Evening Star पैटर्न में पहली कैंडल हरी रंग की होती है और यह bullish कैंडल होती है. यहाँ पर पहली हरी कैंडल की बॉडी काफी बड़ी होती है, जैसे की आप ऊपर के दोनों चार्ट में देख सकते है की पहले दिन उस शेयर में काफी खरीदारी हुई और उस शेयर का भाव काफी ऊपर चढ़ कर बंद हुआ. अब इसमें दूसरे दिन की कैंडल का महत्व होता है, यह हरे रंग या लाल रंग दोनों में कोई भी एक रंग की कैंडल होती है. यह दूसरी कैंडल की बॉडी पहली हरी कैंडल से बहुत छोटी होती है और इसका open price हमेशा पहली हरी कैंडल के close से ऊपर होता है, लेकिन दूसरे दिन इस शेयर के भाव में ज्यादा बदलाव नहीं आता है और यह अपने open price के आस-पास ही बंद होता है, जैसा की दोनों चार्ट में दिखाया गया है. छोटी कैंडल का अर्थ है की उस दिन इस शेयर में ज्यादा हलचल नहीं थी. यहाँ पर दूसरी कैंडल लाल या हरे रंग में कोई भी हो सकती है.

कैंडलस्टिक को समझने की शुरुवात

जैसे कि हम पहले भी मॉर्निंग स्टार कैंडलस्टिक पैटर्न के प्रकार बात कर चुके हैं कि टेक्निकल एनालिसिस में सबसे जरूरी अवधारणा (Assumption) यह है कि इतिहास अपने आप को दोहराता है। टेक्निकल एनालिसिस इस अवधारणा को बार-बार इस्तेमाल करता है। यह सबसे महत्वपूर्ण अवधारणा है।

टेक्निकल एनालिसिस की इस अवधारणा को और गहराई से समझना जरूरी है क्योंकि कैंडलस्टिक के पैटर्न पूरी तरीके से इस अवधारणा आधार बनाते हैं।

मान लीजिए आज 7 जुलाई 2014 है और कुछ चीजें बाजार में हो रही है।

  1. घटना एक शेयर पिछले 4 दिनों से लगातार गिर रहे हैं ।
  2. घटना दो आज 7 जुलाई 2014 को पांचवा ट्रेडिंग सेशन है जहां शेयर गिर रहे हैं। शेयर वॉल्यूम भी कम है।
  3. घटना तीन शेयर की कीमत का दायरा भी पिछले दिनों की तुलना में बहुत ज्यादा छोटा है।

इन घटनाओं को ध्यान में रखते हुए अब आप मानिए कि अगले दिन यानी 8 जुलाई 2014 को शेयरों की गिरावट थम जाती है और शेयर थोड़ी सी तेजी मॉर्निंग स्टार कैंडलस्टिक पैटर्न के प्रकार के साथ भी बंद होते हैं। तो पिछली तीन घटनाओं के परिणाम में छठवें दिन शेयर बाजार ऊपर की तरफ गया।

4.2- कैंडलस्टिक पैटर्न और उनसे जुड़ी उम्मीदें

कैंडलस्टिक का इस्तेमाल ट्रेडिंग पैटर्न समझने के लिए किया जाता है। पैटर्न , यानी एक खास तरह की घटना जब एक खास तरीके के संकेत देती है तो उसे पैटर्न कहते हैं। टेक्निकल एनालिस्ट पैटर्न के आधार पर ही अपना ट्रेड यानी सौदा तय करते हैं। किसी भी पैटर्न में दो या दो से ज्यादा कैंडल एक खास तरीके से लगे होते हैं। लेकिन कभी-कभी एक कैंडलस्टिक से भी पैटर्न समझा जा सकता है। इसलिए कैंडलस्टिक पैटर्न को सिंगल कैंडलस्टिक पैटर्न यानी एक कैंडलस्टिक वाले पैटर्न और मल्टीपल कैंडलस्टिक पैटर्न यानी कई कैंडलस्टिक वाला पैटर्न में बांटा जा सकता है। एक कैंडलस्टिक वाले पैटर्न में हम जो चीजें मॉर्निंग स्टार कैंडलस्टिक पैटर्न के प्रकार जानेंगे वह हैं।

  1. मारूबोज़ू (Marubozu)
    1. बुलिश मारूबोज़ू ( Bullish Marubozu)
    2. बेयरिश मारूबोज़ू (Bearish Marubozu)

    मॉर्निंग स्टार और इवनिंग स्टार कैंडल चित्र

    ये दोनों कैंडल यानि की इवनिंग स्टार और मॉर्निंग स्टार तीन कैंडल को मिला कर के बनती है उदाहरण के तौर पर मान लीजिये कि आज बुधवार है और सोमवार तक जो मार्किट लगातार निचे गिर रहा था लाल कैंडल के साथ अचानक से एक ऐसी कैंडल बनती है ( मंगल वार को ) जो बिलकुल दोज़ी कैंडल की तरह दिखती हो

    बल्कि उसे आप दोज़ी भी कह सकते हो और दोज़ी कैंडल के अगले दिन यानि की बुधवार को एक हरे रंग की कैंडल बनती है तो उस पूरी प्रक्रिया से एक पैटर्न बनजाता है जिसको हम मॉर्निंग स्टार कहते हैं इसके बनने के बाद गुरुवार को आप क्या करेंगे कैसे ट्रेड करेंगे आइये बताते हैं।

    How do you trade with Morning star Pattern ?

    Morning star बनने के बाद शेयर की चाल एकदम से बदल जाती है और जो शेयर अभी तक गिर रहे थे उसकी गिरावट रुक जाती है अब आज यानी गुरुवार को शेयर ऊपर जाने के लिए या फिर कह सकते हैं कि ये बेयरिश से बूल होने की तैयारी में है। नीचे दिए गए चित्र में आपको मॉर्निंग स्टार और इवनिंग स्टार दोनों का चित्र दिखते हैं।

    आप नीचे चित्र में देख कर समझ सकते हैं जिसे मैंने गोले में दिखाया है काले गोले में मॉर्निंग स्टार है और लाल व नीले गोले में इवनिंग स्टार :-

    Evening star - इवनिंग स्टार

    इसी प्रकार Evening star - इवनिंग स्टार भी होता है इसको भी हम उसी उ दाहरण के तौर पर समझते हैं - मान लीजिये कि आज बुधवार है और सोमवार तक जो मार्किट लगातार ऊपर जा रहा था उसमे अचानक से एक ऐसी कैंडल बनती है ( मंगल वार को ) दोज़ी कैंडल की तरह और दोज़ी कैंडल के अगले दिन यानि की बुधवार को लाल रंग की कैंडल बनती है।

    तो इस पूरी प्रक्रिया से जो पैटर्न बनता है उसी को हम Evening star - इवनिंग स्टार In Hindi कहते हैं। इसके बनने के बाद गुरुवार को आप क्या करेंगे।

    morning star candlestick pattern में ध्यान रखने वाली बाते

    मोर्निंग स्टार कैंडलस्टिक पैटर्न बुलिश (तेजी) की पैटर्न है.पहले दिन की कैंडल एक लम्बी बेरिश (मंदी) की पैटर्न होनी चाहिए.दुसरे दिन की कैंडल बुलिश हो या बेरिश उसका कोई महत्त्व नहीं है लेकिन वो पहले दिन की कैंडलस्टिक पैटर्न के लो से ऊपर नहीं होनी चाहिए.

    तीसरे दिन की पैटर्न एक लम्बी बुलिश कैंडलस्टिक पैटर्न होनी चाहिए जो दुसरे दिन की कैंडलस्टिक पैटर्न से गेप में ओपन होनी चाहिए और कम से कम पहले दिन की बेरिश कैंडलस्टिक पैटर्न मॉर्निंग स्टार कैंडलस्टिक पैटर्न के प्रकार की बॉडी के हाफ(५०%) से ऊपर या पहले दिन की बेरिश कैंडलस्टिक पैटर्न के ओपन के आजूबाजू बंध होनी चाहिए.

    मोर्निंग स्टार कैंडलस्टिक पैटर्न में खरीदी के मौके

    जब आपको कैंडलस्टिक चार्ट पर मोर्निंग स्टार कैंडलस्टिक पैटर्न दिखे तो आपको खरीदी के मौके तलाशने है. शेयर मार्केट में आपको शेयर की खरीदी तब करनी है जब पहले दिन की बेरिश कैंडलस्टिक पैटर्न के हाई के ऊपर शेयर ट्रेड करने लगे.

    मतलब की जब पहले दिन की बेरिश कैंडल के हाई प्राइस से शेयर के भाव ऊपर की तरफ ट्रेड करने लगे तब आपको शेयर में खरीदी करनी है और जब तक आपको कोई ट्रेंड रिवर्सल पैटर्न ना दिखे तब तक आपको खरीदी बनायीं रखनी है.

    मोर्निंग स्टार कैंडलस्टिक पैटर्न में स्टॉप लोस

    मोर्निंग स्टार पैटर्न बनने के बाद आप जब खरीदी करते है तो आपको दुसरे दिन की कैंडलस्टिक पैटर्न का जो लो(Low)बना है उसे आपको स्टॉप लोस के रूप में उपयोग करना है. मतलब की दुसरे दिन की जो छोटी कैंडल बनी है उसके Low से किसी शेयर का प्राइस अगर निचे की तरफ जाता है तो आपको अपनी खरीदी की पोजीशन को क्लोज कर देना होता है.

    morning star candlestick pattern in hindi आर्टिकल में अब आपको समज में आ गया होगा की morning star candlestick pattern क्या है और आप कैसे इस पैटर्न का ट्रेडिंग में अपने फायदे के लिए उपयोग कर सकते है.

    मोर्निंग स्टार पैटर्न एक बुलिश पैटर्न है और इसके बनने बाद आपको शेयर बाजार में हमेशा खरीदी के मौके तलाश ने चाहिए. और इस कैंडलस्टिक पैटर्न का प्रभाव बहुत ही हाई माना जाता है. इसलिए इसे मोर्निंग स्टार नाम दिया मॉर्निंग स्टार कैंडलस्टिक पैटर्न के प्रकार गया है.

    कैंडलस्टिक चार्ट की जानकारी – भाग 10, Evening Star Pattern

    आज हम कैंडलस्टिक के इवनिंग स्टार पैटर्न (Evening Star pattern) के बारे में सीखेंगे. ऊपर दो चार्ट दिये गए है. इन दोनों प्रकार के चार्ट में बने हुए कैंडलस्टिक पैटर्न, Evening Star pattern कहलाते है. यह कैंडलस्टिक पैटर्न आमतौर पर तब बनता है जब कोई स्टॉक या शेयर काफी दिनों से ऊपर चढ़ रहा हो और उसके अब और ज्यादा भाव बढ़ने की गुंजाईश नहीं हो. यह Evening Star पैटर्न आमतौर पर किसी शेयर के भाव का नीचे की ओर जाने या यूँ कहा जाया की भविष्य में गिरने का अंदाजा देता है. Evening Star पैटर्न में तीन दिनों की कैंडल् होती है, जिनकी जानकारी इस मॉर्निंग स्टार कैंडलस्टिक पैटर्न के प्रकार प्रकार है:-

    1) पहले दिन की कैंडल (01-07-2017) हरी होती है और काफी बड़ी होती है.

    कैंडलस्टिक चार्ट का निर्माण:

    प्रत्येक कैंडलस्टिक मुख्य रूप से रियल बॉडी और विक्स से बना होता है जिसे शड़ौस या टेल्स के रूप में भी जाना जाता है:

    रीड कैंडलस्टिक चार्ट

    शैडोस कैंडलस्टिक चार्ट

    कैंडलस्टिक चार्ट पर पैटर्न की व्याख्या करना:

    जैसा कि कैंडलस्टिक्स अधिक आकर्षक होती हैं, व्यापारी ऐसी कैंडलस्टिक पैटर्न की तलाश करता है जो निरंतरता या उलट-फेर हो सकती हो।

    इन कैंडलस्टिक पैटर्न को मंदी और तेजी वाली कैंडलस्टिक पैटर्न में भी वर्गीकृत किया जा सकता है।

    मार्केट एक्सपर्ट्स से कैंडलस्टिक विश्लेषण की मूल बातें सीखें

    कैंडलस्टिक पैटर्न एक एकल कैंडलस्टिक पैटर्न हो सकता है या दो-तीन कैंडलस्टिक्स को मिलाकर बनाया जा सकता है।

    इस तरह के कैंडलस्टिक पैटर्न के कुछ उदाहरण हैं:

    एकल कैंडलस्टिक पैटर्न का उदाहरण:

    कई कैंडलस्टिक पैटर्न्स कई कैंडल्स द्वारा बनाई जाती है।

    कई कैंडलस्टिक पैटर्न का उदाहरण:

    o बुलिश एंगलफ़ींग

    o बीयरिश एंगलफ़ींग

    कैंडलस्टिक चार्ट का विश्लेषण करते समय तीन मान्य ताएँ:

    1. एक को ताकत खरीदनी चाहिए और कमजोरी को बेचना चाहिए:

    शक्ति आमतौर पर एक तेजी (हरे) कैंडल द्वारा दर्शायी जाती है जबकि कमजोरी एक मंदी (लाल) कैंडल द्वारा दर्शायी जाती है।

    आम तौर पर हरे रंग की कैंडल के दिन खरीदना चाहिए और लाल कैंडल के दिन बेचना चाहिए।

    2. एक को पैटर्न के साथ लचीला होना चाहिए:

    बाजार की स्थितियों के कारण पैटर्न में मामूली बदलाव हो सकते हैं।

    इसलिए, चार्ट पर इन कैंडलस्टिक पैटर्न का विश्लेषण करते समय थोड़ा फ्लेक्सिबल होना चाहिए।

    3. एक को पूर्व प्रवृत्ति की तलाश करनी चाहिए:

    अगर आप तेजी से कैंडलस्टिक पैटर्न की तलाश कर रहे हैं तो पूर्व प्रवृत्ति मंदी होनी चाहिए और इसी तरह, अगर आप एक मंदी के पैटर्न की तलाश कर रहे हैं तो पूर्व प्रवृत्ति तेज होनी चाहिए।

    महत्वपूर्ण सीख:

    • कैंडलस्टिक चार्ट एक प्रकार के तकनीकी चार्ट हैं जो बार चार्ट या लाइन चार्ट के समान मूल्य के उतार-चढ़ाव का विश्लेषण करते हैं।
    • प्रत्येक कैंडलस्टिक मुख्य रूप से वास्तविक शरीर और विक्स से बना होता है जिसे छाया या पूंछ के रूप में भी जाना जाता है:
    • संपत्ति का शुरुआती मूल्य> समापन मूल्य = ओपन कैंडलस्टिक बॉडी के शीर्ष पर होगा।
    • संपत्ति का समापन मूल्य> प्रारंभिक मूल्य = क्लोज कैंडलस्टिक बॉडी के शीर्ष पर होगा।
    • जैसा कि कैंडलस्टिक्स अधिक आकर्षक होती हैं, व्यापारी ऐसी कैंडलस्टिक पैटर्न की तलाश करता है जो निरंतरता या उलट-फेर हो सकती हो।

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