नई दिल्ली: दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन (Bitcoin) के लिए नया साल और भी ज्यादा बुरा हो सकता है. दुनिया के बड़े बैंकों में से एक स्टैंडर्ड चार्टर्ड (Standard Chartered) ने अनुमान लगाया है कि नए साल में बिटकॉइन निवेशकों (Bitcoin Investors) के आंसू और ज्यादा बहा सकता है और इसकी कीमत में 70 फीसदी की गिरावट देखने को मिल सकती है. बैंक ने कहा कि साल 2023 में बिटकॉइन की कीमत (Bitcoin Price) 5 हजार डॉलर के पास आ सकते हैं जो कि मौजूदा समय 17,500 डॉलर के करीब कारोबार कर रहा है.

1 बिटकॉइन कितने रुपए का आता है बताइए

1 बिटकॉइन कितने रुपए का आता है | Bitcoin Price In India Today 2022

1 बिटकॉइन कितने रुपए का आता है : क्या आप जानना चाहते हैं आज 1 बिटकॉइन का कीमत कितने रुपए होता हैं? आज के समय पर Bitcoin एक ट्रेंडिंग करेंसी बन गया है। एस वजह से हर कोई आजकल Bitcoin के बारे में बहुत सारे सर्च कर रहे हैं और इंटरनेट पर एक बिटकॉइन का कीमत क्या है यह लगातार सर्च करता रहता है।

लेकिन सबसे बड़ा समस्या यह है कि आपको बहुत कम वेबसाइट के अंदर ही Bitcoin Live Price Today दिखाया जाता है जो लेटेस्ट होता हैं. शायद आप जानते होंगे बिटकॉइन एक डिजिटल करेंसी है जिसके वजह से बिटकॉइन प्राइस इंडिया में इनका मुल्ल हर सेकेंड में ही बदलता रहता है। इसके लिए हम हमेशा ही हमारी ऑडियंस को सलाह देते हैं Live Bitcoin Price Chart 2022 देखने के लिए, जिसके जरिए वह आज का करंट 1 बिटकॉइन कितने रुपए का आ रहा है इसके बारे में सटीक जानकारी पा सके.

1 बिटकॉइन कितने रुपए का आता है

अभी आप एक बिटकॉइन का कीमत रुपए में कितना होता है यह जानने के लिए बहुत ही उत्सुक हो गए होंगे. इसका सटीक जवाब देने के लिए आज हम आपके सामने आज का लाइव Bitcoin Price Today 2022 जो अभी इंडिया में बिटकॉइन प्राइस चल रहा है वह नीचे टेबल में प्रस्तुत किए हुए है.

1 बिटकॉइन का कीमत रुपए में (Live)👇

आप ऊपर दिए गए चार्ट को देखकर आज कितने बिटकॉइन हैं? का एक बिटकॉइन क्रिप्टो करेंसी का कीमत जान पाएंगे. यह प्राइस चार्ट लास्ट 24 घंटे का पूरा डिटेल्स आपको दे देगा जहां पर आपको लाइव Bitcoin Ka Price जानने का मौका मिलेगा.

जैसे कि आप जानते हैं अन्य Cryptocurrency के जैसा Bitcoin भी एक डिजिटल करेंसी है जिसका प्राइस हर एक सेकेन्ट में बदलता रहता है। इसलिए अगर आप आज बिटकॉइन खरीदने का सोच रहे हैं तो आपको आज 1 बिटकॉइन कितने रुपए का आता है यह जानना बहुत ही जरूरी है। तो अगर आप एक बिटकॉइन का कीमत कितना रुपए है यह सटीक तरीके से जानते हैं तभी आप कोई भी ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से बिटकॉइन खरीद सकते हैं वह भी सटीक मूल्य में.

1 बिटकॉइन क्या होता है?

1 बिटकॉइन का कीमत रुपए में जाने के बाद आपके मन में एक प्रश्न आ रहा होगा कि एक बिटकॉइन का मतलब क्या होता है. इसके लिए आपको पहले बिटकॉइन क्या है इसके बारे में बखूबी से जाना पड़ेगा. Bitcoin एक डिजिटल क्रिप्टो करेंसी है जो एनक्रिप्टेड माध्यम में ही आपको खरीदना पड़ेगा. इसका मतलब यह है कि अगर आप कभी भी एक बिटकॉइन खरीदते हैं तो आपके पास कोई भी पेपर वर्क होगा ही नहीं।

अगर साधारण भाषा में बोला जाए तो १ बिटकॉइन एक क्रिप्टो करेंसी होता है जिसका कीमत अभी के टाइम पर 16,87,002। यह मूल्य कभी भी स्थिर नहीं रहता है, क्योंकि हर एक सेकंड में बिटकॉइन का भेलू बदलता रहता ही है एवं इस बिटकॉइन को बीटीसी (BTC) के नाम पर भी जाना जाता है।

1 बिटकॉइन का दाम कितना बढ़ेगा

अभी आप में से बहुत लोग एक बीटीसी का मूल्य जानने के बाद आप क मन में यह प्रश्न आ रहा होगा कि क्या मैं भविष्य के लिए कुछ बीटीसी को खरीद के रखो. इस प्रश्न का उत्तर आपको तभी मिलेगा जब आप एक बीटीसी का दाम कितने भरने वाला है इसका जवाब पाएंगे.

1 बिटकॉइन प्राइस इंडिया में कितने रुपए है

अगर आप इंडिया में रहकर बिटकॉइन खरीदने का प्लान कर रहा है तो आपको 1 बिटकॉइन कितने रुपए का आता है इसका दाम जानना बहुत ही जरूरी है. बिटकॉइन का प्राइस इंडिया में लेकर आए हैं जिसके जरिए आप आज का एवं इस समय में एक बिटकॉइन प्राइस टुडे इन कितने बिटकॉइन हैं? इंडिया में कितना चल रहा है इसका सटीक ज्ञान पा सके. तो अगर हम इंडियन रूपी में एक बिटकॉइन का प्राइस बोलना चाहे तो अभी लगभग 35 लाख के आसपास 1 Bitcoin का Price आ रहा है.

बिटकॉइन जैसा अन्न Cryptocurrency का कीमत

हम जानते हैं आप में से बहुत सारे लोग बिटकॉइन का कीमत कितने रुपए है इसके साथ-साथ अन्य Cryptocurrency का कीमत भी जानना चाहते होंगे. इसलिए हम आपके लिए नीचे एक क्रिप्टो प्राइस टेबल में सबसे ज्यादा पॉपुलर क्रिप्टो करेंसी के लाइव प्राइस को प्रस्तुत किए हैं.

ऊपर दिए गए लिस्ट में हम लोग बिटकॉइन के साथ-साथ अन्य क्रिप्टो करेंसी जैसे एथेरियम, बाइनेंस कॉइन, दोगैकॉइन, पोल्का डॉट, कार डानो जैसे पॉपुलर. इस लिस्ट में आपको पिछले 24 घंटे का प्राइस कितने बिटकॉइन हैं? ग्राफ के साथ मिल जाएगा. आशा करता हूं आप ऊपर दिए गए टेबल में से 1 बिटकॉइन कितने रुपए का आता है इसके साथ-साथ अन्य बिटकॉइन का प्राइस भी अच्छी तरीके से जान लिए होंगे.

क्या होती है Bitcoin की हार्ड लिमिट, क्यों दुनिया में बस 2.1 करोड़ बिटकॉइन ही बनाए जा सकते हैं, जानते हैं?

क्या होती है Bitcoin की हार्ड लिमिट, क्यों दुनिया में बस 2.1 करोड़ बिटकॉइन ही बनाए जा सकते हैं, जानते हैं?

दुनिया में 21 मिलियन Bitcoin ही माइन किए जा सकते हैं. (प्रतीकात्मक तस्वीर)

2009 में अस्तित्व में आने के बाद से क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन (Bitcoin) ने लंबा सफर तय किया है. 2010 में कभी 10,000 बिटकॉइन्स में 2 पिज़्जा खरीदे गए थे और आज बिटकॉइन का मार्केट कैप क्रिप्टो बाजार में सबसे ज्यादा है. इसकी कीमत आज 67,000 डॉलर यानी 54 लाख के ऊपर पहुंच चुकी है. ऐसे में कह सकते हैं कि बिटकॉइन का कायापलट हो चुका है. हालांकि, एक चीज है, जो नहीं बदली है, वो है बिटकॉइन माइनिंग की हार्ड लिमिट.

अब तक कितने बिटकॉइन माइन किए जा चुके हैं?

अब तक 18.78 मिलियन बिटकॉइन माइन किए जा चुके हैं. यानी कि दुनिया में कभी भी जितने भी बिटकॉइन रहेंगे उसका लगभग 83 फीसदी हिस्सा अब तक माइन किया जा चुका है और ये हिस्सा सर्कुलेशन में है. मतलब अब बस लगभग 2 मिलियन बिटकॉइन ही माइनिंग के लिए रह गए हैं.

अगर सबकुछ ऐसा ही रहा तो, एक दशक में 97 फीसदी बिटकॉइन माइन किए जा चुके होंगे. लेकिन बाकी के तीन फीसदी कॉइन अगली एक शताब्दी में माइन हो पाएंगे. इस हिसाब से आखिरी बिटकॉइन सन् 2140 के आसपास माइन किया जाएगा. माइनिंग के धीमा होने के पीछे की वजह एक प्रकिया है, जिसे हाविंग यानी halving कहते हैं. जिस रेट पर बिटकॉइन जेनरेट किए जाते हैं, यह प्रक्रिया उस रेट को हर चार साल पर 50 फीसदी घटा देती है.

इस हार्ड लिमिट से बिटकॉइन को क्या फायदा होता है?

सीधा हिसाब है- जो चीज जितनी कम होगी, उसकी कीमत उतनी ज्यादा होगी. हां कीमत मांग पर निर्भर करती है. चूंकि क्रिप्टो की दुनिया में 21 मिलियन बिटकॉइन ही होंगे, लेकिन दिलचस्पी बढ़ने पर निवेशको की संख्या बढ़ेगी, यानी मांग बढ़ेगी. और मांग बढ़ेगी तो इस क्रिप्टोकरेंसी की कीमत भी बढ़ेगी.

अगर थ्योरी में देखें तो हां यह संभव है. लेकिन इसके लिए बहुत बड़े स्तर पर लोगों की सहमति लेनी होगी. जरूरत होगी कि अधिकतम बिटकॉइन निवेशक अपनी बिटकॉइन की पूंजी की कीमत को कम करने को तैयार हो जाएं, लेकिन ऐसा सोच पाना मुश्किल है कि कोई भी क्रिप्टो में अपने निवेश में ऐसा करके अपना नुकसान कराना चाहेगा.

bitcoin

पिछले कुछ सालों में कैसा रहा है बिटकॉइन का सफर?

अर्थशास्त्री अभी तक इस बात पर स्टडी कर रहे हैं कि हार्ड लिमिट का बिटकॉइन पर क्या असर हुआ है, लेकिन लॉन्च होने के एक दशक बाद तक इसकी कीमतें अप्रत्याशित ढंग से बढ़ी हैं. 2009 में एक ब्लॉक की माइनिंग से 50 बिटकॉइन जेनरेट किए जा सकते थे, लेकिन उस वक्त इसकी कीमत कम थी. एक साल बाद यानी 2010 में एक शख्स ने दो पिज़्जा खरीदने के लिए 10,000 बिटकॉइन चुकाया था.

2012 में यानी कि लॉन्चिंग के चार साल बाद पहली बार ‘halving' की प्रक्रिया हुई, जिसक बाद हर ब्लॉक से 25 बिटकॉइन जेनरेट होने लगे. इससे इस कॉइन की वैल्यू बढ़ी. 2013 कितने बिटकॉइन हैं? के अंत तक इसकी कीमत 200 डॉलर थी. दूसरी 'halving' 2016 में हुई, जब एक ब्लॉक की माइनिंग से 12.5 बिटकॉइन जेनरेट होने लगे. 2020 में अगली 'halving' के बाद एक ब्लॉक से 6.25 बिटकॉइन जेनरेट होने लगे.

पिछले साल के शुरुआती महीनों में बिटकॉइन की कीमत लगभग 10,000 डॉलर थी और यह अप्रैल में 65,000 डॉलर के पार चली गई, जिसके बाद इसने तेज गिरावट देखा. हालांकि अगस्त, 2021 में यह करेंसी फिर से 50,000 के ऊपर के लेवल को छूने में कामयाब रही. इसके बाद अक्टूबर में न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज पर बिटकॉइन फ्यूचर के तौर पर एक्सचेंज ट्रेडेड फंंड की शुरुआत होने से इसने बीते एक महीने में 65,000 से लेकर 67,000 डॉलर तक का सफर तय कर लिया है. बिटकॉइन की माइनिंग जितनी कठिन हुई है, इसकी कीमतें उतनी ही उछली हैं.

Bitcoin News: माइनिंग कितने बिटकॉइन हैं? के लिए केवल 20 लाख बिटकॉइन ही हैं बचे, क्या होगा जब ये भी हो जाएंगे खत्म

around 18.89 million bitcoins of the total of 21 million have already been mined, what happens when it runs out of supply

Bitcoin News: माइनिंग के लिए केवल 20 लाख बिटकॉइन ही हैं बचे, क्या होगा जब ये भी हो जाएंगे खत्म

2009-

क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन (Cryptocurrency Bitcoin) का पहला सेट 2009 में माइन किया गया था, जिससे ब्लॉकचेन (Blockchain) में पहला ब्लॉक बना। इसे जेनेसिस ब्लॉक (Genesis Block) कहते हैं। विशेषज्ञों का अनुमान है कि 2030 के दशक तक लगभग 97% बिटकॉइन की माइनिंग हो जाएगी और अंतिम 3% बिटकॉइन, 2140 तक अस्तित्व में आएंगे।

​क्या होगा जब सभी बिटकॉइन्स की हो जाएगी माइनिंग

जब सभी 2.1 करोड़ बिटकॉइन की माइनिंग हो जाएगी, तो कुल आपूर्ति में कोई नया बिटकॉइन नहीं होगा। कुल आपूर्ति में नए सिक्कों को पेश करने कितने बिटकॉइन हैं? के लिए बिटकॉइन ब्लॉकचेन के एल्गोरिदम को एक महत्वपूर्ण अपडेट की आवश्यकता होगी। बिटकॉइन की सीमित आपूर्ति का निवेशकों और माइनर्स दोनों पर काफी प्रभाव पड़ता है। कुल आपूर्ति की माइनिंग के बाद, बिटकॉइन माइनर्स व्यवसाय से बाहर हो जाएंगे और माइनिंग प्रक्रिया से अवॉर्ड प्राप्त नहीं करेंगे। तब उनके लिए आय का एकमात्र स्रोत लेनदेन को सत्यापित करने से प्राप्त शुल्क होगा, जो कि नए सिक्कों की माइनिंग से शुल्क की तुलना में मामूली है।

​बिटकॉइन होल्डर्स कैसे होंगे प्रभावित

सभी बिटकॉइन की माइनिंग हो जाने पर बिटकॉइन होल्डर्स भी प्रभावित होंगे। हार्ड कैप तक पहुंचने के बाद, बिटकॉइन एक दुर्लभ वस्तु बन जाएगा। संपत्ति जितनी दुर्लभ होगी, उसकी कीमत उतनी ही अधिक होगी। यह कृत्रिम कमी का एक रूप है, जहां नए बिटकॉइन बनाने की तकनीक मौजूद है लेकिन ब्लॉकचेन एल्गोरिथम की सीमा के कारण, बिटकॉइन की कोई नई आपूर्ति नहीं होगी। बिटकॉइन की कमी से खरीदारी का उन्माद पैदा हो सकता है। जैसे-जैसे FOMO (फियर ऑफ मिसिंग आउट) शुरू होगा, लोग बड़ी संख्या में दुर्लभ संपत्ति खरीदना चाहेंगे और बिटकॉइन रखने वाले लोग बेचने की अच्छी स्थिति में होंगे।

Crypto Currency में निवेश कितना है सुरक्षित, Bitcoin और डिजिटल करेंसी को लेकर है कन्फ्यूजन तो जानिए.

Updated: February 3, 2022 10:31 AM IST

cryptocurrency bitcoin

Crypto Currency: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने इस साल का बजट (Budget 2022-23) पेश करते हुए बड़ा ऐलान किया था. वित्त मंत्री ने भारत में भी डिजिटल करेंसी को मान्यता देने की बात कितने बिटकॉइन हैं? कही और कहा कि केवल भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा जारी डिजिटल मुद्रा को मुद्रा के रूप में मान्यता दी जाएगी. इसके साथ उन्होंने ये भी कहा था कि सभी क्रिप्टोकरेंसी से होने वाली आय पर 30 प्रतिशत का TAX लगेगा. यह म्युचुअल फंड या यहां तक ​​कि शेयरों से होने वाली आय पर आप जितना भुगतान करते हैं, उससे कहीं अधिक है.अब क्रिप्टो करेंसी (Cryptocurrency) में निवेश करने वाले लोगों के मन में इसे लेकर कई तरह के सवाल पैदा हो गए हैं.

Also Read:

राजस्व सचिव तरुण बजाज ने कहा कि सरकार डिजिटल करेंसी को कितने बिटकॉइन हैं? स्पेकुलेटिव असेट मानती है. यही कारण है कि अन्य स्पेकुलेटिव असेट जैसे हॉर्स रेसिंग की तरह ही क्रिप्टो से होने वाली कमाई पर 30 प्रतिशत टैक्स लगाया जाएगा. साथ ही टोटल अमाउंट पर 1 प्रतिशत टीडीएस काटने का प्रावधान है.

इसके साथ ही राजस्व सचिव तरुण बजाज ने बड़ी बात कही है कि अगर क्रिप्टो करेंसी से किसी तरह का कोई नुकसान होता है तो भरपाई की कोई व्यवस्था नहीं है. उन्होंने साफ किया कि अगर किसी वित्त वर्ष में आपको क्रिप्टो में निवेश से घाटा होता है तो आप इसे कैरी फॉरवर्ड नहीं कर सकते.

वहीं, टीवी सोमनाथन ने कहा कि क्रिप्टो की वास्तविक वैल्यू कोई नहीं जानता. इनके रेट्स में बदलाव होते रहता है. सरकार की नई नीति है कि क्रिप्टो पर होने वाली कमाई पर अब 30 प्रतिशत टैक्स देना होगा.

Crypto Currency से होने वाली आय पर 30 प्रतिशत कर लगाया जाएगा. उदाहरण के लिए, यदि आप अपने बिटकॉइन बेचकर 100 रुपये कमाते हैं, तो आपको सरकार को क्रिप्टो टैक्स के रूप में 30 रुपये का भुगतान करना होगा. आपको केवल अपनी आय या क्रिप्टोकरेंसी से लाभ पर ही टैक्स का भुगतान करना होगा. उदाहरण के लिए, यदि आपने 5,000 रुपये की क्रिप्टोकरेंसी खरीदी है और बेचते हैं तो 5,500 रुपये में केवल 500 रुपये पर 30 प्रतिशत कर लगेगा, न कि पूरे निवेश पर.

मौजूदा आयकर कानून करदाताओं को लंबी अवधि के पूंजीगत लाभ के खिलाफ अपने दीर्घकालिक नुकसान को समायोजित करने की अनुमति देते हैं. यह करदाताओं को उनके दीर्घकालिक लाभ पर कर का भुगतान करने से छूट देता है. हालाँकि, क्रिप्टो आय के मामले में यह संभव नहीं होगा.

भारत में अभी भी कोई क्रिप्टो कानून नहीं है. नया कराधान बस क्रिप्टो लेनदेन को वैधता देता है और सरकार को सभी लेनदेन की निगरानी करने की अनुमति देता है. इसे सरल शब्दों में समझें तो, यह भारत में क्रिप्टोकरेंसी को कानूनी बनाता है. हालांकि, वे अभी भी अनियंत्रित हैं.

यह भी पढ़ें | बाजार से ये Geyser खरीदना पड़ेगा महंगा, सरकार ने लगाया बैन, देखें कहीं आपने तो नहीं खरीदा

क्रिप्टो मार्केट में अब जबरदस्ती की सेल खत्म
सैम बैंकमैन-फ्राइड के एफटीएक्स एक्सचेंज और सिस्टर ट्रेडिंग हाउस अल्मेडा रिसर्च के पतन के बाद डिजिटल असेट्स के लिए आगे क्या है, इस सवाल का जवाब देना यकीनन कभी कठिन नहीं रहा. इस धमाके की वजह से क्रिप्टो कंपनियों और बुफे टोकन की कीमतों में गिरावट का खतरा है. फंडस्ट्रैट में डिजिटल एसेट स्ट्रैटेजी के प्रमुख सीन फैरेल ने शुक्रवार को एक नोट में लिखा कि क्रिप्टो मार्केट में अब जबरदस्ती की सेल खत्म हो चुकी है. फैरेल ने डिजिटल करेंसी ग्रुप, संकट में घिरी हुई क्रिप्टो ब्रोकरेज जेनेसिस की मूल कंपनी के आसपास चल रही अनिश्चितता की ओर इशारा किया. ब्रोकरेज को दिवालिया होने से बचाने के लिए जेनेसिस के लेनदार विकल्प तलाश रहे हैं.

रेटिंग: 4.86
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 502