एक्सचेंज वर्चुअल करेंसीज के बीच ट्रेडिंग को 'ट्रेडिंग पेयर्स' कहते हैं। क्रिप्टोकरेंसी 'ट्रेडिंग पेयर्स' का मतलब दो अलग-अलग क्रिप्टोकरेंसीज के बीच ट्रेड होना है। उदाहरण के लिए, अगर ट्रेडिंग पेयर ईथरियम और बिटकॉइन का है, तो आप वोलैटिलिटी के आधार पर बिटकॉइन से ईथरियम खरीद सकते हैं।
RBI के फरमान बिटकॉइन और स्टॉक टू फ्लो मॉडल के बाद एक्सचेंजों ने निकाला क्रिप्टो करेंसीज के बीच ट्रेडिंग का रास्ता
नीलेश क्रिस्टोफर, बेंगलुरु
बैंकिंग चैनलों के जरिए बिटकॉइन की खरीद-फरोख्त की इजाजत देने में भारत की हिचक को देखते हुए देश के तीन बड़े क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंजों जेबपे, कॉइनेक्स और जीकोएक्स ने अपने कस्टमर्स को अपने प्लेटफॉर्मों पर वर्चुअल करेंसीज के बीच ट्रेडिंग का ऑफर दिया है। परंपरागत रूप से क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंजों पर पूरा कारोबार बैंकिंग चैनलों के जरिए होता रहा है।
6 अप्रैल को आरबीआई ने बैंकों, ई-वॉलेट्स और पेमेंट गेटवे प्रोवाइडर्स से कहा था कि वे क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंजों को दिया जा रहा सपोर्ट बिटकॉइन और स्टॉक टू फ्लो मॉडल तीन महीनों में हटा लें। जेबपे के चीफ एग्जिक्यूटिव अजीत खुराना ने कहा, 'आरबीआई का सर्कुलर न आया होता तो भी क्रिप्टो टु क्रिप्टो प्रॉडक्ट आया ही होता, हालांकि सर्कुलर के चलते इसमें तेजी आई। इससे सॉल्यूशन जल्द निकालने की गुंजाइश बनेगी।'
गलत हाथों में न चली जाए, बर्बाद हो सकते बिटकॉइन और स्टॉक टू फ्लो मॉडल हैं युवा. क्रिप्टोकरेंसी पर चिंता जताते हुए बोले PM मोदी
पिछले कुछ दिनों के दौरान क्रिप्टोकरेंसी को लेकर चर्चाएं तेज हुई हैं। आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी सिडनी डाॅयलाग में बोलते वक्त इसको लेकर अपनी चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि यह गलत हाथों में नहीं जाना चाहिए। साथ ही उन्होंने डिजिटल युग के महत्त्व को बताते हुए कहा कि आज के समय में टेक्नालॉजी और डाटा ही सबसे बड़ा हथियार है। बता बिटकॉइन और स्टॉक टू फ्लो मॉडल दें, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कुछ दिन पहले ही क्रिप्टोकरेंसी पर एक उच्च स्तरीय बैठक भी किए थे।
इस सप्ताह बिटकॉइन की कीमतें गिर गईं: बिना किसी कारण के 5 अंक
ठीक है, मुझे लगता है कि हम वैश्विक बैंकिंग प्रणाली को देख सकते हैं। हो सकता है कि फेड ने आखिरकार इसे नियंत्रित कर लिया हो और अब बिटकॉइन की आवश्यकता नहीं है? अर्ग फिर से गलत है … pic.twitter.com/gAQk7yxw5u
-हंस HODL (@hansthered) 26 सितंबर, 2019
5. बिटकॉइन डेवलपर्स बहुत सक्रिय हैं
अंत में, नेटवर्क डेवलपर्स के आसपास बनाया जाता बिटकॉइन और स्टॉक टू फ्लो मॉडल है जो नेटवर्क का निर्माण करते हैं।
हालांकि लोग इसे भूल सकते हैं, बिटकॉइन का गिटहब अभी भी बहुत सक्रिय है। पिछले 30 दिनों में, 144 पुल एप्लिकेशन को विलय कर दिया गया है और लगभग 40 मुद्दों को बंद कर दिया गया है।
'इक्विटी वैल्यूएशन' क्या है, निवेशकों का इससे क्या है कनेक्शन?
हम किसी भी वस्तु को उसके वाजिब मूल्य पर खरीदना चाहते हैं. शेयर और प्रतिभूतियों के मामले में भी यही बात लागू होती है. दरअसल, 'इक्विटी वैल्यूएशन' का मुख्य मकसद किसी कंपनी या उसकी प्रतिभूति के सही मूल्य का अनुमान लगाना होता है. कोई कंपनी अपने रोजमर्रा का कारोबार कैसे करती है, इसकी बुनियादी बातों का पता लगाकर शेयर का वैल्यूएशन निकाला जा सकता है. आइए, यहां इसके बारे में और चीजें देखते हैं.
इक्विटी वैल्यूएशन किसी कंपनी या उसके इक्विटी स्टॉक के उचित मूल्य को निकालने का तरीका है. इससे निवेशक शेयर के वाजिब दाम के बारे में जान पाता है. इससे निवेशक का नफा-नुकसान जुड़ा होता है. कारण है कि अगर आप महंगे में किसी शेयर को खरीदते हैं तो उसका असर रिटर्न पर भी पड़ता है. वहीं, सही दामों पर शेयर को खरीदने पर रिटर्न को बढ़ाया जा सकता है.
Also Read:
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने जारी की थी बुकलेट
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया, RBI की ओर से 25 जनवरी को पेमेंट सिस्टम्स को लेकर एक बुकलेट जारी की गई थी. इस बुकलेट में कहा गया था कि बिटकॉइन और स्टॉक टू फ्लो मॉडल केंद्रीय बैंक नई डिजिटल करेंसी या रुपए बिटकॉइन और स्टॉक टू फ्लो मॉडल के डिजिटल वर्जन को क्रिप्टोकरेंसी का दर्जा देने की संभावनाएं तलाशेगा और इसके लिए ऑफिशियल डिजिटल करेंसी का फ्रेमवर्क तैयार किया जा रहा है.
लोकसभा बुलेटिन के मुताबिक, इस बिल के जरिए भारत की ऑफिशियल डिजिटल करेंसी बिटकॉइन और स्टॉक टू फ्लो मॉडल का रास्ता तैयार किया जाएगा. इसके लिए भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) फ्रेमवर्क तैयार करेगा और फिर इस बिल को लोकसभा में विचार-विमर्श के लिए पेश किया जाएगा. इस बिल को चालू बजट में पास किए जाने की उम्मीद जातई जा रही है.
बता दें कि भारत में क्रिप्टोकरेंसी को लेकर कोई कानून नहीं है और देश में क्रिप्टोकरेंसी का प्रचलन तेजी से बढ़ा है. साल 2018 में RBI ने क्रिप्टोकरेंसी को लेकर एक सर्कुलर जारी किया था. इसमें RBI ने सभी वित्तीय संस्थानों से क्रिप्टोकरेंसी से जुड़ी सेवा प्रदान करने पर रोक लगा दी थी.
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 709