसे हम कभी देख नही सकते, और ना ही अपने हाथों में ले सकते। यह एक इलेक्ट्रॉनिक कैश सिस्टम है और यह Blockchain Technology पर Based है और बिटकॉइन ऐसी पहली Cryptocurrency है जिसे हम कोई भी उपयोगी वस्तु को खरीद सकते है, और बिटकॉइन का आसानी से लेन-देन भी किया जा सकता है बिटकॉइन का निर्माण सातोशी नाकामोटो व्यक्ति नामक द्वारा 9 जनवरी 2009 को किया गया था।
क्रिप्टोकरेंसी > बिटकॉइन
डेवलपर > सातोशी नाकामोटो
रिलीज़ डेट > 9 जनवरी 2009
बिटकॉइन के फायदे (Benefits of bitcoin)
● बिटकॉइन के बहुत से फायदे माने जाते है। जैसे इसमें Account कभी ब्लॉक नही किया जा सकता है।
● बिटकॉइन का लेन-देन आसानी से किया जा सकता है और आसानी से खरीदा और बेचा जा सकता है।
● बिटकॉइन को अपने बैंक में Widhraw करने का चार्ज भी बहुत कम होता है।
बिटकॉइन के तथ्य (Bitcoin Facts)
Bitcoin का इस्तेमाल सबसे पहले Laszlo Honecz द्वारा किया गया था Laszlo Honecz नाम का कॉइन का उपयोग Pizza को खरीदने के लिए किया था। इसलिए ही 22 May को Bitcoin Pizza Day के रूप में भी मनाया जाता है Laszlo Honecz ने पिज्जा के पैसे चुकाने के लिए 10,000बिटकॉइन को दिया गया था। मतलब 10,000 बिटकॉइन 41 डॉलर होते है जो भारतीय रुपये में 2664 थे।
जिस से हम बिटकॉइन को खरीदते है उसका नाम, Address के बारे में कभी पता। लेकिन उसकी bitcoin Key Address का पता आसानी से लगाया जा सकता है। Bitcoin को 21 मिलियन से ज्यादा नही बनाया गया है क्योंकि इनकी संख्या पहले से ही तय कर दी गई है।
Satoshi Nakamoto द्वारा Bitcoin के White Paper को 31 अक्टूबर 2008 को जारी किया गया था और बिटकॉइन पर कभी भी बैन लगाना असंभव है। Bitcoin की कीमतें Unstable है और यह कभी भी घट और बढ़ सकती है।
बिटकॉइन कैसे खरीदे (How to Buy Bitcoin)
Bitcoin को खरीदने के लिए Coin Switch Kuber App को रिकमेंड करूँगा क्योंकि इस App को समझना बहुत ही आसान है और इस से आप कोई भी Coin को आसानी से Buy कर सकते है। तो आइए नीचे दिए गए कुछ स्टेप्स को फॉलो करें –
● सबसे बिटकॉइन क्या है और कैसे काम करता है? पहले अपने मोबाइल के प्ले स्टोर में जाये वहाँ पर Coin Switch Kuber सर्च करे।
● सर्च होने के बाद उसे इंस्टॉल कर ले इसके बाद इसे ओपन करके अपना मोबाइल नंबर दर्ज करें।
● इसके बाद आपके मोबाइल नंबर पर एक OTP आयेगा उसे app में डाल कर नेक्स्ट के बटन पर क्लिक करें।
● अब आपको अपने Account के लिए एक Pin सेट करना होगा, सेट करने के बाद आपको इसे दुबारा Enter करके Confirm करना होगा।
● अब आपका Account बन चुका अब आपको इसके लिए KYC करनी होगी।
Coin Switch Kuber App में KYC कैसे करें?
● App के Option पर क्लिक करे? फिर User Verification पर क्लिक करे।
● अब आपको तीन Steps को Follow करना है और उसके बाद आपकी KYC पूरी तरह कंप्लीट हो जाएगी
● अब आपको Basic Verification पर क्लिक करना और अपनी Basic डिटेल्स को वहाँ डालना है।
● अब Pan Card Verification के ऑप्शन पर क्लिक करें और अपनी डिटेल को अच्छी तरह डालें।
● अब Identity Card Verification पर क्लिक करें और अपनी डिटेल बिटकॉइन क्या है और कैसे काम करता है? को बिटकॉइन क्या है और कैसे काम करता है? अच्छी तरह डालें।
● आपकी KYC पूर्ण रूप से पुरी हो चुकी है अब आप कभी भी Bitcoin को खरीद (Buy) कर सकते है।
Coin Switch Kuber द्वारा बिटकॉइन कैसे खरीदे?
● Bitcoin खरीदने के लिए सबसे पहले आपको App के होमपेज पर जाना होगा इसके बाद आपको Deposit के ऑप्शन पर क्लिक करना है।
● अब आपको जितने का बिटकॉइन खरीदना है उतनी राशि को वहाँ डाल देना है जैसे: 100, 500, 100 आपकी जितनी मर्जी डाल सकते हो।
● पैसे डिपाजिट होने के पश्चात आपको Market के ऑप्शन पर क्लिक करना है।
● यह पर आपको बिटकॉइन सर्च करके उसपर क्लिक करना है इसके बाद Buy का ऑप्शन आएगा उस पर क्लिक करना है
● अब आप जितना बिटकॉइन को खरीदना चाहते हो जैसे 100, 500, 2000 अपनी मर्जी के अनुसार पैसे डाल कर Buy के ऑप्शन पर क्लिक कर देना है।
● इतना करने के बाद आपने जितना बिटकॉइन को खरीदा है उतना आपके एकाउंट में आ जायेगा।
● मुनाफा कमाने के लिए आप बिटकॉइन पर प्रतिदीन नजर रख सकते है जब आपका मुनाफा निकल आये उसे बेच सकते है।
बिटकॉइन माइनिंग क्या है (What is Bitcoin Mining)
माइनिंग करके नए बिटकॉइन को बनाया जा सकता है और इसे बनाने के लिए कंप्यूटर शक्ति का उपयोग किया जाता है अगर बिटकॉइन को हम आसान शब्दों में समझे तो यह एक ऐसी करेंसी है जिसे हम कभी देख नही सकते सिर्फ ऑनलाइन एक दूसरे के पास भेज सकते है कोई भी वस्तु खरीद सकते है। बिटकॉइन की लेन देन प्रक्रिया को पूरा करने के लिए कंप्यूटर शक्ति का उपयोग होता है। जो इंसान माइनिंग का काम (Work)करता है उसे ही माइनर Minor कहा जाता है।
बिटकॉइन माइनिंग कैसे होती है (How Bitcoin Mining is done)
अगर आप बिटकॉइन माइनिंग करना चाहते है तो सबसे पहले आपके पास एक कंप्यूटर सिस्टम होना बहुत जरूर है और उसमें हाई स्पीड इंटरनेट होना भी बहुत जरूर है क्योंकि माइनिंग की स्पीड आपके कंप्यूटर सिस्टम की Specification पर डिपेंड करता है और साथ ही आपके कंप्यूटर के हार्डवेयर पर भी डिपेंड करता है बिटकॉइन माइनिंग करने के लिए कंप्यूटर में एक सॉफ्टवेयर का उपयोग किया जाता है।
उम्मीद करता हु PoetryDukan द्वारा लिखे गए इस लेख से आपने Bitcoin के बारे मे विस्तार से जाना होगा जैसे बिटकॉइन क्या है, इसे कैसे खरीदना चाहिए, बिटकॉइन के निर्माता का नाम क्या है, बिटकॉइन माइनिंग क्या है, और कैसे माइनिंग करनी चाहिए, से जुड़े सभी तथ्यों को जानकर अच्छा लगा होगा। अगर आप इस से जुड़ी कोई भी जानकारी पूछना या बताना चाहते है तो कमेंट बॉक्स में जाकर कमेंट कर सकते है।
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