ट्रेडर बनने के लिए क्या करना होगा?
ट्रेडर बनने के लिए क्या करना होगा? विदेशी मुद्रा व्यापारी बनने के लिए, आपको मुद्राओं के इतिहास का गंभीरता से व्यापारी कितना कमाते हैं अध्ययन करने, बाजार का तकनीकी विश्लेषण करने में सक्षम होने, दुनिया के विभिन्न देशों की अर्थव्यवस्थाओं की लगातार निगरानी करने की आवश्यकता है, यदि आप इन देशों की मुद्राओं के साथ काम करते हैं।
एक व्यापारी प्रति माह कितना कमाता है?
नियोक्ता व्यापारियों को 40 हजार से 300 हजार रूबल और अधिक का भुगतान करने को तैयार हैं - यह सब इस बात पर निर्भर करता है कि व्यापारी के पास कौन से कार्य होंगे और वह किस तरह की पूंजी के साथ काम करेगा। ज़ारप्लान के आंकड़ों के अनुसार, एक अनुभवी व्यापारी का औसत वेतन 140.000 रूबल है।
एक शुरुआती व्यापारी को क्या चाहिए?
शुरुआती व्यापारियों को पता होना चाहिए कि बाजार कैसे काम करता है और ट्रेडों को खोलने और बंद करने के नियम। आपको डेमो अकाउंट के साथ काम करना शुरू करना होगा और ट्रेडिंग में अनुभव प्राप्त करने के बाद वास्तविक लेनदेन पर आगे बढ़ना होगा। बड़े और छोटे निवेशक, संस्थान हैं जो मुद्राओं के साथ संचालन करते हैं।
0 से ट्रेडिंग में कमाई कैसे करें?
पहली जमा राशि के बिना खाता खोलें। संबंधित सहबद्ध कार्यक्रमों में शामिल हों। व्यापार। मुक्त विदेशी मुद्रा टूर्नामेंट में भाग लें। विदेशी मुद्रा मंचों पर पदों के लिए भुगतान प्राप्त करें। अन्य व्यापारियों को विदेशी मुद्रा के बारे में सिखाएं।
व्यापारी का वेतन क्या है?
141222,0 रूबल। - "व्यापारी" (रूस) का औसत वेतन। रिक्तियों से गणना की गई «व्यापारी» का औसत वेतन, पाई गई रिक्तियों के वेतन का अंकगणितीय माध्य दर्शाता है ("व्यापारी" के लिए इन रिक्तियों की संख्या 18 है)। 131000.0 रूबल।
एक व्यापारी बनने के लिए मुझे कितने पैसे की आवश्यकता है?
शुरुआती लोगों के लिए न्यूनतम शुरुआती पूंजी की इष्टतम मात्रा चुने हुए बाजार, रणनीतियों और उपकरणों के आधार पर 5 रूबल से 000 डॉलर तक होती है। आप $ 5 के साथ भी विदेशी मुद्रा में प्रवेश कर सकते हैं - यह विदेशी मुद्रा के लिए काफी वास्तविक प्रारंभिक पूंजी है, जो व्यापारिक पेशे में एक अच्छी शुरुआत सुनिश्चित करेगा।
क्या एक जीवित व्यापार करना संभव है?
व्यापार में लगे गंभीर प्रकाशकों के अध्ययन, और कई वर्षों से इस क्षेत्र में काम करने वाले लोगों के साथ बातचीत से पता चला है कि सफल जुलूस विदेशी मुद्रा पर अपनी पूंजी का लगभग 3% - 5% प्रति माह कमाते हैं। ऐसे "रोटी" महीने हैं जिनमें मुनाफा 10% या 20% तक पहुंच सकता है।
आप व्यापारी बनने के लिए कहाँ पढ़ते हैं?
रूसी संघ की सरकार की वित्त अकादमी। मॉस्को स्टेट यूनिवर्सिटी; मॉस्को स्टेट यूनिवर्सिटी का नाम एमवी लोमोनोसोव के नाम पर रखा गया; पीटर्सबर्ग स्टेट यूनिवर्सिटी। अर्थशास्त्र और वित्त के पीटर्सबर्ग स्टेट यूनिवर्सिटी; यूराल स्टेट यूनिवर्सिटी ऑफ इकोनॉमिक्स ;. नेशनल रिसर्च यूनिवर्सिटी के हायर स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स।
नौसिखिए व्यापारी को क्या पढ़ना चाहिए?
बेंजामिन ग्राहम "विवेकपूर्ण निवेशक। फिलिप फिशर "कॉमन स्टॉक्स एंड एक्स्ट्राऑर्डिनरी रिटर्न्स"। अलेक्जेंडर एल्डर "शेयर बाजार में कैसे खेलें और जीतें। जैक श्वागर "तकनीकी विश्लेषण। जॉन मर्फी। जेसी लिवरमोर «ट्रेडिंग स्टॉक। माइकल कॉवेल "कछुए व्यापारी।
क्या मैं शुरुआत से व्यापार करना सीख सकता हूँ?
क्या खरोंच से व्यापार करना सीखना संभव है?
दुर्भाग्य से, प्रश्न का सबसे ईमानदार उत्तर «व्यापारी कितना कमाते हैं
क्या मैं कुछ ही समय में खरोंच से व्यापार करना सीख सकता हूँ?
व्यापार करना सीखने में कितना समय लगता है?
10.000 घंटे बहुत हैं। बेशक, सरल या कम प्रतिस्पर्धी क्षेत्रों में विशेषज्ञ बनने में कम समय लगेगा। लेकिन वाणिज्य सहित लोकप्रिय और अत्यधिक प्रतिस्पर्धी क्षेत्रों में, इसमें 10.000 घंटे से अधिक समय लग सकता है।
ट्रेडिंग में क्या जानना जरूरी है?
संचालन में सफल होने के लिए, कानून और बातचीत के नियमों को जानना आवश्यक है, एक उत्कृष्ट सैद्धांतिक आधार होना, शेयर बाजार और शेयर बाजार के संचालन को समझना, योजना और विश्लेषण कौशल रखना, ध्यान देना प्रतीत होता है महत्वहीन विवरण और, ज़ाहिर है, पूंजी है।
व्यापार करने के लिए सबसे अच्छी जगह कौन सी है?
स्टॉकबीप। उच्च खरीद और बिक्री मात्रा वाली प्रतिभूतियों को दिखाता है। फिनविज़ डॉट कॉम। साइट में एक शानदार नक्शा है जो बाजार की भावना को दर्शाता है। ट्रेडिंग व्यू। आपके तकनीकी विश्लेषण के लिए सबसे अच्छी साइट। निवेश करना। ईटीएफडीबी। टिपरैंक। बाजार का गिरगिट।
कौन सा बेहतर है, ट्रेडिंग या निवेश?
निवेश और व्यापार के बीच सबसे ठोस अंतर निवेश का उद्देश्य है। निवेश दीर्घकालिक है और कई वर्षों तक चलता है। ट्रेडिंग एक अल्पकालिक निवेश है जो अधिकतम लाभ प्राप्त करने के लिए कुछ सेकंड, दिन या अधिकतम सप्ताह तक चलता है।
एक व्यापारी और एक निवेशक के बीच क्या अंतर है?
व्यापारी तरलता निवेशकों की जरूरत को प्रभावित करते हैं। और निवेशकों के व्यापार व्यापारियों को खरीदने और बेचने के आधार के रूप में कार्य करते हैं। एक निवेशक एक व्यापारी को नौकरी की तलाश करता है और इसके विपरीत। दुनिया के सभी वित्तीय बाजार दोनों की बातचीत पर आधारित हैं।
कृषि कानून का विरोध कर रहे किसान आखिर कितना कमाते हैं, क्या आपको है ये जानकारी
Kisan Andolan: देश के किसान (Farmer) की औसत आय (Average Income) 77,124 रुपये है. इसे इस तरह भी समझ सकते हैं कि देश का क . अधिक पढ़ें
- News18Hindi
- Last Updated : December 10, 2020, 10:23 IST
नई दिल्ली. कृषि कानून (Agricultural law) के विरोध में चल रहे किसान आंदोलन (Farmer Protest) का आज 15वां दिन है. केंद्र के तीनों कृषि कानूनों को वापस लिए जाने की मांग पर अड़े किसान दिल्ली (Delhi) के बॉर्डर पर सर्द हवाओं और ठिठुरन भरी ठंड के बीच जमे हुए हैं. सरकार ने साल 2022 तक किसानों की आय दोगुना करने का लक्ष्य रखा है लेकिन क्या आप जानते हैं कि देश का पेट भरने वाले इन किसानों की औसम कमाई कितनी है.
बिजनेस टुडे में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक देश के किसान की औसत आय 77,124 रुपये है. इसे इस तरह भी समझ सकते हैं कि देश का किसान हर महीने 6500 रुपये से भी कम कमाता है. साल की औसत आय की बात करें तो देशभर के किसानों की औसम आय मात्र 6,427 रुपये प्रति माह है. यह हाल तब है जब किसान का औसत सालाना खर्च भी करीब 6,227 रुपये है. रिपोर्ट में जिन आंकड़ों का जिक्र किया गया है वह 2013 के कृषि सर्वेक्षण पर आधारित हैं.
देशभर में अलग अलग राज्यों के किसानों की होने वाली कमाई पर गौर करें तो सबसे बेहत स्थिति पंजाब के किसानों की दिखती है जबकि बिहार के किसान सबसे निचले पायदान पर खड़े दिखाई देते हैं. पंजाब के किसान हर साल 2 लाख 16 हजार 708 रुपये की कमाई करते हैं जो महीने के हिसाब से करीब 18,059 रुपये है. वहीं बिहार के किसान साल में मात्र 42 हजार 684 रुपये कमाते हैं. इस तरह महीनेभर में उनकी कमाई मात्र 3,557 रुपये है. जो पंजाब के किसानों से करीब 6 गुना कम है.
पंजाब के बाद हरियाणा के किसान सबसे ज्यादा कमाई करते हैं. हरियाणा के किसाना हर साल करीब 1,73,208 रुपये कमाते हैं जबकि जम्मू कश्मीर के किसान 1 लाख 52 हजार 196 रुपये कमाते हैं. केरल के किसानों की 1 लाख 42 हजार 668 रुपये सालाना आमदनी है जबकि कर्नाटक के किसान 1 लाख 5 हजर 984 रुपये सालाना कमाते हैं. राष्ट्रीय औसत से कमतर कमाने वाले किसानों की बात की जाए तो इसमें बिहार, पश्चिम बंगाल,झारखंड,उत्तर प्रदेश,ओडिशा, छत्तीसगढ़, आंध्र प्रदेश और मध्य प्रदेश के किसान हैं.
मानसून सत्र में पास किए गए थे तीनों कृषि कानून
सितंबर में मानसून सत्र के दौरान केंद्र सरकार ने मूल्य उत्पादन और कृषि सेवा अधिनियम, 2020, आवश्यक वस्तु (संशोधन) अधिनियम, 2020 और किसानों के उत्पादन व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन और सुविधा) अधिनियम, 2020 पास कराए थे. इनका किसानों की तरफ से विरोध किया जा रहा है. किसानों को डर है कि इससे एमसीपी व्यवस्था खत्म हो जाएगी और सरकार उन्हें प्राइवेट कॉर्पोरेट के आगे छोड़ देगाी. हालांकि, सरकार की तरफ से लगातार ये कहा जा रहा है कि देश में मंडी व्यवस्था बनी रहेगी. लेकिन, किसान अपनी जिद पर अड़े हुए हैं.
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व्यापारी कितना कमाते हैं
घर के मसालों का व्यापार कैसे करें 👉🏻 मसाला रोज काम आने वाली वस्तु है। किसी भी लजीज खाने के लिए सही मसाले का सही मात्रा में होना अतिआवश्यक है। देश के सभी घर में तरह तरह के मसाले पाए जाते हैं। चूँकि मसाला तैयार करना एक तरह की प्रक्रिया है, अतः इसे हर घर में तैयार नहीं किया जा सकता है। इस वजह से कई लोग मसाला व्यापार की सहायता से अच्छा खासा लाभ कमाते हैं। आप भी होम मेड मसाले का व्यापार करके बाज़ार में बेच कर अच्छा लाभ कमा सकते हैं। घर के मसाले बनाने के लिए रॉ मटेरियल 👉🏻 इस व्यापार के लिये रॉ मटेरियल के रूप में केवल वही कच्चे मसाले लगते हैं, जिसकी सहायता से आप व्यापार करना चाहते हैं। आम तौर पर इस व्यापार के लिए आवश्यक रॉ मटेरियल हल्दी, काली मिर्च, सूखी मिर्ची, जीरा, धनिया आदि है। घर के मसाले बनाने के लिए मशीनरी 👉🏻 इस उद्योग के लिए कुछ विशेष मशीनो की आवश्यकता होती है; जिसकी सहायता से अपने मसाले की क्वालिटी मेंटेन की जा सकती है। यहाँ पर इस मशीन का वर्णन किया जा रहा है। 👉🏻 क्लीनर: इस मशीन की सहायता से मसाले के रॉ मटेरियल से कंकड़ पत्थर साफ़ किये जाते हैं। 👉🏻 ड्रायर: ड्रायर का प्रयोग करके मसाले को सुखाया जाता है। 👉🏻 ग्राइंडिंग: इस मशीन की सहायता से कम मेहनत से मसाला पीसा जाता है। 👉🏻 पॉवर ग्रेडर: यह मशीन बारीक पाउडर को नीचे और मसाले के मोटे पाउडर को ऊपर करने का कार्य करता है। 👉🏻 बैग सीलिंग मशीन; इस मशीन की सहायता से मसाले की पैकिंग की जाती है। घर के मसाले बनाने के लिए मशीनरी की क़ीमत: 👉🏻 इस पूरे मशीन की सेट अप के लिए लगभग 4 लाख रूपए तक की लागत आती है। घर के मसाले बनाने की प्रक्रिया 👉🏻 अक्सर घरों में वैसे मसालों का प्रयोग होता है, जो मशीन मे पीसे गये होते हैं। हालाँकि यदि मशीन से बनाए गये मसाले की जगह पर यदि हाथ से तैयार मसाले का विकल्प प्राप्त हो तो लोग हाथ वाले मसाले की लेना पसंद करते हैं। इससे सबसे बड़ा फायदा ये होता है कि हाथ से तैयार किए गये मसाले से सब्जी काफ़ी अधिक स्वादिष्ट होती है। और साथ ही हाथ से तैयार किये गए मसाले अपेक्षाकृत अधिक पौष्टिक होते हैं। 👉🏻 सबसे पहले आपको उन सभी मसालों को होलसेल में खरीदना होता है, जिसका प्रयोग आप अपने व्यापार में करना चाहते हैं। 👉🏻 इन मसालों को अच्छी तरह से साफ़ करके धुप में सूखाने की आवश्यकता होती है। इसके बाद ओखल की सहायता से कूट कर बारीक किया जाता है। घर के मसाले के व्यापार के लिए लागत 👉🏻 हाथ से बनाए गये मसाले का व्यापार करने के लिए बहुत अधिक पूँजी की आवश्यकता नहीं होती है। सबसे अच्छी बात ये है कि आपको मशीन के लिए पैसे खर्च नहीं करने पड़ते हैं। मशीन न खरीदने की वजह से आपका एक अच्छा ख़ासा पैसा बच जाता है। आपको व्यापार के आरम्भ करने के लिए रॉ मटेरियल पर खर्च करने की आवश्यकता होती है। इसके अलावा आपको इसके पैकेजिंग और पंजीकरण पर खर्च करना होता है। इस तरह से इस व्यापार का लागत पूर्णतया आप पर निर्भर करता है कि आप कितने रूपए से व्यापार आरम्भ करना चाहते हैं। आमतौर पर यह व्यापार 20,000 से 30,000 रूपए के अन्दर शुरू किया जा सकता है। घर के मसाले के व्यापार में लाभ 👉🏻 घर के मसाले को आप प्रति पैकेट 40 से 50 रूपये में बेच सकते हैं। जिससे आपको प्रति पैकेट 20 से 30 रूपये तक की कमाई होगी. यदि यह आप थोक में बेचेंगे तो आपको इससे कम से कम 50 हजार से 70 हजार रूपये तक प्रतिमाह कमा सकते हैं। हालाँकि आपको इस बिज़नेस में कितना लाभ होगा यह आपके मसाले कि क्वालिटी पर ही निर्भर करेगा। यदि लोगों को ये पसंद आता है तो आप खुद की ब्रांड के साथ इस बिज़नेस को करके लाखों का मुनाफा कम सकते हैं। घर के मसाले के व्यापार के लिए स्थान 👉🏻 चूँकि यह व्यापार घर से किया जा सकता है. अतः आपके पास उचित स्थान होना आवश्यक है। आपको अपने मसाले सुखाने के लिए, पीसने के लिए और पैकेजिंग के लिए स्थान चाहिए। मसाला पीस कर पैकेट बनाने के लिए कम से कम 120 से 150 वर्ग मीटर स्थान की आवश्यकता होती है। घर के मसाले की पैकेजिंग 👉🏻 मसाले के पैकेजिंग पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता होती है। आप चाहे तो अपने मसाले के लिए पैकेट अथवा डिब्बे का प्रयोग कर सकते हैं। आप इन पैकेट पर अपने ब्रांड का स्टीकर लगाएं तो काफ़ी कारगर होगा. इससे आपके प्रोडक्ट की एक विशेष पहचान बनेगी। आप पैकेजिंग के लिए प्रयोग में लाने वाले प्लास्टिक पैकेट बाज़ार से प्राप्त कर सकते हैं। घर के मसाले के व्यापार की मार्केटिंग 👉🏻 इस व्यापार की मार्केटिंग कई स्तर पर की जा सकती है। आप चाहें तो एक होलसेलर अथवा एक खुदरा विक्रेता के तौर पर व्यापार कर सकते हैं। आप मसाला बाज़ार के दुकानों से बात करके अपना प्रोडक्ट बेहद आसानी से होलसेल की क़ीमत पर बेच सकते हैं। यदि आप अपने मसाले के छोटे छोटे पैकेट बनाते हैं, तो आप बेहद आसानी से शहर के विभिन्न किराना स्टोर में भी इसका व्यापार कर सकते हैं। आप औसत कंपनियों से आर्डर लेकर भी यह व्यापार बड़े आसानी से कर सकते हैं। घर के मसाले के व्यापार का पंजीकरण 👉🏻 यह व्यापार एक खाद्य व्यापार है, अतः इसके लिए आवश्यक पंजीकरण कराना अनिवार्य है। आपको सबसे पहले अपना फर्म उद्योग आधार अथवा एमएसएमई के अंतर्गत कराना होता है। इसके बाद आपको सरकार के खाद्य विभाग से fssai लाइसेंस प्राप्त करने की आवश्यकता होती है। इस लाइसेंस से आपके मसाले पर शुद्धता सम्बंधित सवाल नहीं उठेंगे. यदि आप व्यापार बड़े पैमाने पर करना चाहते हैं, व्यापारी कितना कमाते हैं तो आपको अपने फर्म का पंजीकरण प्रोप्रिएटरशिप अथवा पार्टनरशिप के अंतर्गत भी कराना पड़ता है। साथ ही अपने ट्रेडमार्क पर आईएसआई लाइसेंस प्राप्त करने की आवश्यकता होती है। आपको आपके फर्म के नाम पर किसी बैंक में एक करंट अकाउंट बनाने की आवश्यकता होती है। 👉🏻 खेती तथा खेती सम्बंधित अन्य महत्वपूर्ण जानकारियों के लिए कृषि ज्ञान को फॉलो करें। फॉलो करने के लिए अभी ulink://android.agrostar.in/publicProfile?userId=558020 क्लिक करें। स्रोत:- Business ideas Hindi, 👉🏻 प्रिय किसान भाइयों अपनाएं एग्रोस्टार का बेहतर कृषि ज्ञान और बने एक सफल किसान। यदि दी गई जानकारी आपको उपयोगी लगी, तो इसे लाइक 👍 करें एवं अपने अन्य किसान मित्रों के साथ शेयर करें धन्यवाद!
एक दिन में कितना कमाते हैं मुकेश अंबानी, जानकर रह जाएंगे हैरान!
61 वर्षीय मुकेश अंबानी की संपत्ति 371,000 करोड़ आंकी गई है. एक साल में उनकी कंपनी के शेयरों की कीमतें व्यापारी कितना कमाते हैं 45 फीसदी तक बढ़ी हैं.
हुरुन इंडिया ने दावा किया है कि मुकेश अंबानी की एक दिन की कमाई 300 करोड़ रुपये है.
रिलाइंस इंडस्ट्री के प्रमुख मुकेश अंबानी भारत के सबसे अमीर व्यक्ति हैं. बार्कलेज-हुरुन इंडिया की रिपोर्ट में उन्हें 2018 का सबसे अमीर भारतीय बताया गया है. खासबात ये हैं कि वह पिछले सात साल से लगातार भारतीय अमीरों की लिस्ट में शीर्ष पर बने हुए हैं. उनकी संपत्ति 3.71 लाख करोड़ बताई गई है. दिलचस्प बात यह है कि पिछले साल के मुकाबले उनकी संपत्ति में 44 फीसदी का इजाफा हुआ है. यानी कि वे पिछले साल से रोजाना लगभग 300 करोड़ रुपये की कमाई कर रहे हैं.
बार्कलेज-हुरुन इंडिया ने 2018 के रईस भारतीयों की लिस्ट जारी की है. इस रिपोर्ट में बताया गया है कि 1,000 करोड़ के क्लब में 831 लोग शामिल हुए हैं. रिपोर्ट बताती है कि 2016 के मुकाबले भारत में अरबपतियों की संख्या में 100 फीसदी का इजाफा हुआ है. 2017 में इस क्लब में 617 लोग शामिल थे. तमाम आर्थिक घटनाक्रमों के बाद भी भारत के रईसों में बीते साल के मुकाबले एकतिहाई का इजाफा हुआ है.
300 करोड़ रोजाना कमाते हैं अंबानी
61 वर्षीय मुकेश अंबानी की संपत्ति 371,000 करोड़ आंकी गई है. एक साल में उनकी कंपनी के शेयरों की कीमतें 45 फीसदी तक बढ़ी हैं. खासबात ये है कि मुकेश अंबानी की संपत्ति लिस्ट में शामिल दूसरे, तीसरे और चौथे अमीरों की कुल संपत्ति के बराबर है. यानी की लंदन स्थित हिंदुजा ग्रुप के मुखिया एसपी हिंदुजा (1.58 लाख करोड़), लंदन में ही आर्सेलर मित्तल के मालिक लक्ष्मी निवास मित्तल (1.14 लाख करोड़) और विप्रो के अजीम प्रेमजी (98,300 करोड़) की कुल संपत्तिों को मिलाकर जितनी संपत्ति (3.70 लाख करोड़) बैठती है, मुकेश अंबानी के पास उससे भी ज्यादा संपत्ति है. रिपोर्ट में बताया गया है कि मुकेश अंबानी की रोजाना की आमदनी 300 करोड़ रुपये है.
एसपी हिंदुजा दूसरे स्थान पर
हुरुन इंडिया की रिपोर्ट में हिंदुजा ग्रुप के स्वामी एसपी हिंदुजा दूसरे स्थान पर हैं. उनकी संपत्ति 1.59 लाख करोड़ रुपये बताई गई है. हिंदुजा ग्रुप के मालिक श्रीचंद हिंदुजा और उनके भाई गोपीचंद हिंदुजा हैं. व्यापार को विकसित करने के लिए श्रीचंद हिंदुजा और उनके भाई लंदन चले गए. उनकी कंपनियों में अशोक लेलैंड, इंडसइंड बैंक, पीडी हिंदुजा हॉस्पिटल, हिंदुजा टीएमटी, गल्फ ऑयल आदि हैं.
लक्ष्मी मित्तल तीसरे स्थान पर
आर्सेलर मित्तल के मालिक लक्ष्मी मित्तल 1.14 लाख करोड़ की संपत्ति के साथ तीसरे स्थान पर हैं. आर्सेलर मित्तल दुनिया की सबसे बड़ी इस्पात बनाने वाली कंपनी है. इस कंपनी की स्थापना 2006 में आर्सेलर और मित्तल इस्पात के विलयन से हुआ था. पिछले साल के मुकाबले इनकी संपत्ति में 30 फीसदी का इजाफा हुआ है.
इनके अलावा विप्रो के अजीम प्रेमजी चौथे स्थान पर हैं, इनकी संपत्ति 98,300 करोड़ आंकी गई है. पिछले साल के मुकाबले उनकी संपत्ति में 21 फीसदी की वृद्धि हुई है. 5वें स्थान पर सन फार्मा के दिलीप सांघवी हैं. उनकी संपत्ति 89,700 करोड़ बताई गई है.
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