शेयर बाजार लुभाता है और खोलना है डीमैट अकाउंट, यहां जानें इसकी एबीसी

डीमैट खाते के बारे में सब कुछ

डीमैट या डीमैटरियलाइज्ड फॉर्मेट एक ऐसा तरीका है जिसमें आपके भौतिक शेयरों और प्रतिभूतियों को इलेक्ट्रॉनिक तरीके से परिवर्तित और संग्रहीत किया जाता है। डीमैट अकाउंट होने का सबसे बड़ा फायदा पारदर्शिता है। इसलिए, कदाचार का कोई खतरा नहीं है। ऑनलाइन ट्रेडिंग करते समय, आपको केवल एक डीमैट नंबर की आवश्यकता होती है और बड़ी कागजी कार्रवाई की आवश्यकता नहीं होती है। शेयर आपके डीमैट खाते से खरीदे या बेचे जा सकते हैं और इन्हें क्रेडिट और डेबिट के रूप में रखा जाएगा। डीमैट खाते का उपयोग करके, आप विभिन्न प्रकार के वित्तीय साधनों जैसे म्युचुअल फंड , इक्विटी शेयर, सरकारी प्रतिभूतियों, बांड, एक्सचेंज ट्रेडेड फंड आदि में व्यापार कर सकते हैं। ध्यान दें, डीमैट खाता खोलते समय, एक शेयर का मालिक होना अनिवार्य नहीं है। यह भी देखें: शेयरों के अंकित मूल्य के बारे में सब कुछ

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डीमैट खाता क्या है?

Demat Account-डीमैट खाता क्या होता है?

Published date: October 23, 2021

Demat Account क्या है? डीमैटेरियलाइज्ड खाता का शार्ट फॉर्म है डीमैट खाता। इसमें शेयर को पेपर फॉर्म न रखकर डिजिटल फॉर्म में रखते है।

जैसे बैंक खाता रुपये रखने के लिए प्रयोग होता है। वैसे यह शेयर व अन्य सिक्योरिटी रखने के लिए होता है। Similarly डीमैट डीमैट खाता क्या है? खाता शेयर, कॉमोडिटी, ईटीएफ, म्युचुअल फंड और बांड में निवेश के लिए होता है।

what is demat account in hindi

डीमैट खाता क्यों है जरुरी?

Demat Account शेयर बाजार में निवेश करने के लिए बहुत जरुरी है। जिस तरह बैंक में धन रखने लिए बैंक खाता जरुरी होता है।

जैसे बैंक खाते में रुपये डिपाजिट करने पर क्रेडिट, और निकालने पर डेबिट होते हैं। उसी प्रकार डीमैट खाते में शेयरों का क्रेडिट डेबिट होता है।

शेयर खरीदने पर डीमैट खाते में क्रेडिट तथा बेचने पर शेयर डेबिट कर दिए जाते हैं। यह काम एक विशेष संस्था करती है, जिसे डिपॉजिटरी कहते हैं।

Demat Account के फायदे

  1. चूँकि Demat Account पूरी तरह डिजिटल होता है, so इसको मेन्टेन करने में अधिक लागत नहीं आती है। पहले की तरह डाक्यूमेंट्स को कोरियर या पोस्ट से भेजना और लाना पड़ता था। इस में धन और समय दोनों ही बहुत खर्च होते थे।
  2. कुछ समय पहले, शेयर पेपर फॉर्म में हुआ करते थे। कागज के रूप में होने की वजह से इनके खोने, चोरी होने का खतरा बना रहता था। Hence,Demat Account के आने से अब शेयर का चोरी होने, जलने, खोने का खतरा नहीं होता है।
  3. शेयर खरीदने या बेचने के लिए कोई कम से कम की लिमिट नहीं। कम से कम एक शेयर भी खरीद या बेच सकते हैं।
  4. शेयर के अलावा अन्य प्रतिभूति भी खरीद, बेच सकते हैं। अन्य प्रतिभूति जैसे कॉमोडिटी,म्यूच्यूअलफण्ड, सॉवेरेन गोल्ड बांड, ई टी एफ आदि।

Demat Account से जुड़े चार्ज

  • Account Opening Charge – अकाउंट खोलने का चार्ज
  • Annual maintenance charge – सालाना ( वार्षिक) मेंटेनेंस का चार्ज
  • Brokrage Charge – ब्रोकर का चार्ज
  • GST on Brokrage Charge – ब्रोकरेज चार्ज पर जी इस टी
  • STT – Securites Transaction Tax – सिक्योरिटी ट्रांजेक्शन चार्ज
  • Exchange Transaction Charge – एक्सचेंज ट्रांजेक्शन चार्ज
  • Sebi Charge -सेबी चार्ज
  • Stamp Duty -स्टाम्प ड्यूटी ( DP ) Charge -डी पी चार्ज

कितनी तरह के होते है Demat Account

  1. Regular Demat Account- रेगुलर डीमैट खाता
  2. Repatriable Demat Account – रिपैट्रीएबल डीमैट खाता
  3. Non Repatriable Demat Account – नॉन रिपैट्रीएबल डीमैट खाता

Regular Demat Account- रेगुलर डीमैट खाता

रेगुलर डीमैट खाता ऐसे व्यक्ति के लिए होता है, जो

भारत का नागरिक हो, और भारत में ही निवास कर रहा हो।

रिपैट्रीएबल डीमैट खाते अनिवासी भारतीयों (एनआरआई) के लिए हैं। इसके माध्यम से खाताधारक विदेश वाले खाते में पैसे ले सकते हैं। लेकिन, पैसा भेजने के लिए खाताधारक के पास एनआरई बैंक खाता भी होना चाहिए।

संयुक्त धारक भी इस खाते का हिस्सा हो सकते हैं, जिन्हें भारतीय नागरिक होना चाहिए। हालाँकि, इस पर कोई सीमा नहीं है अभी कहां रह रहे हैं।

ये खाता भी नॉन रेजिडेंट इंडियन के लिए ही होता है। But ऐसे खाते को चलाने के लिए एन आर ओ बैंक खाते की जरुरत होती है।

FAQ on Demat Account

सवाल: डीमैट अकाउंट से क्या फायदा हैं?

जवाब: डीमैट अकाउंट से आप कई तरह के फायदे है।

  1. कई तरह के निवेश ( शेयर, कॉमोडिटी, म्यूच्यूअल फण्ड, बॉन्ड ) एक ही जगह पर मैनेज कर सकते है।
  2. चूँकि डीमैट अकाउंट, ट्रेडिंग अकाउंट से जुड़ा होता है, So रिसर्च करने में कोई परेशानी नहीं होती है।

सवाल: सबसे अच्छा डीमैट अकाउंट कौन सा है?

जबाब: सबसे अच्छा डीमैट अकाउंट वह है जो आपको सूट करे।

मतलब किसी के लिए ब्रोकरेज जयदा मायने रखता है तो किसी के लिए प्लेटफॉर्म इंटरफ़ेस।

सवाल: डीमैट अकाउंट कैसे खोलें?

जबाब: डीमैट अकाउंट खोलने के दो तरीके हैं – पहला ऑनलाइन और दूसरा ऑफलाइन।

ऑनलाइन तरीके से अकाउंट खोलने के लिए आप ब्रोकर की वेबसाइट, या एप्प पर जाकर रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं।

ऑफलाइन अकाउंट खोलने के लिए आप ब्रोकर के सपोर्ट नंबर पर कॉल कर सकते है या फिर लोकल ऑफिस जा कर खुलवा सकते हैं।

कितने तरह के होते हैं डीमैट अकाउंट और कैसे खुलवाएं डीमैट खाता ? जानिए पूरी जानकारी

देश में मौजूदा वक्त में 10 करोड़ से ज्यादा डीमैट अकाउंट होल्डर हैं. अगर आप भी डीमैट अकाउंट खोलना चाहते हैं और इसको डीमैट खाता क्या है? लेकर डीमैट खाता क्या है? आपके मन में सवाल है तो हम आपके सारे सवालों का जवाब आज देने जा रहे हैं. जैसे कि डीमैट अकाउंट क्या होता है, ट्रेडिंग अकाउंट क्या होता है. दोनों अलग कैसे हैं और कितने प्रकार का डीमैट अकाउंट होता है.

what is a demat account, what is a trading account. How are both different and how many types of demat account are there.

डीमैट अकाउंट खोलना चाहते हैं तो ये बातें जान लें

अगर आप भी सीधे शेयरों में निवेश करना चाहते हैं तो आप ऑनलाइन ट्रेडिंग और डीमैट अकाउंट खोलकर ऐसा कर सकते हैं.

डीमैट अकाउंट खोलना चाहते हैं तो ये बातें जान लें

अगर आप भी सीधे शेयरों में निवेश करना चाहते हैं तो आप ऑनलाइन ट्रेडिंग और डीमैट अकाउंट खोलकर ऐसा कर सकते हैं.

जानिए कैसे खुलेगा यह अकाउंट:

ब्रोकरेज कंपनियां खोलती हैं यह अकाउंट

ऑनलाइन निवेश करने के लिए ब्रोकिंग खाते की जरूरत होती है. इसे एचडीएफसी सिक्योरिटीज, आईसीआईसीआई डायरेक्ट, एक्सिस डायरेक्ट, फेयर्स और जेरोधा जैसे किसी भी ब्रोकरेज के पास जाकर खोला जा सकता है.

ट्रेडिंग के लिए डीमैट काफी नहीं

शेयरों में सीधे निवेश करने के लिए आपके पास तीन खाते होने चाहिए. इनमें बैंक खाता, ट्रेडिंग खाता और डीमैट खाता शामिल हैं. ट्रेडिंग खाते के बगैर डीमैट खाता अधूरा है. डीमैट खाते में आप सिर्फ डिजिटल रूप में शेयरों को रख सकते हैं.

जबकि ट्रेडिंग अकाउंट के साथ आप शेयर, आर्इपीओ, म्यूचुअल फंड और यहां तक गोल्ड में निवेश कर सकते हैं. इसके बाद आप इन्हें डीमैट खाते में रख सकते हैं.

डीमैट में शेयरों के रखरखाव का काम डेपॉजिटरी पार्टिसिपेंट (डीपी) करते हैं. इनमें नेशनल सिक्योरिटी डिपॉजिटरी लिमिटेड (एनएसडीएल) और सेंट्रल डिपॉजटरी सर्विसेज लिमिटेड (सीडीएसएल) शामिल हैं.

एक से दूसरे खाते में इस तरह जाती है रकम

-पहले आपके सेविंग्स बैंक अकाउंट से ट्रेडिंग अकाउंट में रकम आती है.

-ट्रेडिंग अकाउंट की अपनी खास आर्इडी होती है. इस खाते की मदद से शेयरों की खरीद-फरोख्त की जा सकती है.

-जितने शेयर खरीदे या बेचे जाते हैं, यह डीमैट खाते में दिखता है. डीमैट खाते का इस्तेमाल बैंक की तरह होता है जहां शेयरों को जमा किया जाता है.

ब्रोकरेज फर्म की फीस देख लें

किसी भी वित्तीय सेवा की तरह डीमैट खाते के साथ भी चार्ज जुड़े होते हैं. इसमें ब्रोकर को चुनने में खास ध्यान देना चाहिए. खाता खोलने की फीस और ब्रोकिंग चार्ज के अलावा ट्रांजैक्शन चार्ज को भी देख लेना चाहिए.

शेयर बाजार लुभाता है और खोलना है डीमैट अकाउंट, यहां जानें इसकी एबीसी

इस सप्ताह के पहले दिन भारतीय शेयर बाजारों (Indian Stock Exchange) में तेजी का माहौल है। इससे पहले बीते शुक्रवार को भी बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (Bombay Stock Exchange) का संवेदी सूचकांक (Index) एक हजार अंक से भी ज्यादा चढ़ कर बंद हुआ था। हालांकि, इससे पहले शेयर बाजार में उतार और चढ़ाव का दौर चल रहा है। तब भी इस समय कई अच्छे आईपीओ (IPO) आ रहे हैं। हाल ही में सरकारी कंपनी एलआईसी का आईपीओ (LIC IPO) आया था, जिसमें रिकार्ड संख्या में आवेदन मिले थे। आवेदकों में ज्यादातर खुदरा निवेशक (Retail Investor) थे। इनमें से ढेरों निवेशकों ने हाल ही में डीमैट (Demat Account) अकाउंट खुलवाया था।

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शेयर बाजार लुभाता है और खोलना है डीमैट अकाउंट, यहां जानें इसकी एबीसी

डीमैट अकाउंट क्या है?

डीमैट अकाउंट एक बैंक खाते (Bank Account) की तरह होता है। अंतर सिर्फ इतना है कि यह इलेक्ट्रॉनिक रूप में नकदी के बजाय स्टॉक से जुड़ा है। डीमैट खाता अपने ऑपरेटिव फंक्शन के लिए डीमैटरियलाइजेशन के कंसेप्ट का इस्तेमाल करता है। डीमैटरियलाइजेशन वह प्रक्रिया है जिसमें फिजिकल शेयर सर्टिफिकेट इलेक्ट्रॉनिक रूप में परिवर्तित हो जाते हैं। हम कह सकते हैं कि डीमैट अकाउंट एक छत की तरह है जिसके नीचे निवेशक के सभी शेयरों को कलेक्ट करने के लिए तकनीक का उपयोग करता है। इनमें सरकारी सिक्योरिटी, म्यूचुअल फंड्स, शेयर, बॉन्ड आदि शामिल हैं।

समझदारी से चुनें ब्रोकर

आप ऐसे डिजिटल ब्रोकिंग फर्म (App or Web based digital broking firms) की तलाश करें जो सहज ऑनबोर्डिंग प्रक्रिया, बेस्ट ब्रोकरेज चार्ज और वैल्यू-एडेड सेवाएं प्रदान करता है। कुछ ब्रोकरेज हाउसों के पास ट्रेड्स पर जीरो ब्रोकरेज चार्ज और दूसरों पर फ्लैट रेट्स हैं। ये दोनों फेक्टर आकर्षक हैं क्योंकि वे ट्रेडिंग करते समय आपको आवश्यक कॉस्ट-एडवांटेज प्रदान करते हैं। इसके अलावा, जब आप डिजिटल रूप से ट्रेड करने जा रहे हैं, यह सुनिश्चित करना आवश्यक है कि आपके पसंदीदा प्लेटफ़ॉर्म से कोई तकनीकी गड़बड़ियां नहीं हुई हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि ऐसी कोई भी गड़बड़ आपके निवेश को संकट में डाल सकती है। ब्रोकरेज फर्म में आगे देखने के लिए इनडेप्थ रिसर्च और पर्सनलाइज्ड निवेश सिफारिशें भी प्रमुख विशेषताएं हैं।

बैंक भी देते हैं डीमैट अकाउंट की सुविधा

आपका जिस बैंक में खाता (Bank Account) है, सबसे पहले वहीं चेक कर सकते हैं। आज की तारीख में अधिकतर बैंक की सहायक कंपनी डीमैट अकाउंट (Demat Account) की सुविधा दे रहे हैं। यदि बैंक के पास ब्रोकरेज फर्म नहीं है तो वह किसी ब्रोकरेज फर्म से टाईअप करके अपने ग्राहकों को डीमैट अकाउंट की सुविधा दे देते हैं। बैंक के अलावा कुछ वॉलेट कंपनी भी इस तरह की सुविधा दे रही हैं।

पूरी करें कस्टमर ऑनबोर्डिंग प्रक्रिया

सभी डिजिटल ब्रोकरेज फर्मों के पास ऑनलाइन कस्टमर ऑनबोर्डिंग प्रक्रिया (Online Customer Onboarding Process) है। डिजिटल खाता खोलने का फॉर्म भरें और पहचान और पते के प्रमाण अपलोड करें। इन केवाईसी दस्तावेजों में पैन कार्ड, आधार कार्ड, पासपोर्ट इत्यादि शामिल हैं। ब्रोकरेज फर्म भी आपकी मुश्किलों का हल अपनी हेल्पलाइन के माध्यम से करने में आपकी सहायता करती हैं।

सत्यापन प्रक्रिया पूरी करें

आपके द्वारा प्रस्तुत क्रेडेंशियल्स को सत्यापित करने का काम एक एक्जीक्यूटिव को सौंपा जाएगा। यह एक सरल लेकिन महत्वपूर्ण प्रक्रिया है जो फोन कॉल या ब्रोकरेज फर्म के प्रतिनिधि से फिजिकल विजिट के माध्यम से किया जा सकता है। मौजूदा परिस्थितियों को देखते हुए टेली-वेरिफिकेशन की अत्यधिक संभावना है। कुछ ब्रोकरेज फर्म शुरुआती एप्लिकेशन से एक घंटे से भी कम समय में पूरी प्रक्रिया को पूरा कर सकते हैं।

अकाउंट डिटेल्स प्राप्त करें

एक बार सत्यापित (After Varification) हो जाने के बाद आपके खाते को आधिकारिक रूप से शेयर ट्रेडिंग (Share Trading) के लिए मंजूरी मिल जाएगी। आपको एक वेलकम किट प्राप्त होगी जिसमें अकाउंट डिटेल्स जैसे कि एक यूनिक आईडी और आपके खाते तक पहुंचने के लिए पासवर्ड होगा। आप शेयर बाजार में ऑनलाइन ट्रेडिंग (Online Trading) करने के लिए तैयार हैं।

पहले ट्रेडिंग से जुड़ी बातें जान लें

अंत में, यह आपका पहला ट्रेड करने का वक्त है! चूंकि डीमैट खाता क्या है? आप ट्रेडिंग में नए हैं, इसलिए सुनिश्चित करें कि आप रेफरेंस मटेरियल के माध्यम से जाएं और ट्रेडिंग फंडामेंटल के वेबिनार में भाग लें। जरूरत पड़ने पर आप कई बैंक खातों को ट्रेडिंग खाते से लिंक भी कर सकते हैं। ऐसा करने से आपको अपने टाइम-सेंसिटिव ट्रेड्स के लिए तुरंत टॉप-अप में मदद मिलती है। इस नए अकाउंट के साथ, आप निवेश की आदतों विकसित करने और बेहतर आरओआई की यात्रा पर निकले हैं। सुनिश्चित करें कि आप निवेश करते समय अनुशासित रहें और जब तक कि दुनिया लॉकडाउन से वापस आ जाए, अपने निवेश को बढ़ते देखें।

चार्जेस का भी रखें ध्यान

डीमैट अकाउंट खोलना आज की तारीख में काफी आकर्षक काम हो गया है। इसलिए इस क्षेत्र में ढेरों प्लेयर आ गए हैं। शुरूआत में जब डीमैट अकाउंट खुलने शुरू हुए थे तो चार्जेस काफी हाई थे। लेकिन अब कई कंपनियां जीरो फी पर डीमैट अकाउंट खोल रही हैं। ये कंपनियां सिर्फ ट्रेडिंग पर ही थोड़ा सा शुल्क वसूलती है। इस तरह से इनका काम इसी शुल्क से चल जाता है। इसलिए, किसी कंपनी के यहां अकाउंट खुलवाने से पहले इन जार्च की अच्छी तरह से तुलना अवश्य कर लें।

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