(विशेषज्ञ : प्रो. सीपी मल्ल, रिटायर्ड हेड व डीन, फाइनेंस डिपार्टमेंट, बीएचयू वाराणसी)
Reality Check of RTO Lucknow: दलाल और परिवहन कर्मियों की खुलेआम जुगलबंदी, आवेदक परेशान
लखनऊ में दलालों का गाड़ी चलानी आती ऑटो ट्रांसपोर्ट ब्रोकर हो या नहीं बिना टेस्ट के ही डीएल जारी कराने का दावा। कतारों में लगे आवेदकों के कागजातों की ऐसी पड़ताल मानो बॉर्डर पार करा रहे हैं लेकिन दलाल सीधे कमरों में प्रवेश करते हैं।
लखनऊ, जेएनएन। लाइन में लगे आवेदकों को दुत्कार और दलालों पर उमड़ता दुलार। यह हकीकत है आरटीओ कार्यालयों की। दलाल भी ऐसे जो कागज थामकर सीधे कमरों के भीतर। कर्मियों के साथ ऐसी जुगलबंदी की मजाल है कि कोई काम रुक जाए। गाड़ी चलानी आती हो या नहीं, बिना टेस्ट के ही डीएल जारी कराने का दावा। कतारों में लगे आवेदकों के कागजातों की ऐसी पड़ताल मानो बॉर्डर पार करा रहे हैं, लेकिन दलाल सीधे कमरों में प्रवेश करते हैं। थोड़ी देर बाद ये बाहर निकलते हैं और आवेदक को संतुष्ट कर डीएल ओके होने का दावा करते हैं। यहां ऑनलाइन डीएल व्यवस्था अब ऑफलाइन हो चुकी है। टाइम स्लॉट के खेल से परेशान आवेदक इन्हीं के पास अपने कागज सुरक्षित महसूस करते हैं। पेश है ट्रांसपोर्टनगर स्थित आरटीओ कार्यालय की पड़ताल करती जागरण टीम।
Careers in Finance: फाइनेंस में करियर, कोर्स, जॉब और सैलरी, जानें सब कुछ
पिछले कुछ वर्षों से मोबाइल, इंटरनेट बैंकिंग के क्षेत्र को लेकर जागरूकता बढ़ने के साथ-साथ निवेश में भी तेजी आई है। खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में बड़े बदलाव देखने को मिल रहे हैं। प्रतिव्यक्ति आय कम होने व जीडीपी के सीमित होने के बावजूद यह क्षेत्र लोगों की उम्मीदों पर खरा उतरा है। चाहे बहुराष्ट्रीय कंपनियां हों या अन्य फाइनेंस कंपनियां, सभी गांवों की ओर रुख कर रही हैं। ऐसे में फाइनेंशियल प्लानर और इससे संबंधित पेशेवरों की जरूरत भी बढ़ी है।
मिलते हैं कई अवसर
दरअसल फाइनेंस, प्रबंधन से जुड़ा वह विज्ञान है, जिसमें धन या अन्य साधनों के निवेश की अनेक प्रक्रियाओं की जानकारी मिलती है। इसमें वित्तीय लेन-देन के प्रबंधन के लिए नए-नए तरीके ईजाद किए जाते हैं। इससे इंटरनेशनल फाइनेंसिंग, मल्टी करेंसी ट्रेनिंग, इंटरनेशनल लीज, फाइनेंसिंग आदि को जोड़ सकते हैं।
DL के लिए ड्राइविंग टेस्ट जरूरी नहीं
ड्राइविंग लाइसेंस के नियमों में किए गए संशोधन के मुताबिक अब आपको आरटीओ में जाकर किसी भी तरह का ड्राइविंग टेस्ट देने की जरूरत नहीं होगी. केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने इन नियमों को अधिसूचित किया है, ये नियम भी लागू हो गए हैं. इससे वे ड्राइविंग लाइसेंस के लिए आरटीओ की वेटिंग लिस्ट में ऑटो ट्रांसपोर्ट ब्रोकर पड़े हैं, उन्हें बड़ी राहत मिलेगी.
ड्राइविंग स्कूल जाकर लें प्रशिक्षण
मंत्रालय की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, अब आपको ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के लिए आरटीओ में टेस्ट का इंतजार नहीं करना पड़ेगा. आप ऑटो ट्रांसपोर्ट ब्रोकर किसी भी मान्यता प्राप्त ड्राइविंग ट्रेनिंग स्कूल में ड्राइविंग लाइसेंस के लिए खुद को पंजीकृत करवा सकते हैं. उन्हें ड्राइविंग ट्रेनिंग स्कूल से ट्रेनिंग लेनी होगी और वहां टेस्ट पास करना होगा, आवेदकों को स्कूल की ओर से एक सर्टिफिकेट दिया जाएगा. इस प्रमाण पत्र के आधार पर आवेदक का ड्राइविंग लाइसेंस जारी किया जाएगा.
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