3 कारण तुम क्यों चाहिए Trade द्विआधारी विकल्प और कारण आपको क्यों नहीं करना चाहिए
बाइनरी ट्रेडिंग कुछ समय के लिए रही है, लेकिन हाल ही में सभी प्रमुख बाइनरी ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म लॉन्च किए गए हैं। बाइनरी ऑप्शंस ट्रेडिंग सूची में कुछ सबसे उल्लेखनीय नामों में शामिल हैं - कोटेक्स, Olymp Trade, बुद्धि विकल्प, Expert Option, Binomo, Binarium, और Option24 आदि शामिल हैं।
इससे पहले कि आप व्यापार शुरू करने के लिए एक मंच चुनें, यह महत्वपूर्ण है कि आप इस जानकारी के प्रति सचेत रहें। बाइनरी ऑप्शंस ट्रेडिंग शुरू करना आसान है और यह जोखिम भरा भी है। सुनिश्चित करें कि आप इस पोस्ट को आपके सामने अंत तक पढ़ें साइन अप करें किसी भी बाइनरी ऑप्शन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म पर।
पहला कारण trade द्विआधारी विकल्प - उन्हें समझना आसान है
बाइनरी विकल्प एक प्रकार का निवेश है जो हां या ना के प्रस्ताव पर आधारित होता है। निवेशक भविष्यवाणी करता है कि समाप्ति समय तक संपत्ति में वृद्धि या कमी होगी या नहीं, अक्सर 5 सेकंड से 4 घंटे। यदि निवेशक की भविष्यवाणी प्राइस एक्शन ट्रेडिंग कभी गलत नहीं है सही है, तो उन्हें भुगतान प्राप्त होता है (कभी-कभी 95% जितना अधिक)। यदि वे गलत हैं, तो वे अपना निवेश खो देते हैं।
बाइनरी विकल्पों को समझना आसान है क्योंकि केवल दो संभावित परिणाम हैं - या तो आप जीतते हैं या हारते हैं। जटिल गणनाओं या भविष्यवाणियों के बारे में चिंता करने की कोई आवश्यकता नहीं प्राइस एक्शन ट्रेडिंग कभी गलत नहीं है है। आप बस यह तय करते हैं कि संपत्ति मूल्य में बढ़ेगी या घटेगी और आपका trade.
करने का दूसरा कारण trade द्विआधारी विकल्प - द tradeएस अल्पावधि हैं
आप जब trade द्विआधारी विकल्प, आपका tradeएस अल्पकालिक हैं। इसका मतलब है कि आप अंदर और बाहर आ सकते हैं trade जल्दी से, और आपको अपने दीर्घकालिक प्रभावों के बारे में चिंता करने की ज़रूरत नहीं है tradeएस। यह एक कारण है कि प्राइस एक्शन ट्रेडिंग कभी गलत नहीं है बाइनरी विकल्प इतने लोकप्रिय क्यों हैं traders जो पैसा बनाने का एक त्वरित तरीका ढूंढ रहे हैं।
कोटेक्स में आप एक खोल सकते हैं trade जो 5 सेकंड, 1 मिनट 3 घंटे या 4 घंटे तक रहता है।
भारी पड़ी लापरवाही! बस एक क्लिक से स्वाहा हो गए ब्रोकर के 250 करोड़ रुपये, देश में अब तक का सबसे बड़ा मामला
साल 2012 में भी ऐसे ही एक मामले में 60 करोड़ का नुकसान हुआ था.
शेयर बाजार को वैसे तो जोखिम वाली जगह माना जाता है, लेकिन निवेशक अपनी जानकारी और सावधानी के बूते यहां खूब मुनाफा भी कमात . अधिक पढ़ें
- News18Hindi
- Last Updated : June 03, 2022, 16:04 IST
नई दिल्ली. कभी-कभी जरा सी चूक कितनी भारी पड़ सकती है, इसका अंदाजा लगाना भी मुश्किल है. ऐसी ही प्राइस एक्शन ट्रेडिंग कभी गलत नहीं है एक घटना बृहस्पतिवार को NSE पर ट्रेडिंग के दौरान सामने आई, जब ब्रोकर के एक प्राइस एक्शन ट्रेडिंग कभी गलत नहीं है गलत क्लिक से ही करीब 250 करोड़ रुपये का नुकसान हो गया.
टाइम्स ऑफ प्राइस एक्शन ट्रेडिंग कभी गलत नहीं है इंडिया की खबर के मुताबिक, ब्रोकरेज की भाषा में इसे फैट फिंगर ट्रेडिंग कहते हैं, जहां कोई ब्रोकर ऑर्डर प्लेस करते समय गलती से की-बोर्ड का ऐसा बटन दबा देता है जो उसके पूरे सौदे को तबाह कर देता है. भारत में यह अब तक का सबसे बड़ा मामला है. अनुमान है कि इसमें ब्रोकर को 200-250 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. इससे पहले साल 2012 में ब्रोकरेज हाउस एमके ग्लोबल को भी इसी तरह के एक मामले में 60 करोड़ रुपये का नुकसान उठाना पड़ा था.
कब और कैसे हुई यह चूक
बृहस्पतिवार दोपहर 2.37 से 2.39 बजे के बीच निफ्टी पर ऑप्शन ट्रेडिंग के समय एक ब्रोकर ने 25 हजार लॉट के लिए बोलियां लगाईं. इस समय प्रत्येक लॉट का बाजार भाव करीब 2,100 रुपये था, लेकिन ब्रोकर ने गलती से काफी कम का भाव लगा दिया. बाजार के जानकारों का कहना है कि ऑर्डर प्लेस होते ही ब्रोकर को 200-250 करोड़ रुपये की चपत लग गई. कुछ बाजार विश्लेषकों का दावा है कि यह रकम किसी भी हाल में 250 करोड़ से कम नहीं है.
एक तरफ ऑर्डर प्लेस करने वाले ब्रोकर को इतना बड़ा नुकसान उठाना पड़ा तो दूसरी ओर इसी घटना ने कोलकाता के दो ब्रोकर को करोड़ों का फायदा पहुंचाया. बाजार विश्लेषकों के मुताबिक, एक ब्रोकर को करीब 50 करोड़ का सीधा लाभ हुआ है, जबकि दूसरे को 25 करोड़ मिले हैं.
बीमा से होगी भरपाई
इस घटना के बारे में वैसे तो एनएसई की ओर से ऑफिशियली कुछ नहीं कहा गया है, लेकिन एक अधिकारी ने बताया कि चूंकि यह मामला दो ब्रोकर के बीच हुआ है और गलती से एक को नुकसान उठाना पड़ा तो इसकी भरपाई पहले से कराए बीमा के जरिये हो जाएगी. हालांकि, एक्सचेंज इस बात की जांच कर रहा है कि इस तरह की गलत ट्रेडिंग का ऑर्डर तकनीकी पकड़ से बचकर कैसे पूरा हो गया.
दरअसल, साल 2012 में जब पहली बार फैट फिंगर ट्रेडिंग का मामला सामने आया था तो सभी ब्रोकरेज हाउस ने ऐसी तकनीक विकसित की थी जिसमें ऐसे गलत ट्रेड के ऑर्डर को पहचान कर स्वयं नष्ट कर दिया जाता था. एनएसई ने भी ऐसी तकनीक विकसित की थी जिसमें मार्केट प्राइस से कम पर कोई ऑर्डर होने पर उसकी पहचान कर ली जाती. लेकिन, इस मामले में एनएसई की यह तकनीक भी काम नहीं आई.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|
We're sorry, but something went wrong.
The issue has been logged for investigation. Please try again later.
Error ID:
Details:
Web application could not be started by the Phusion Passenger application server.
Please read the Passenger log file (search for the Error ID) to find the details of the error.
You can also get a detailed report to appear directly on this page, but for security reasons it is only provided if Phusion Passenger is run with environment set to development and/or with the friendly error pages option set to on.
For more information about configuring environment and friendly error pages, see:प्राइस एक्शन ट्रेडिंग कभी गलत नहीं है
Stock Market में कैसे करें निवेश और किस तरह की बरतें सावधानियां ? जानिए एक्सपर्ट से हर सवालों के जवाब
क्या आप शेयर बाजार में निवेश करना चाहते हैं लेकिन नहीं जानते कि इसकी शुरुआत कैसे हो ? क्या आपको शेयर बाजार की दुनिया जटिल और उलझन भरी लगी लगती है ? क्या किसी और को हुए फायदे और नुकसान का सुनकर आप फैसला नहीं कर पाए हैं कि आपके लिए शेयर बाजार सही रहेगा या नहीं ? तो आज हम आपको बताएंगे शेयर बाजार से जुड़ी हर वो बात साथ ही एक्सपर्ट से जानेंगे की शेयर बाजार में निवेश कैसे करें और क्या सावधानियां बरतें.
Do you want to invest in the stock market but don't know how to start? Do you find the world of stock market complicated and confusing?
सिर्फ 15 दिन में पैसा डबल, इस शेयर ने दिया 100% से ज्यादा का रिटर्न
सिर्फ 15 ट्रेडिंग सेशंस में ही कंपनी के शेयरों ने निवेशकों का पैसा दोगुना कर दिया है। वेरांडा लर्निंग सॉल्यूशंस के शेयरों ने 15 ट्रेडिंग सेशंस में 100 फीसदी से ज्यादा रिटर्न लोगों को दिया है।
ई-लर्निंग इंडस्ट्री से जुड़ी एक कंपनी ने ताबड़तोड़ रिटर्न दिया है। यह कंपनी वेरांडा लर्निंग सॉल्यूशंस है। सिर्फ 15 ट्रेडिंग सेशंस में ही कंपनी के शेयरों ने निवेशकों का पैसा दोगुना कर दिया है। वेरांडा लर्निंग सॉल्यूशंस के शेयरों ने 15 ट्रेडिंग सेशंस में 100 फीसदी से ज्यादा रिटर्न लोगों को दिया है। कंपनी के शेयर 11 अप्रैल को एक्सचेंज में लिस्टेड हुए हैं। वेरांडा लर्निंग सॉल्यूशंस के शेयरों का 52 हफ्ते का हाई लेवल 305.75 रुपये है।
तगड़ा रिटर्न, दोगुना हो गया लोगों का पैसा
वेरांडा लर्निंग सॉल्यूशंस के शेयरों का इश्यू प्राइस 137 रुपये था। कंपनी के शेयर 4 मई 2022 को 276.65 रुपये के स्तर पर बंद हुए हैं। यानी, 15 ट्रेडिंग सेशंस में कंपनी के शेयरों में 101.45 फीसदी या 139 रुपये का उछाल आया है। अगर किसी व्यक्ति ने कंपनी के शेयरों के लिस्टिंग वाले दिन स्टॉक में 1 लाख रुपये लगाए होते तो मौजूदा समय में यह पैसा 2.01 लाख रुपये होता। वेरांडा लर्निंग सॉल्यूशंस के शेयरों का 52 हफ्ते का लो-लेवल 149.15 रुपये है।
करीब 15% के प्रीमियम पर लिस्ट प्राइस एक्शन ट्रेडिंग कभी गलत नहीं है हुए थे कंपनी के शेयर
वेरांडा लर्निंग सॉल्यूशंस की ईजीएम (एक्स्ट्राऑर्डिनरी जनरल मीटिंग) 27 मई को होनी है, जिसमें बोर्ड मेंबर्स कई अहम प्रपोजल्स पर विचार करेंगे। इस प्राइस एक्शन ट्रेडिंग कभी गलत नहीं है मीटिंग में एंप्लॉयीज स्टॉक ऑप्शन प्लान 2022 को मंजूरी मिल सकती है। वेरांडा लर्निंग सॉल्यूशंस का आईपीओ 29 मार्च से 31 मार्च तक ओपन था। कंपनी के शेयर 130-137 रुपये के प्राइस बैंड पर मिल रहे थे। कंपनी के शेयरों का अलॉटमेंट 5 अप्रैल को हुआ था। कंपनी के शेयर इश्यू प्राइस के मुकाबले 14.60 फीसदी के प्रीमियम पर लिस्ट हुए थे। कंपनी के आईपीओ का लॉट साइज 100 शेयर का था।
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 555