कंपनी के शेयरों की स्थिति
शुक्रवार 17 जून 2022 को कंपनी का शेयर बीएसई पर 4003.30 रुपये प्रति शेयर पर बंद हुआ था. एनएसई पर इस शेयर ने 52 सप्ताह के उच्च स्तर 7,588.80 रुपये प्रति शेयर और 52 सप्ताह के निचले स्तर 3733.30 रुपये प्रति शेयर को छुआ है. इसका मौजूद बाजार भाव 52-सप्ताह के उच्च स्तर से 3,585.5 रुपये नीचे है, जो 52-सप्ताह के निचले स्तर से केवल 270 रुपये ऊपर है.
3000 फीसदी का डिविडेंड देगी यह कंपनी, 30 जून है एक्स-डिविडेंड की तारीख, क्या आपके पास हैं शेयर?
एलटीआई हर शेयर की फेस वैल्यु पर 3000 फीसदी का डिविडेंड देगी.
एलएंडटी इंफोटेक जल्द ही अपने शेयरधारकों को 3000 फीसदी का डिविडेंड देने जा रही है. कंपनी ने 30 जून एक्स डिविडेंड तारीख र . अधिक पढ़ें
- News18Hindi
- Last Updated : June 19, 2022, 16:12 IST
नई दिल्ली. पिछले कुछ हफ्ते शेयर बाजार के निवेशकों के लिए काफी निराशाजनक रहे हैं. घरेलू शेयर बाजार लगातार टूट रहा है और निवेशक का अंधाधुंध पैसा डूब रहा है. निवेशकों को ऐसे में अब केवल कंपनियों से मिलने वाले डिविडेंड का ही सहारा है. आप भी अगर डिविडेंड दे रही किसी कंपनी की तलाश में हैं तो आपके लिए खुशखबरी है.
कंस्ट्रक्शन और टेक्नोलॉजी दिग्गज लार्सन ऐंड टुब्रो ग्रुप की एलएंडटी इंफोटेक अपने निवेशकों को प्रति शेयर 3000 फीसदी का लाभांश देने जा रही है. कंपनी ने 19 अप्रैल 2022 को बीएसई को बताया था कि निदेशक मंडल ने 30 रुपये प्रति इक्विटी शेयर के अंतिम लाभांश की सिफारिश की है. गौरतलब है कि कंपनी के शेयरों की फेस वैल्यु 1 रुपये प्रति शेयर है.
डिविडेंड कितने प्रकार का होता है?
कोई भी कंपनी डिविडेंड को अपने शेयर धारकों को दो प्रकार में प्रदान करती है।
- विशेष डिविडेंड (special dividend)
- Preferred डिविडेंड
विशेष डिविडेंड (special dividend)
यह डिविडेंड सभी शेयरधारकों पर लागू होता है जो कंपनी द्वारा पूर्व डिविडेंड के फायदे और नुकसान के वर्षों में अर्जित किए हुए लाभ से प्रदान किया जाता है। डिविडेंड के रूप में प्रदान की गई राशि कंपनी द्वारा उस स्थिति में दी जाती है जब वह उस पूंजी को निकट भविष्य में अपने व्यापार में प्रयोग में नहीं लाना चाहती है।
Preferred डिविडेंड
यह डिविडेंड सभी शेयर धारकों को प्रदान ना करते हुए केवल विशेष शेयर धारकों को प्रोत्साहन स्वरूप प्रदान किया जाता है जो कि वर्ष की प्रत्येक तिमाही के अन्य में दिया जाता है।
कंपनी द्वारा अपने शेयरधारकों को डिविडेंड अनेक रूप में भी दिया जा सकता है जो इस प्रकार हैं
Cash (नकद)
इस प्रकार का डिविडेंड अधिकतर कंपनियों द्वारा अपने शेयरधारकों को प्रदान किया जाता है। इस स्थिति में कैश रूप में राशि को इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से डिविडेंड के फायदे और नुकसान उनके बैंक खाते में सीधे तौर पर transfer कर दिया जाता है।
Asset
इस रूप में डिविडेंड प्रदान करने के लिए कंपनी द्वारा अपने शेयरधारकों को भौतिक संपत्ति (Physical Asset) Investment Securities तथा real estate के रूप में dividend प्रदान किया जाता है हालांकि यह स्थिति बहुत ही कम कंपनियों में होती है।
स्टॉक्स (Share)
इस प्रकार में कंपनी द्वारा अपने शेयरधारकों को नए शेयर डिविडेंड के रूप में प्रदान किए जाते हैं। इस एचडी में डिविडेंड pro-rata के आधार पर दिए जाते हैं अर्थात प्रत्येक निवेशक को डिविडेंड उसके द्वारा धारित किए गए शेयर के आधार पर दिया जाता है
डिविडेंड प्रदान करने से कंपनी के शेयर कीमत पर क्या प्रभाव पड़ता है?
डिविडेंड को प्रदान करने से कंपनी के कुल संपत्ति कीमत डिविडेंड के फायदे और नुकसान पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है परंतु यह कंपनी की कुल इक्विटी वैल्यू (Equity value) को उतनी ही कीमत से कम करता है जितनी कीमत dividend के रूप में प्रदान की गई है।
जब कंपनी द्वारा डिविडेंड देने की घोषणा की जाती है उस स्थिति में कंपनी का शेयर की कीमत मार्केट गतिविधियों के कारण बढ़ जाती है क्योंकि लोग डिविडेंड प्राप्त करने के लिए कंपनी के शेयर को खरीदना चाहते हैं परंतु कंपनी द्वारा डिविडेंड प्रदान करने की cut off के पश्चात कंपनी के शेयर कीमत में गिरावट आ जाती है। यह गिरावट उन शेयरधारकों के कारण आती है जो डिविडेंड प्राप्त करने के लिए के लिए पात्र नहीं हो पाते हैं।
इसी प्रकार यदि डिविडेंड की घोषणा के पूर्व किसी कंपनी के शेयर में हुई बढ़ोतरी उसके द्वारा प्रदान की गई डिविडेंड से अधिक होती है तो उस स्थिति में घोषणा के बाद शेयर की कीमत में हुई कमी के बावजूद कंपनी के शेयर की कीमत, पूर्व कीमत से अधिक हो जाती है।
SHARE की विशेषता और फायदे
1. PERMANENT source of capital – shares कंपनी के लिए PERMANENT source of capitalहोता है, कंपनी को शेयर से मिलने वाला कैपिटल वापस नहीं करना होता , जब तक कंपनी चलती है तब तक कंपनी उस शेयर से मिलने वाली पूंजी का इस्तेमाल कर सकती है, इसलिए इसे PERMANENT source of capital कहा जाता है ,अगर कंपनी किसी भी अन्य तरीके से- जैसे -बैंक लोन या प्राइवेट फाइनेंस से पैसे लेती है, तो कंपनी को एक निश्चित समय बाद, फंड को वापस करना पड़ता है.
2. ब्याज का कोई बोझ नहीं – कंपनी को शेयर से मिलने वाले कैपिटल पर किसी तरह का कोई व्याज नहीं देना होता है, और इस तरह कंपनी के ऊपर व्याज का कोई अतिरिक्त बोझ नहीं रहता, जिससे कंपनी बिना व्याज चुकाए ज्यादा से ज्यादा लाभ कमा सकती है, अगर कंपनी किसी भी अन्य तरीके से जैसे बैंक या प्राइवेट फंड से पैसे लेती है तो, उसे उन पैसों पर ब्याज देना होता है, जिससे कंपनी के लाभ कमाने की क्षमता पर असर पड़ता है, जबकि शेयर से मिलने वाले पूंजी कंपनी जब तक चाहे इस्तेमाल कर सकती है,
Stock Market Investment: बोनस शेयर से क्या है फायदा और नुकसान? कंपनियां इसे क्यों जारी करती हैं?
बोनस शेयर मिलने से इन्वेस्टर के पास कंपनी के शेयर की संख्या बढ़ जाती है। जब कंपनी भविष्य में डिविडेंड का ऐलान करती है तो बोनस शेयर की वजह से आपको ज्यादा फायदा हो सकता है क्योंकि डिविडेंड प्रति शेयर दिया जाता डिविडेंड के फायदे और नुकसान है।
बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। जब किसी कंपनी को अपने बिजनेस से अतिरिक्त प्रॉफिट होता है, तो उस प्रॉफिट की कैपिटल में से एक हिस्सा कंपनी अपने रिजर्व और सरप्लस में सेफ रखती हैं और भविष्य में रिजर्व और सरप्लस में से ही कंपनी अपने इन्वेस्टर के लिए अतिरिक्त शेयर जारी करती हैं, जिसे बोनस शेयर कहा जाता है। बोनस शेयर से कंपनी की नेट वर्थ में किसी भी प्रकार का बदलाव नहीं होता है। इसलिए कि बोनस शेयर बिलकुल फ्री होते हैं।
क्या है बोनस शेयर के फायदे
बोनस शेयर मिलने से इन्वेस्टर के पास कंपनी के शेयर की संख्या बढ़ जाती है। जब कंपनी भविष्य में डिविडेंड का ऐलान करती है तो बोनस शेयर की वजह से आपको ज्यादा फायदा हो सकता है, क्योंकि डिविडेंड प्रति शेयर दिया जाता है। साथ ही, बोनस शेयर जारी होने से शेयर की प्राइस कम हो जाती है ओर मार्केट में कंपनी के शेयर की लिक्विडिटी बढ़ती है। इससे निवेशकों में कंपनी पर भरोसा बढ़ जाता है।
अगर आप भी किसी कंपनी में निवेश करना चाहते हैं तो आज ही 5paisa.com पर जाएं और अपने निवेश के सफर को और भी बेहतर बनाएं। साथ ही DJ2100 - Coupon Code के साथ बनाइये अपना Demat Account 5paisa.comपर और पाएं ऑफर्स का लाभ।
शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग के फायदे और नुकसान
( फायदे ) वैसे तो शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग मे अगर आप पुरी जानकारी के साथ शेयर में निवेश करेंगे और सही कंपनी स्सिलेक्ट करोगे तो आप अपने लॉस ओर प्रॉफिट को अच्छी तरह से देख पाएंगे।
( नुकसान ) शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग को अगर आप किसीके कहने पर या विज्ञापन देखकर किसी शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग को खरीद लेते हो तो आपको पक्का लॉस ही होने वाला है। क्युकी आप जिस किसी भी शेयर को खरीदते है, तो उस कंपनी के बारे पूरी जानकारी नहीं जान पाते।
लॉंग टर्म ट्रेडिंग के फायदे और नुकसान
( फायदे ) लॉंग टर्म ट्रेडिंग मे अगर आप कोई अच्छा शेयर रिसर्च करके सिलेक्ट करेंगे तो आपको बहुत ज्यादा प्रॉफिट भी हो सकता है। इसके लिए आपको शेयर बाजार के बारे मे सभी जानकारी होनी चाहिए तब आप अच्छा लाभ उठा सकते हो।
( नुकसान ) लॉंग टर्म ट्रेडिंग मे अगर आप कोई अच्छा शेयर रिसर्च करके नही सिलेक्ट करेंगे तो आपको बहुत ज्यादा नुकसान उठाना पड़ सकता है। इस लिए सही जानकारी के साथ ही लॉंग टर्म ट्रेडिंग में निवेश कीजिए गा।
शेयर बाजार में नुकसान से बचने के टिप्स
A. अपने निवेश का रिस्क मैनेजमेंट करे।
B. शेयर बाजार में अच्छे शेयरों का चुनाव करें।
C. निवेश करने से पहले कंपनी को अच्छी तरीके से जान लें।
D. पारिवारिक और आर्थिक स्थिति को जोखिम में ना डालें।
E. लोन लेकर या किसी से उधर लेकर कभी शेयर बाजार में निवेश ना करें।
F. निवेश करने से पहले शेयर बाजार को सीखने की कोशिश करें।
G. शेयर बाजार में पैसे भले ही कम लेकिन समय ज्यादा निवेश करें।
H. शेयर बाजार मे अधिक समय के लिए निवेश करें।
शेयर बाजार के अंदर निवेशक, बजट और उससे जुड़ी खबरों का कंपनियों पर बहुत ज्यादा असर पड़ता है। कई बार कुछ शेयर लोगो की अपवाहो पर ही अपनी प्रतिक्रिया दे ते हैं। केवल पूर्वानुमानों पर शेयरों में निवेश करने पर खतरनाक साबित हो सकता है।
नमस्ते दोस्तों आपका स्वागत है आपको इस website पर शेयर मार्केट, म्यूचल फंड, शेयर प्राइस टारगेट, इन्वेस्टमेंट,से जुड़ी सभी प्रकार की जानकारी रिसर्च के साथ हिंदी मे दी जाएगी
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 645