दोनों ही स्कीम पर एक समान तिमाही चक्रवृद्धि ब्याज मिलता है.

निवेश करना सीखें

मेटा विवरण : निवेशन और निवेश करना क्यों जरूरी है, इस बारे में हम जान चुके हैं. निवेशन वह प्रक्रिया है जिसमें आपका धन आपके लिए क्रियाशील रहता है और बढ़ता जाता है. हमने निवेश के अलग-अलग विकल्पों के बारे में भी जाना है. इस पाठ में हम सबसे सबसे प्रचलित निवेशों में से एक यानी बैंक जमा (बैंक डिपॉजिट्स) को समझेंगे.

निवेशन एक ऐसा शानदार माध्यम है जिसके सहारे आपके विशेष परिश्रम के बगैर आपकी बचत राशि बढ़ती जाती है. निवेश करने से आपको ब्याज और लाभांश के माध्यम से आमदनी अर्जित करने में मदद मिलती है. अपनी बचत में वृद्धि करने और इस पर अतिरिक्त आमदनी कमाने का यह सबसे बढ़िया तरीका है. (अधिक जानकारी के लिए ‘निवेशन क्या है’ पढ़ें).

किसी भी व्यक्ति के लिए निवेश करना अत्यंत महत्वपूर्ण होता है. निवेश करने का सबसे अधिक ज़रूरी कारण यह है कि मुद्रास्फीति यानी महँगाई के असर से पैसों का मूल्य हर साल घट जाता है. हर साल वस्तुओं और सेवाओं की लागत बढ़ जाती है. इसका सीधा मतलब यह है कि 100 रुपये में आप आज जितना सामान खरीद सकते हैं, एक साल के बात उतना नहीं खरीद पायेंगे. मुद्रास्फीति की दर के आधार पर एक साल बाद उसी 10 रुपये के उसी सामान के लिए आपको 105 या 110 रुपये देने पड़ सकते हैं. इस घाटे की भरपाई के लिए निवेश करना ज़रूरी है. (अधिक जानकारी के लिए ‘निवेश क्यों करें’ पढ़ें).

FD vs RD: एफडी और आरडी रेकरिंग डिपॉजिट्स के माध्यम से निवेश में निवेश को लेकर हो रही है उलझन? समझें कौन सा विकल्प है रेकरिंग डिपॉजिट्स के माध्यम से निवेश बेहतर

FD vs RD: एफडी और आरडी में निवेश को लेकर हो रही है उलझन? समझें कौन सा विकल्प है बेहतर

टर्म डिपॉजिट में सेविंग अकाउंट की तुलना में ज्यादा ब्याज मिलता है.

Fixed Deposit vs Recurring Deposit: अगर आपने हाल ही में अपने करियर की शुरुआत की है और अपनी भविष्य की जरूरतों के लिए पैसे बचाना शुरू करना चाहते हैं, तो इसकी शुरुआत करने का सबसे बेहतर तरीका बैंक में टर्म डिपॉजिट करना है. टर्म डिपॉजिट में सेविंग अकाउंट की तुलना में ज्यादा ब्याज मिलता है. इतना ही नहीं, इस पैसे का इस्तेमाल आप किसी इमरजेंसी में या ट्रैवल जैसी जरूरतों में बड़ी आसानी से कर सकते हैं. टर्म डिपॉजिट करना काफी आसान है. आप इसे अपने बैंक ऐप के माध्यम से या ब्रांच में जाकर कर सकते हैं. इसमें जरूरत पड़ने पर पैसा निकालना भी काफी आसान है. अगर आप सेविंग की शुरुआत करने जा रहे हैं तो आपको जान लेना चाहिए कि ये टर्म डिपॉजिट कैसे काम करते हैं. टर्म डिपॉजिट मुख्य रूप से दो तरह के होते हैं- फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) और रिकरिंग डिपॉजिट (RD).

फिक्स्ड डिपॉजिट क्या है?

फिक्स्ड डिपॉजिट एक सेविंग इंस्ट्रूमेंट है, जिसके तहत निश्चित अवधि के लिए डिपॉजिट किए गए पैसे पर ब्याज मिलता है. जब अवधि पूरी हो जाती है, तो डिपॉजिट रकम रेकरिंग डिपॉजिट्स के माध्यम से निवेश मैच्योर हो जाता है और आपको इसे वापस कर दिया जाता है. निवेशकों के पास FD में संचयी (Cumulative) और गैर-संचयी ब्याज (Non-Cumulative) ऑप्शन में से चुनने का विकल्प होता है. संचयी ब्याज FD में, आपको मैच्योरिटी पर प्रिंसिपल और कंपाउंडेड इंटरेस्ट मिलता है. वहीं, गैर-संचयी FD में, आपके पास नियमित अंतराल, यानी मासिक, त्रैमासिक आधार पर ब्याज प्राप्त करने का विकल्प होता है.

आमतौर पर, ऐसे निवेशक जो युवा हैं और जिनके पास इनकम के अन्य स्रोत हैं, वे संचयी FD पसंद करते हैं. इसके अलावा, सीनियर सिटीजन्स या ऐसे लोग जो रिटायरमेंट के बाद नियमित इनकम चाहते हैं, वे रेगुलर इंटरेस्ट के लिए गैर-संचयी FD पसंद करते हैं. आइए एक उदाहरण के साथ FD पर TDS को समझते हैं.

रिकरिंग डिपॉजिट क्या है?

रिकरिंग डिपॉजिट फिक्स्ड इंटरेस्ट और फिक्स्ड टेन्योर के लिए मंथली सेविंग इंस्ट्रूमेंट हैं. FD की तरह, RD पर भी आपको पूरे टेन्योर में वही ब्याज मिलता है, जिस पर कार्यकाल की शुरुआत में सहमति होती है. हालांकि, एफडी के विपरीत, आरडी डिपॉजिटर्स को किस्तों में बचत करने की अनुमति देता है. इसका मतलब है कि आपके बैंक अकाउंट से हर महीने एक निश्चित राशि काट ली जाती है.

RD में कोई टैक्स सेविंग विकल्प नहीं होता है, लेकिन FD में आपके पास सेक्शन 80C के तहत टैक्स बचाने के लिए पांच साल की टैक्स सेविंग FD का विकल्प होता है. आरडी में ज्यादातर बैंक डिपॉजिट की मैच्योरिटी पर ब्याज देते हैं जबकि एफडी में आपको नियमित अंतराल पर ब्याज का विकल्प मिलता है. आरडी जोखिम से बचने वाले निवेशकों के लिए अच्छा विकल्प है. इसमें एक निश्चित अवधि तक किस्तों में बचत करते हुए एक बड़ा फंड बनाया जा सकता है.

कौन सा विकल्प है बेहतर

फिक्स्ड डिपॉजिट एकमुश्त निवेश है. इसलिए, इसमें आपको RD से ज्यादा रिटर्न मिलता है. एफडी और आरडी के बीच ब्याज रिटर्न में अंतर को समझने के लिए आप यहां इस टेबल पर एक नज़र डालें.

छोटी सेविंग्‍स कर सकती हैं बड़ा कमाल, आज ही अपनाइए रेकरिंग डिपॉजिट का रास्ता

Written by: India TV Paisa Desk
Published on: December 28, 2017 20:55 IST

recurring deposit- India TV Hindi

Photo:PTI recurring deposit

नई दिल्‍ली। हम सभी अपनी कमाई का थोड़ा बहुत पैसा कहीं न कहीं निवेश करते हैं, लेकिन आपकी ओर से किया गया निवेश या बचत उसी हालत में फायदेमंद होती है, जब वह मौजूदा महंगाई दर को पीछे छोड़ सके। बहुत से लोग अपनी बचत को सेविंग अकाउंट में डालकर यह सोच कर निश्चिंत हो जाते हैं कि उनका पैसा बढ़ रहा है। बल्कि सच बात यह है कि आप नुकसान में हैं। क्‍योंकि बचत खाते की ब्‍याज दर महंगाई दर के मुकाबले कम है। सुरक्षित निवेश के लिए दूसरा जरिया बैंक एफडी है, जिसमें आपको ज्‍यादा इंट्रेस्‍ट तो मिलता है, लेकिन आपको बड़ी राशि एक साथ लंबे समय के लिए लॉकइन करनी पड़ती है। ऐसे में बचत खाते पर दोगुना ब्‍याज हासिल करने का आसान तरीका है रेकरिंग डिपॉजिट। इसमें आप छोटी जमा राशि को हर महीने डिपॉजिट कर एफडी जितना ब्‍याज पा सकते हैं। इंडिया टीवी पैसा की टीम आपको बता रही है रेकरिंग डिपॉजिट्स के माध्यम से निवेश कि रेकरिंग डिपॉजिट न्‍यूतम जोखिम पर आपके लिए किस तरह फायदेमंद हो सकता है।

फिक्स्ड डिपॉजिट और रेकरिंग डिपॉजिट में बेहतर कौन?

फिक्स्ड डिपॉजिट और रेकरिंग डिपॉजिट में बेहतर कौन?

आइए आज हम आपको रेकरिंग डिपॉजिट्स के माध्यम से निवेश निवेश के दोनों विकल्पों के बारे में बता रहे हैं?

दोनों में क्या है समानता?
फिक्स्ड डिपॉजिट हो या रेकरिंग डिपॉजिट, दोनों ही बैंक द्वारा ऑफर किये जाने वाले फिक्स्ड इनकम प्रोडक्ट हैं. अगर आप किसी बैंक में इन दोनों डिपॉजिट में से कोई भी खुलवाते हैं तो बैंक आपको पहले से तय ब्याज दर के हिसाब से नियमित अंतराल पर या मैच्योरिटी पर निश्चित ब्याज देते हैं.

टर्म खत्म होने पर आपकी ओर से निवेश की गयी रकम और उस पर लागू ब्याज आपको मिल जाता है. अन्य बैंकिंग रेकरिंग डिपॉजिट्स के माध्यम से निवेश उत्पाद पर मिलने वाला ब्याज लगभग हर तिमाही बदलता है, लेकिन फिक्स्ड और रेकरिंग डिपॉजिट खुलवाते वक्त जो ब्याज दर तय की जाती है, व्ही आपको मिलती है. ब्याज दर स्कीम के अंत तक जारी रहता है.

ऐसे मिलेंगे रेकरिंग डिपॉजिट्स के माध्यम से निवेश 16 लाख

अगर आप कुछ सालों के लिए निवेश करना चाह रहे हैं रेकरिंग डिपॉजिट्स के माध्यम से निवेश तो आप पोस्ट ऑफिस आरडी योजना ( Post Office RD Yojana ) में निवेश कर सकते हैं ! आपको बस इतना करना है कि हर महीने 10 हजार रुपये का निवेश ( Investment ) करना है ! अगर आप 10 साल के लिए निवेश करते हैं तो आपको Maturity के बाद 16 लाख रुपये तक की राशि मिलेगी ! इस योजना ( Recurring Deposit Scheme ) में लंबे समय तक निवेश करके आप लाखों रुपये जमा कर सकते हैं !

आरडी ( RD ) की खासियत यह है कि आपको हर महीने 10 हजार रुपये निवेश करने की जरूरत नहीं है ! कम निवेश में भी आपको अच्छा ब्याज मिल सकता है ! आरडी खाता खोलने ( Open RD Account ) के लिए आपको अपने आस-पास के किसी भी डाकघर ( Post Office ) में जाना होगा ! खाता खोलने के बाद आपको खाते में हर महीने एक निश्चित राशि जमा करनी होती है ! जो आपको मैच्योरिटी पर ब्याज के साथ रेकरिंग डिपॉजिट्स के माध्यम से निवेश मिलेगी ! देर से राशि जमा करते समय आपको 1% का जुर्माना देना होगा !

रेटिंग: 4.71
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 323