अगले दिन वापस इन्ही 12 शेयरों में फिर पिछले दिन के लो से 2 प्रतिशत नीचे लिमिट ओर्डर लगाते अर्थात वो रोज इन 12 शेयरों में ही लिमिट ओर्डर लगाते जिससे जो भी शेयर पिछले दिन के लो से 2 प्रतिशत नीचे गिर जाता वो ऐवरेज आउट अपने आप हो जाता।
शेयर बाजार
सेबी से पंजीकृत भारतीय रिसर्च एनालिस्ट महेश कौशिक से हिन्दी में सीखिये शेयर बाजार के गुर व हर सप्ताह पाईये फ्री शेयर टिप लोंग टर्म निवेश के लिये सेबी पंजीकरण क्रमांक:-INH 100000908 Registered under SEBI(RESEARCH ANALYSTS) REGULATIONS, 2014
एक कक्षा में गुरूजी अनेक विधार्थियों को पढ़ाते हैं पर उनमें से होनहार विधार्थी ही गुरू के ज्ञान को आत्मसात करके उसे पचा पाते हैं किसी कक्षा के विधार्थियों में सभी प्रथम श्रेणी नहीं लाते क्यों कि उनमें गुरू के कथनों को सुनने व उस पर अमल करने की हिम्मत व लग्न नहीं होती।
मेरे एक होनहार शिष्य श्री विपिन अग्रवाल जी पहले इन्टरा डे करते थे जिसमें कभी उनको फायदा होता कभी नुकसान कुल मिलाकर गाड़ी नुकसान में ही चल रही थी जब से स्विंग ट्रेड पर मेरे वीडियो देखे उन्होनें इन्टराडे को तिलाजंली दे दी व स्विंग ट्रेड शुरू कर दी जब उन्होनें स्विंग ट्रेड में जीरोघा का 60 डे विनिगं ट्रेडर का अवार्ड जीत कर प्रमाण पत्र मुझे शेयर किया तो मेरा सीना गर्व से 56 इन्च का हो गया है:-
स्विंग ट्रेडिंग: पेशेवरों के लिए एक ट्रेडिंग शैली
ट्रेडर का वर्गीकरण अधूरा लग सकता है। हालांकि, एक खुली पोजीशन रखने की अवधि के आधार पर उनके बीच एक स्पष्ट विभाजन होता है। यदि आपकी रणनीति में दो दिनों से लेकर कई हफ्तों की अवधि तक ट्रेडों को रखना शामिल है, तो आप खुद को एक स्विंग ट्रेडर कह सकते हैं।
एक नियम के तौर पर, ट्रेडर कुछ अनुभव हासिल करने के बाद स्विंग ट्रेड करना शुरू करते हैं। उनमें से कई के लिए, लंबी अवधि के लिए ट्रेडों को बरकरार रखना, Olymp Trade पर ट्रेडिंग करते समय अपने कार्य असाइनमेंट (योजनाओं) को पूरा करने का एकमात्र तरीका है।
स्मार्ट और सचेत ट्रेडिंग शैली की मांग हमें स्विंग ट्रेडिंग पर ध्यान केंद्रित करवाती है। आइए दिवसीय ट्रेडिंग के ऊपर इसके फायदों को समझने की कोशिश करते हैं और अपनी खुद की ट्रेडिंग रणनीतियों को विकसित करने के लिए कुछ बुनियादी सिफारिशें देते हैं।
दिवसीय और स्विंग ट्रेडिंग के बीच अंतर
अधिकांश नौसिखिए निवेशक दिवसीय ट्रेडिंग से शुरू करते हैं। यह ट्रेडर की स्थिर दैनिक आय की इच्छा के कारण है, जिस तरह से श्रमिकों को उनके नियोक्ताओं द्वारा भुगतान किया जाता है।
यहां दिवसीय ट्रेडिंग की प्रमुख विशेषताएं हैं:
- ट्रेडर रात भर या सप्ताहांत तक पोजीशन को धरे नहीं रखते।
- दिवसीय ट्रेडरों को ट्रेडिंग घंटे (अवधि) की अच्छी समझ होती है (वे जानते हैं कि ट्रेडिंग कब करना चाहिए और ट्रेडिंग से कब बचना चाहिए)। वे Stop Loss को अक्सर कम निर्धारित करते हैं और जब उनका ट्रेड खुला होता है तो वे अपने कार्यस्थल को नहीं छोड़ते हैं।
- इसके अलावा, वे स्केलपर्स के लिए डिज़ाइन की गई ट्रेडिंग रणनीतियों का उपयोग करते हैं और एक समाचार-प्रेरित अस्थिर बाजार में ट्रेड करते हैं।
- वे शायद ही कभी 1-4 घंटे से अधिक समय-सीमा का विश्लेषण करते हैं।
स्विंग ट्रेडिंग के लिए बुनियादी रणनीतियाँ
यह सुनिश्चित करने के लिए कि स्विंग ट्रेडिंग क्या है, आपको लोकप्रिय ट्रेडिंग रणनीतियों की मूल विशेषताओं के बारे में सीखना चाहिए जो इस शैली से मेल खाती हैं। अब हम तकनीकी विश्लेषण के आधार पर एक प्रणाली का एक उदाहरण देंगे और स्विंग ट्रेडिंग में आधारभूत विश्लेषण का उपयोग करने के लिए बुनियादी सिफारिशों की रूपरेखा तैयार करेंगे।
प्रमुख स्तर
प्रत्येक परिसंपत्ति के अपने प्रमुख मूल्य स्तर होते हैं। सपोर्ट और रेज़िस्टेंस स्तरों, ट्रेंड लाइनों और अन्य की तुलना में प्रमुख (की) स्तर एक व्यापक अवधारणा है।
यहां हम अलग-अलग अवधि के मूविंग एवरेज, सबसे उल्लेखनीय ट्रेड वॉल्यूम स्तर, और ऐतिहासिक उतार और चढ़ाव से व्यवहार करते हैं। कई निवेशक कुछ स्तर के सापेक्ष परिसंपत्ति मूल्य की स्थिति स्विंग ट्रेडिंग के बारे में कैसे? के आधार पर अपने ट्रेडिंग निर्णय लेते हैं।
तात्पर्य, यदि मूल्य प्रतिरोध (रेज़िस्टेंस) स्तर से थोड़ा नीचे हैं, तो ट्रेडर को स्टॉक, मुद्रा और कमोडिटी परिसंपत्ति बेचने की इच्छा होगी। और यदि परिसंपत्ति की कीमत कुछ उल्लेखनीय न्यून (लो) के करीब है, तो ट्रेडर सक्रिय रूप से खरीदना शुरू कर देंगे।
Trading kise kahate hain | ट्रेडिंग कैसे करते हैं | ट्रेडिंग के प्रकार क्या हैं
यदि आप स्टॉक मार्किट में जरा भी दिलचस्पी रखते हैं, तो आपने ट्रेडिंग शब्द जरूर सुना होगा, क्या आप जानते हैं, ट्रेडिंग क्या होता है, Trading kise kahate hain, ट्रेडिंग क्यों की जाती है, और ट्रेडिंग कितने प्रकार की होती है। तो ट्रेडिंग के बारे में विस्तार से जानने के लिए इस पोस्ट को पूरा पढ़ें।
दरअसल जब आप स्टॉक मार्किट में अपनी शुरुवात करते हैं, तो आप के लिए कई शब्द बिलकुल नए होते हैं, जिनके बारे में आपको कोई जानकारी नहीं होती है, जैसे स्टॉक एक्सचेंज, आईपीओ, सेंसेक्स, निफ़्टी, इन्वेस्टर, रिटेलर इत्यादि, और इन्ही में से एक शब्द Trading भी है। तो चलिए जानते हैं, Trading क्या होता है।
पिछले कुछ समय में जिस गति से लोगों के बीच स्टॉक मार्किट में इन्वेस्टमेंट को लेकर चलन बड़ा है, खास करके युवा वर्ग की स्टॉक मार्किट में काफी दिलचस्पी देखि गई है, इस से पता चलता है, की आने वाले समय में भारत में नए निवेशकों की संख्या में बंपर बढ़ोतरी होने वाली है।
ट्रेडिंग क्या होता है | Trading kise kahate hain
ट्रेडिंग का हिंदी में अर्थ होता है, व्यापार, जब दो संस्थाओं के बीच आम तोर पर मुनाफे के उद्देश्य से वस्तुओं या सेवाओं का आदान प्रदान होता है, तो वह ट्रेडिंग केहलाता है। ट्रेडिंग यानि व्यापार द्वारा ही धन प्राप्त होता है, और यही समाज में प्रगति के चक्र को भी नियंत्रित करता है। ट्रेड वस्तुओं या सेवाओं के अनुसार अलग-अलग हो सकता है, लेकिन इसकी प्रक्रिया लगभग एक समान ही होती है।
अब यदि फाइनेंसियल मार्किट या स्टॉक मार्किट में ट्रेडिंग को समझें, की ट्रेडिंग क्या होती है? तो यहाँ पर आम बाजार की तरह प्रोडक्ट और सेवाओं के जगह कंपनियों के स्टॉक्स, शेयर्स, बांड्स इत्यादि को ख़रीदा व बेचा जाता है। वह व्यक्ति जो कपनियों के स्टॉक्स को मुनाफे के उद्देश्य से खरीदता व बेचता है, उसे Trader स्विंग ट्रेडिंग के बारे में कैसे? कहा जाता है, और बाजार जहाँ पर ट्रेडिंग की जाती है, वह शेयर बाजार केहलाता है।
स्टॉक मार्किट में ट्रेडिंग के प्रकार | Types of Stock market Trading in Hindi
स्टॉक मार्किट ट्रेडिंग के मुख्य तीन प्रकार हैं।
Intraday Trading :-
इंट्राडे ट्रेडिंग को डे ट्रेडिंग भी कहा जाता है, जब कोई निवेशक एक ही दिन के भीतर कोई स्टॉक्स खरीदता और बेचता है, तो वह Intraday trading केहलाता है। इसका अर्थ हुवा की यदि आपने आज के दिन में किसी कंपनी के स्टॉक्स ख़रीदे हैं, तो मार्किट बंद होने तक आज ही आपको उन स्टॉक्स को बेचना होगा। इस प्रकार की ट्रेडिंग अनुभवी ट्रेडर्स के द्वारा की जाती है, क्योंकि इसमें रिस्क अधिक होता है, और तेजी से निर्णय लेने पड़ते हैं।
Position Trading :-
पोजीशन ट्रेडिंग में इंट्राडे की तुलना में निवेशक को ट्रेडिंग के लिए अधिक समय मिल जाता है, क्योंकि यह Buy और Hold रणनीति पर निर्भर करता है। इसमें निवेशक लंबे समय तक के लिए स्टॉक्स को होल्ड रख सकता है, जब तक की स्टॉक्स के दाम में वृद्धि ना हो जाए, यानि इसमें निवेशक हफ़्तों और महीनों तक स्टॉक्स को होल्ड रख सकता है।
What is swing trading in hindi स्विंग ट्रेडिंग क्या है?
शेयर मार्किट में स्विंग ट्रेडिंग भी बहुत लोकप्रिय ट्रेडिंग है. स्विंग ट्रेडिंग का मतलब होता है शेयर में आ रहे उछाल और गिरावट का फायदा उठाके कम समय में ज्यादा रिटर्न्स पाना.
शेयर मार्किट के इस ट्रेडिंग प्रकार में आप का आशय कम समय में ज्यादा मुनाफा कमाना होता है. इंट्राडे ट्रेडिंग और स्विंग ट्रेडिंग में ये तफावत होता है की इंट्राडे ट्रेडिंग में आपको ख़रीदे हुए शेयर उसी दिन बेच देने पड़ते है जबकि स्विंग ट्रेडिंग में आप अपने शेयर २-३ दिन से लेकर महीने तक रख सकते है. आपको ये शेयर कितने समय तक रखना है ये आपके ऊपर निर्भर करता है.
फ्यूचर एंड आप्शन ट्रेडिंग क्या है- What is future and option Trading hindi
फ्यूचर एंड आप्शन ट्रेडिंग में आपको शेयर खरीदने के लिए निश्चित समय अवधि मिलती है. आपको इन समय अवधि के दरम्यान शेयर खरीदने और बेचने पड़ते है.
Future and option Trading hindi में आपको जानकारी देना चाहता हु की ये ट्रेडिंग भारत में सिर्फ एन.एस.इ स्टॉक एक्सचेंज में ही होती है. भारत के बी.एस.इ स्टॉक एक्सचेंज में आप फ्यूचर एंड आप्शन के सौदे नहीं कर सकते है.
फ्यूचर स्विंग ट्रेडिंग के बारे में कैसे? एंड आप्शन में आप ज्यादा से ज्यादा ३ महीने के लिए शेयर खरीद या बेच सकते है. फ्यूचर एंड आप्शन को डेरिवेटिव कहते है. भारत में हाल ही में आप्शन में Weakly आप्शन समय अवधि सुरु हुई है जिसमे आप आप्शन एक विक से लेकर ३ महीने की समय अवधि के लिए खरीद या बेच सकते है.
इंट्राडे ट्रेडिंग और स्विंग ट्रेडिंग से फ्यूचर एंड आप्शन का तफावत ये है की आप यंहा पर जो शेयर खरीदते है वो लोट के हिसाब से ख़रीदे जाते है. लोट का मतलब होता है किसी भी कंपनी के द्वारा निश्चित की गयी शेयर्स की संख्या. जैसे की निफ्टी का लोट ७५ का होता है अगर आप निफ्टी फ्यूचर लेना चाहते है तो आप को एक लोट याने की ७५ की संख्या में निफ्टी खरीदनी पड़ेगी.
trading kaise kare in hindi-Trading Strategies in hindi
शेयर मार्किट में ट्रेडिंग करने के लिए कई स्ट्रेटजी है. आप इन स्ट्रेटजी का उपयोग करके आप अच्छा मुनाफा कमा सकते है.इंट्राडे ट्रेडिंग, स्विंग ट्रेडिंग, फ्यूचर एंड आप्शन में ट्रेडिंग करने की कई स्ट्रेटजी है जिस के बारे में आपको trading kaise kar e इस आर्टिकल में जानकारी देने वाला हु.
- कैंडलस्टिक चार्ट पैटर्न्स का उपयोग
- मूविंग एवरेज का उपयोग
- आर.एस.आई इंडिकेटर का उपयोग
- एम्.ए.सि.डी इंडिकेटर का उपयोग
- सपोर्ट एंड रेसिस्टेंट लेवल का उपयोग
- चार्ट पैटर्न का उपयोग आदि.
ऊपर दी गयी टेक्निक का उपयोग करने को शेयर मार्किट में टेक्निकल एनालिसिस कहा जाता है. सफल ट्रेडिंग करने के लिए आपको टेक्नीकल एनालिसिस सीखना चाहिए. टेक्निकल एनालिसिस से आपको ये पता चलता है की कौन सा शेयर खरीदना चाहिए, कब खरीदना चाहिए, शेयर के भाव में कितनी बढ़ोतरी या गिरावट आ सकती है इनका पता आपको टेक्नीकल एनालिसिस के जरिये चलता है.टेक्निकल एनालिसिस सिखने के लिए मैंने मेरी वेबसाइट पर कई आर्टिकल पोस्ट किये है जिसे आप पढके टेक्निकल एनालिसिस सिख सकते है.
ट्रेडिंग क्या है? (Trading Kya Hai)
ट्रेडिंग को आसान शब्दों में कहे तो किसी प्रोडक्ट या सेवा को कम दाम में खरीदना और उच्च दाम पर बेंच देना ट्रेडिंग कहलाता है, ट्रेडिंग का मतलब किसी स्टॉक की खरीदना और बेंचना भी ट्रेडिंग कहलाता है ट्रेडिंग का मुख्य मकशद कम दाम में खरीदना और उच्च दाम पर बेंच देना
स्टॉक मार्किट में ट्रेडिंग को मुख्य चार भागो में विभाजित किया गया है
- स्कल्पिंग ट्रेडिंग
- इंट्राडे ट्रेडिंग
- स्विंग ट्रेडिंग
- पोसिशनल ट्रेडिंग
स्कल्पिंग ट्रेडिंग : वह ट्रेड जो कुछ सेकंड या मिनट के लिए ट्रेड किया जाता है इस टाइप की ट्रेडिंग काफी रिस्की होती है इस ट्रेडिंग को करने के लिए काफी एकग्रता की आवश्यकता है इस ट्रेड को अधिकतर प्रोफेशनल ट्रेडर ही ट्रेड करते है
इंट्राडे ट्रेडिंग : यह टाइप ट्रेडिंग एक दिन के लिए किया जाता है अर्थात वह ट्रेडर जो मार्किट खुलने के बाद ट्रेड करते है और मार्किट क्लोज होने से पहले बंद करते है इस तरह के ट्रेडिंग में रिस्क काम होता है.
ट्रेडर बनने के लिए पहले आपके पास बेसिक स्किल होना अति आवश्यक है जैसे शेयर मार्किट क्या है? और शेयर मार्किट में कैसे इन्वेस्ट किया जाता है उसके बाद ट्रेडिंग क बारे में भी कुछ जानकारी होनी चाहिए जैसे ट्रेडिंग त्रादंग कितने प्रकार के होते है और ट्रेड कैसे किया जाता है.
ट्रेडिंग करने के लिए आपके पास पहले एक डीमैट अकाउंट होना अतिआवश्यक है जिस प्रकार बैंक में पैसा जमा निकाशी के लिए सेविंग और करंट अकाउंट खुलवाते है उसी प्रकार शेयर मार्किट में निवेश और ट्रेडिंग के लिए डीमैट अकाउंट क आवश्यकता होती है.
डीमैट खाता आप अपने घर से बस 5 मिनट में अपना अकाउंट बना सकते है ऐसे बहुत सरे मार्किट में ब्रोकर है जो डीमैट खाता खोलते है जैसे उपस्टेक्स, एंजेल वन , ग्रो और बहुत सारे
अगर अपने अभी तक अपना डीमैट खाता नहीं खोला है तो आप Upstox में अपना अकाउंट बना सकते है इसकी सर्विस काफी अच्छी होने के साथ इसका इंटरफ़ेस इंटरफ़ेस यूजर फ्रेंडली है इसका इस्तेमाल में करीब 5 साल से कर रहा हूँ.
ट्रेडिंग कैसे सीखे (Trading Kaise Sikhe)
ट्रेडिंग सिखने के लिए आज बहूत सारे तरीके है आप ट्रेडिंग घर बैठे ऑनलाइन सिख सकते है आज ऐसे भूत सरे प्लेटफॉर्म है जिसके माध्यम से आप ट्रेडिंग सिख सकते है
यूट्यूब : आज ऐसे हजारो चैनल है जो फ्री में ट्रेडिंग सिखाते है लेकिन में आपको निचे पांच ऐसे चैनल के नाम बता रहा हूँ जिसमे मेने भी बहुत कुछ सिका और आप भी सिख सकते है
01 | Vivek Bajaj |
02 | Neeraj Joshi |
03 | Fin Baba |
04 | Puskar Raj Thakur |
अगर आप ट्रेडिंग की शुरुवात करना चाहते है तो आप Upstox में अपना अकाउंट बना सकते है इसका इस्तेमाल में पिछले 5 साल से कर रहा हूँ
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