वहीं चांदी की ताल पर नजर डालें तो COMEX पर चांदी में 23 डॉलर के नीचे कारोबार कर रहा है। चांदी की कीमतों में लगातार दूसरे हफ्ते गिरावट देखने को मिल रही है। जनवरी में COMEX पर चांदी के दाम 3% गिरे है। MCX पर चांदी का भाव 62000 के नीचे आया है। MCX पर चांदी 3.50% से ज्यादा गिरी है।
Bharat Bond ETF: बिना जोखिम बेहतर रिटर्न
फिक्स्ड इनकम इंस्ट्रूमेंट्स (fixed income instruments) में निवेश को तरजीह देने वाले निवेशकों को फिर से भारत बॉन्ड ईटीएफ (Bharat Bond ETF) में निवेश का मौका मिल सकता है क्योंकि सरकार दिसंबर में देश के इस पहले कॉरपोरेट बॉन्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड की चौथी सीरीज/चरण लॉन्च करने की योजना बना रही है। वर्ष 2019 में भारत बॉन्ड ईटीएफ लॉन्च की गई थी। फिलहाल इस स्कीम के पांच इश्यू उपलब्ध हैं जो कमश: 2023, 2025, 2030, 2031, और 2032 में मैच्योर होंगे। ये सारे इश्यू सरकार के द्वारा 3 चरणों में लॉन्च किए गए हैं। 5 और 10 साल की अवधि के इश्यू जो क्रमश: 2023 और 2030 में मैच्योर होंगे पहले चरण के अंतर्गत दिसंबर 2019 में लॉन्च किए गए थे। जबकि 5 और 11 साल की अवधि के इश्यू जो क्रमश: 2025 और 2031 में मैच्योर होंगे दूसरे चरण में जुलाई 2020 में लॉन्च किए गए थे। 2032 में मैच्योर होने वाले 11 वर्षीय इश्यू तीसरे चरण के अंतर्गत दिसंबर 2021 में लॉन्च किए गए। एडलवाइस एसेट मैनेजमेंट (Edelweiss Asset Management) इस ETF को मैनेज करता है।
Sovereign Gold Bonds Vs Gold ETF: सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड्स और गोल्ड ईटीएफ में क्या है निवेश का बेहतर विकल्प, जानें- यहां
Published: December 21, 2022 12:06 PM IST
Sovereign Gold Bonds Vs Gold ETF: भारतीयों के लिए सोना खरीदना लंबे समय से निवेश का सबसे पसंदीदा विकल्प रहा है. हालांकि, तकनीक के विकास के साथ-साथ सोने में निवेश का तरीका बदल गया है. लेकिन, फिजिकल मार्केट से सोना खरीदने का चलन अभी भी बना ETF की सीमाएं क्या हैं? हुआ है. निवेश की समय सीमा और लाभ की तलाश के आधार पर, डिजिटल सोने के निवेश में लोगों का रुझान इन दिनों बढ़ा है. आरबीआई द्वारा जारी सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (SGB) या म्यूचुअल फंड हाउस द्वारा आवंटित एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड (ETF) के माध्यम से सोने में डिजिटल निवेश किया जा सकता है.
जानें- क्या है निवेश का बेहतर विकल्प?
सॉवरेन गोल्ड बान्ड (SGB) में निवेश की सिफारिश उन लोगों के लिए की जाती है जो लंबी अवधि के लिए निवेश करना चाहते हैं और कर लाभ प्राप्त करना चाहते हैं. SGB भारत सरकार द्वारा समर्थित बॉन्ड (सोने के ग्राम में मूल्यवर्गित) हैं. फिजिकल गोल्ड रखने का यह विकल्प इश्यू प्राइस पर सालाना 2.5 फीसदी की दर से रिटर्न देता है. एसजीबी का मूल्य खरीद के दिन सोने की अंतर्निहित कीमत से जुड़ा होता है. ये बॉन्ड आठ साल की निर्धारित अवधि के लिए जारी किए जाते हैं. हालांकि, आरबीआई बायबैक विंडो खोलने के आधार पर पांचवें वर्ष से रिडेम्पशन विकल्प शुरू हो सकता है. इस प्रकार, एसजीबी में निवेश करना उन लोगों के लिए आदर्श है जो निश्चित ब्याज दर अर्जित करते हुए सोने में निवेश करना चाहते हैं.
SGBs सुरक्षित हैं क्योंकि यह सरकार द्वारा समर्थित हैं. जबकि ऐसे बांडों पर प्राप्त ब्याज अन्य स्रोतों से होने वाली आय के तहत कर योग्य होगा, यदि बांडों को परिपक्वता पर भुनाया जाता है तो कर नहीं लगाया जाएगा. SGB में कम तरलता होती है.
सोने की तरह चांदी में भी ETF के जरिए करें निवेश, जानिए इसके फायदें और बाकी कमोडिटी का क्या है हाल
सोने चांदी की कीमतों में गिरावट का दौर जारी है। वहीं सिल्वर में अब ETF के ETF की सीमाएं क्या हैं? जरिए निवेश करने संभव हो गया है। क्रूड की कीमतों में रिकॉर्ड तेजी की खबर से क्रूड की कीमतें 82 डॉलर के भी पार पहुंच गई हैं। आइए डालतें हैं एक नजर कमोडिटी बाजार के हलचल पर।
आसमान पर पहुंचे भाव
कच्चे तेल में तेजी का दौर जारी है। कच्चे तेल का ETF की सीमाएं क्या हैं? भाव 82 डॉलर के पार निकला है। ब्रेंट का भाव 6 हफ्ते की ऊंचाई पर पहुंचा है। क्रूड के दाम 3 जनवरी से चढ़ रहे है। जनवरी में पहली बार ब्रेंट 82 डॉलर के पार खुला था। वहीं WTI जनवरी में पहली बार 80 डॉलर के पार खुला था। WTI का भाव 7 हफ्ते की ऊंचाई पर पहुंचा है। MCX पर भी क्रूड का भाव 6000 के करीब पहुंचा है। MCX पर क्रूड 7 हफ्ते की ऊंचाई पर पहुंचा है।
संबंधित खबरें
दो साल के निचले स्तर पर रबड़ की कीमतें, उत्पादन गिरने के बावजूद भाव में रिकवरी के आसार नहीं
कॉटन का टूटा 'वायदा', जनवरी कॉन्ट्रैक्ट नहीं खुलने से घबराएं निवेशक काट रहें पोजिशन
नेचुरल गैस की कीमतों दबाव जारी, MCX पर 1 हफ्ते में 21% टूटे भाव
क्यों चढ़े भाव?
Kazakhstan संकट और लीबिया से सप्लाई की दिक्कतें के क्रूड के भाव पर असर डाल रही हैं। OPEC+ देशों की Kazakhstan ETF की सीमाएं क्या हैं? की स्थिति पर नजर है। Kazakhstan से 1.6 मिलियन/बैरल उत्पादन होता है। Libya के करीब 5 लाख/बैरल तेल का उत्पादन घटा है। यहां पाइपलाइन मेंटेनेन्स और ऑयलफील्ड बंद करने से उत्पाद घटा है।
फीका सोना, फीकी चांदी
COMEX पर सोने का भाव 1800 डॉलर के नीचे फिसला है। वहीं कॉमेक्स पर सोना 17 दिनों के नीचे पहुंचा है। 15 दिसंबर 2021 के बाद सोने का भाव 1800 डॉलर के नीचे पहुंचा है। वहीं MCX पर सोने में 47800 रुपये प्रति 10 ग्राम के नीचे कारोबार हो रहा है। जनवरी में MCX पर सोना करीब 1.50% टूटा है।MCX पर सोने के भाव में लगातार तीसरे हफ्ते गिरावट देखने को मिल रही है।
Bharat Bond ETF की दूसरी किस्त सब्सक्रिप्शन के लिए खुली, निवेश कर कमाएं एफडी से अधिक रिटर्न
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। सुरक्षित और बेहतर निवेश विकल्प की तलाश कर रहे लोगों के लिए एक अच्छा मौका है। वे भारत बॉन्ड ईटीएफ (Bharat Bond ETF) में निवेश कर सकते हैं। भारत बॉन्ड ईटीएफ की दूसरी किस्त 14 जुलाई यानी मंगलवार से सब्सक्रिप्शन के लिए खुल रही है। भारत बॉन्ड ईटीएफ के जरिए सरकार की 14 हजार करोड़ रुपये जुटाने की योजना है। भारत बॉन्ड ईटीएफ की इस किस्त के लिए सब्सक्रिप्शन 17 जुलाई को बंद हो जाएगा।
भारत बॉन्ड ईटीएफ में खुदरा निवेशकों के लिए न्यूनतम निवेश 1,001 रुपये से है। इसके बाद एक रुपये के गुणकों में निवेश किया जा सकता है। वही, अधिकतम निवेश सीमा 2 लाख रुपये है। गौरतलब है कि दिसंबर 2019 में भारत ETF की सीमाएं क्या हैं? बॉन्ड ईटीएफ की सीरीज आई थी। उस समय सरकार ने 12,400 करोड़ रुपये जुटाए थे।
जानें- क्या है निवेश का बेहतर विकल्प?
सॉवरेन गोल्ड बान्ड (SGB) में निवेश की सिफारिश उन लोगों के लिए की जाती है जो लंबी अवधि के लिए निवेश करना चाहते हैं और कर लाभ प्राप्त करना चाहते हैं. SGB भारत सरकार द्वारा समर्थित बॉन्ड (सोने के ग्राम में मूल्यवर्गित) हैं. फिजिकल गोल्ड रखने का यह विकल्प इश्यू प्राइस पर सालाना 2.5 फीसदी की दर से रिटर्न देता है. एसजीबी का मूल्य खरीद के दिन सोने की अंतर्निहित कीमत से जुड़ा होता है. ये बॉन्ड आठ साल की निर्धारित अवधि के लिए जारी किए जाते हैं. हालांकि, आरबीआई बायबैक विंडो खोलने के आधार पर पांचवें वर्ष से रिडेम्पशन विकल्प शुरू हो सकता है. इस प्रकार, एसजीबी में निवेश करना उन लोगों के लिए आदर्श है जो निश्चित ब्याज दर अर्जित करते हुए सोने में निवेश करना चाहते हैं.
SGBs सुरक्षित हैं क्योंकि यह सरकार द्वारा समर्थित हैं. जबकि ऐसे बांडों पर प्राप्त ब्याज अन्य स्रोतों से होने वाली आय के तहत कर योग्य होगा, यदि बांडों को परिपक्वता पर भुनाया ETF की सीमाएं क्या हैं? जाता है तो कर नहीं लगाया जाएगा. SGB में कम तरलता होती है.
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 300