पैसे डुबाने वाले बहुत सारे उदाहरणों में से ये सिर्फ़ तीन हैं।
Technical Analysis Vs. Fundamental Analysis in Hindi | टेक्निकल एनालिसिस और फंडामेंटल एनालिसिस बीच का अंतर
यह एक बड़ा मुद्दा है और इन दोनों के उपयोग कर्ता के बिच बहोत बार इस विषय में तनातनी होती रहती है की कौन बहेतर है| जब भी किसी दो वस्तुओ में अंतर देखना हो तब सबसे पहले उन वस्तु या विषय को अच्छे से समजना चाहिए| Technical Analysis और Fundamental Analysis के बिच में अंतर समजने के लिए हमे Technical Analysis और Fundamental Analysis को अच्छे से समजना पड़ेंगे|
What is Technical Analysis in Hindi?
टेक्निकल एनालिसिस(Technical Analysis in Hindi) को आसान भाषा में समझे तो “बाजार में घटने वाली घटनाओं के आधार पर या शेयर के भूतकाल के भाव और वॉल्यूम का एनालिसिस करके भविष्य में शेयर का मूल्य तय करने की एक प्रक्रिया को Technical Analysis कहा जाता है| “ Technical Analysis के बारेमे अधिक पढने के लिए यहाँ क्लीक करे|
Technical Analysis और Fundamental Analysis के बिच में अंतर
Technical Analysis | Fundamental Analysis |
---|---|
टेक्निकल एनालिसिस माँ शेयर का भाव उसमे होने वाले उतर चढ़ाव के माध्यम से किया जाता है| | फंडामेंटल एनालिसिस में शेयर का भाव शेयर की Intrinsic value के आधार पर किया जाता है| |
टेक्निकल एनालिस्ट स्टॉक खरीदने के लिए टेक्निकल एनालिसिस करने के टूल को देखता है और उसके माध्यम से वह तय करता है की शेयर को कब खरीदना चाहिए| | फंडामेंटल एनालिस्ट स्टॉक को खरीदने से पहले कंपनी के सभी फंडामेंटल को देखता है उसके अलावा वह सेक्टर और कंपनी के मनाग्मेंट को भी देखता है| |
टेक्निकल एनालिस्ट स्टॉक चार्ट का उपयोग पैटर्न और रुझानों की पहचान करने के लिए करते हैं जो यह सुझाव देते हैं कि भविष्य में स्टॉक क्या करेगा। | फंडामेंटल एनालिस्ट द्वारा कमाई, खर्च, संपत्ति और देनदारियां सभी जांच करते है। |
मौलिक और तकनीकी विश्लेषण को परिभाषित करना
मौलिक विश्लेषण और तकनीकी विश्लेषण के बीच के अंतर को गहराई से जानने से पहले, आइए जानें कि वास्तविकता में इनका क्या अर्थ है।
मौलिक विश्लेषण क्या है?
मौलिक विश्लेषण एक ऐसी रणनीति है जिसका उपयोग उन मूलभूत कारकों की व्यापक जांच के लिए किया जाता है जो किसी कंपनी, उद्योग और संपूर्ण के हित को प्रभावित कर सकते हैं।अर्थव्यवस्था. इस विश्लेषण का उपयोग आकलन करने के लिए किया जाता हैआंतरिक मूल्य वित्तीय, आर्थिक और अन्य कारकों (मात्रात्मक और गुणात्मक दोनों) की गणना करके किसी स्टॉक या शेयर की संभावनाओं को समझने के लिए जहां शेयर का मूल्य मौजूदा बाजार मूल्य से भिन्न होता है।
यदि आप इस विश्लेषण को चुन रहे हैं, तो आपको निष्पादित करना होगा:
- आर्थिक विश्लेषण
- उद्योग विश्लेषण
- कंपनी विश्लेषण
तकनीकी विश्लेषण क्या है?
दूसरी ओर, तकनीकी विश्लेषण, एक पद्धति है जो किसी शेयर या बाजार में सक्रिय शेयर की भविष्य की कीमत की भविष्यवाणी करने में मदद करती है। यह सभी भविष्यवाणी स्टॉक के पिछले प्रदर्शन के आंकड़ों पर आधारित है।
और, इस विशिष्ट उद्देश्य के लिए, स्टॉक के मूल्य परिवर्तन को यह समझने के लिए सुनिश्चित किया जाता है कि आने वाले टेक्निकल एनालिसिस और फंडामेंटल एनालिसिस में क्या अंतर है? दिनों में मूल्य कैसे बदलेगा। यदि तकनीकी विश्लेषण का उपयोग कर रहे हैं, तो तीन सुनहरे नियम हैं जिन्हें आपको ध्यान में रखना होगा, जैसे:
- कीमतोंछूट हर जानकारी जो जनता के लिए उपलब्ध टेक्निकल एनालिसिस और फंडामेंटल एनालिसिस में क्या अंतर है? है
- मूल्य में उतार-चढ़ाव यादृच्छिक नहीं होगा, और तकनीकी उपकरणों की मदद से कीमत के कार्यों के पीछे के रुझान को लागू किया जा सकता है
- मूल्य रुझान खुद को दोहरा सकते हैं
मौलिक विश्लेषण और तकनीकी विश्लेषण के बीच महत्वपूर्ण अंतर:
आप बुनियादी विश्लेषण और तकनीकी विश्लेषण के अंतर को आसानी से निकाल सकते हैंआधार नीचे दिए गए औचित्य के बारे में:
मौलिक विश्लेषण सुरक्षा का आकलन करने का टेक्निकल एनालिसिस और फंडामेंटल एनालिसिस में क्या अंतर है? एक तरीका है जिससे दीर्घकालिक निवेश के अवसरों के लिए इसके आंतरिक मूल्य को समझा जा सके। इसके विपरीत, तकनीकी विश्लेषण वर्तमान के साथ-साथ पिछली कीमत और लेन-देन की मात्रा के आधार पर सुरक्षा की भविष्य की कीमत का मूल्यांकन और भविष्यवाणी करने का एक तरीका है। यह भी यह समझने का टेक्निकल एनालिसिस और फंडामेंटल एनालिसिस में क्या अंतर है? एक महत्वपूर्ण तरीका है कि भविष्य में स्टॉक कैसे काम करेगा।
शॉर्ट टर्म ट्रेडों के लिए उपयोग किए जाने वाले तकनीकी विश्लेषण की तुलना में, मौलिक विश्लेषण स्टॉक का विश्लेषण करने के लिए अधिक विस्तारित अवधि का उपयोग करता है। इस प्रकार, यह रणनीति ऐसे निवेशकों द्वारा एकीकृत की जाती है जो उन शेयरों में निवेश करना चाहते हैं जिनकी कुछ वर्षों में वृद्धि हुई मूल्य होने की अधिक संभावना है।
1.3 – मुझे टेक्निकल एनालिसिस आती है, फंडामेंटल एनालिसिस समझने की क्या जरुरत है?
टेक्निकल एनालिसिस आपको छोटे फ़ायदे दिलाती है। ये आपको बाज़ार में एंट्री और एग्ज़िट का सही समय बताती है। लेकिन ये सम्पत्ति बढ़ाने का सही तरीका नहीं है। आप अमीर तभी बन सकते हैं जब आप अच्छा लांग टर्म निवेश करें। वैसे अच्छा ये होगा कि आप टेक्निकल ऐनालिसिस और फ़ंडामेंटल ऐनालिसिस दोनों टेक्निकल एनालिसिस और फंडामेंटल एनालिसिस में क्या अंतर है? को इस्तेमाल करें। इसे समझने के लिए एक बार फिर से आयशर मोटर्स के चार्ट पर नज़र टेक्निकल एनालिसिस और फंडामेंटल एनालिसिस में क्या अंतर है? डालते हैं।
मान लीजिए एक निवेशक आयशर मोटर्स को फंडामेंटल तौर पर मजबूत शेयर मानकर उस में निवेश करता है। उसने 2006 में कंपनी के शेयर में पैसे लगाए , जैसा कि आप चार्ट में देख सकते टेक्निकल एनालिसिस और फंडामेंटल एनालिसिस में क्या अंतर है? हैं कि 2006 से 2010 के बीच में स्टॉक ने कोई खास पैसे नहीं बनाए। शेयर में तेजी 2010 के बाद ही शुरू हुई। इसका यह भी मतलब हुआ कि फंडामेंटल एनालिसिस के आधार पर किए गए इस निवेश में आयशर मोटर्स ने निवेशक को अच्छा रिटर्न नहीं दिया। 2006 से 2010 के बीच इस निवेशक ने अगर छोटे-छोटे ट्रेड किए होते तो उसको ज्यादा फायदा हो सकता टेक्निकल एनालिसिस और फंडामेंटल एनालिसिस में क्या अंतर है? था। टेक्निकल एनालिसिस इस तरह के छोटे सौदों के लिए फायदेमंद होता है । इसीलिए आपको टेक्निकल एनालिसिस और फंडामेंटल एनालिसिस का इस्तेमाल साथ – साथ करना चाहिए। इसी पर आधारित है पैसे निवेश करने की एक महत्वपूर्ण रणनीति जिसको कोर सैटेलाइट स्ट्रैटेजी ( The Core Satellite Strategy ) कहते हैं।
1.4 फंडामेंटल एनालिसिस के टूल्स यानी उपकरण
फंडामेंटल एनालिसिस के लिए इस्तेमाल की जाने वाले टूल्स बहुत ही साधारण होते हैं जो कि सबके लिए मुफ्त में उपलब्ध हैं। इसके लिए आपको चाहिए :
- कंपनी की वार्षिक रिपोर्ट – टेक्निकल एनालिसिस और फंडामेंटल एनालिसिस में क्या अंतर है? फंडामेंटल एनालिसिस के लिए आपको जो भी सूचनाएं चाहिए वह कंपनी की एनुअल रिपोर्ट यानी वार्षिक रिपोर्ट में होती हैं आप इसे कंपनी के वेबसाइट से डाउनलोड कर सकते हैं।
- इंडस्ट्री से जुड़ा डेटा – यह जानने के लिए कि कंपनी कैसा काम कर रही है आपको इंडस्ट्री से जुड़ा हुआ डेटा भी चाहिए। यह डेटा भी मुफ्त उपलब्ध होता है। इसके लिए आपको उस इंडस्ट्री एसोसिएशन यानी संगठन की वेबसाइट पर जाना होता है।
- समाचार या खबरों पर नज़र – हर दिन की खबर आपको कंपनी के बारे में , इंडस्ट्री के बारे में और अर्थव्यवस्था के बारे में जानकारी देती रहती है। एक अच्छा समाचार पत्र या न्यूज़ चैनल आपके लिए काम आ सकता है।
- माइक्रोसॉफ्ट एक्सेल ( MS Excel ) – हालांकि ये मुफ्त नहीं है लेकिन यह आपके फंडामेंटल एनालिसिस की गणनाओं के लिए काफी जरूरी है।
Accounting Knowledge की जरुरत के आधार पर
Fundamental analysis की स्टडी के लिए आपको एकाउंटिंग की knowledge की आवश्यकता जरुरी होता है,
जबकि technical analysis की स्टडी के लिए , आपको एकाउंटिंग की नहीं बल्कि सिंपल मैथ के knowledge की आवश्यकता होती है, और चार्ट पर दिखाए जाने वाले संकेतो को समझना होता है,
Investing Purpose और Time Period के आधार पर
Fundamental analysis की स्टडी का Main purpose किसी स्टॉक में लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट के लिए किया जाता है,
जबकि technical analysis की स्टडी का Main Purpose किसी स्टॉक में शोर्ट टर्म में प्रॉफिट कमाने के लिए किया जाता है,
स्टडी की Easiness के आधार पर
Fundamental analysis की स्टडी के लिए आपको एकाउंटिंग के साथ साथ Economics दोनों की अच्छी knowledge के साथ प्रोडक्ट और मैनेजमेंट तथा पॉलिटिक्स और गवर्नमेंट पोलिसी की जानकारी रखने की जरुरत पड़ती है,
और इसलिए Fundamental analysis काफी डिटेल्ड और ब्रॉड स्टडी है,
जबकि technical analysis की स्टडी में आपको स्टॉक के पिछले प्राइस डाटा को समझना होता है, और किसी स्टॉक के पिछले डाटा में आपको कुछ मैथ और स्टेटिस्टिक्स कैलकुलेशन को समझते हुए चार्ट पर जो भी ट्रेंड बन रहा है, उसकी स्टडी करनी होती है,
टेक्निकल एनालिसिस-
यह फंडामेंटल एनालिसिस से काफी अलग है टेक्निकल टेक्निकल एनालिसिस और फंडामेंटल एनालिसिस में क्या अंतर है? एनालिसिस में इन्वेस्टर/ट्रेडर को मौका तलाश करना होता है की मार्किट इस समय किधर जा रही है. मार्किट क्या चाहती है? टेक्निकल एनालिसिस की तकनीक को मार्किट में सभी इन्वेस्टर/ट्रेडर पसंद करते हुए ट्रेड करते है. शेयर मार्किट में (chart/graph) को देख के ही सभी ट्रेडर/इन्वेस्टर की पसंद को पता कर सकते है.
जब चार्ट में कोई pattern बनता है तब उस pattern को देखकर मार्किट का संकेत को समझ सकते है. टेक्निकल एनालिस्ट (Technical Analyst) का काम ये होता है कि वो इस पैटर्न को समझे और अपना नजरिया बनाए. (Technical analysis kya hai? What is Technical analysis in Hindi)
टेक्निकल एनालिसिस पर कितना भरोसा कर सकते है?
जितने भी नय ट्रेडर होते है उनको लगता है की टेक्निकल एनालिसिस से आधिक रूपए कमाएंगे. लेकिन सच्चाई ये है ना तो इसे करना इतना आसान है और ना ही कम समय में अधिक पैसा कमाने का रास्ता है. यह बात ठीक है यदि टेक्निकल टेक्निकल एनालिसिस और फंडामेंटल एनालिसिस में क्या अंतर है? एनालिसिस को ठीक से समझ कर किया जाए तो इससे कम समय में भी बढ़ा मुनाफा कमा सकते है लेकिन इसे सिखने के लिए अधिक महनत करनी होगी.
यदि technical analysis की मदद से कम समय में अधिक पैसा कमाया जा सकता है तो इसी से अधिक नुक्सान भी हो जाता है क्योकि मार्किट में अधिक पैसा डुबाने के बाद आमतौर पर नुकसान का सारा इल्जाम टेक्निकल एनालिसिस पर डाल देते है. वो लोग ट्रेडर की गलती को नहीं देखते है.
टेक्निकल एनालिसिस के दोवारा ट्रेड लेने से पहले अपनी उम्मीद को रखे और अच्छे से समझ कर ट्रेडिंग करे.( Technical analysis kya hai? Technical analysis book in hindi pdf download)
टेक्निकल एनालिसिस और फंडामेंटल एनालिसिस में क्या अंतर है?
- ट्रेड (Trader)- टेक्निकल एनालिसिस का सबसे अच्छा उपयोग है- short term सौदा करने के लिए. क्योकि (TA) टेक्निकल एनालिसिस long term investment के लिए ठीक नहीं है.
- लॉन्ग टर्म के लिए इन्वेस्टर को फंडामेंटल एनालिसिस का उपयोग करना सही है. यदि आप फंडामेंटल एनालिसिस की मदद से इन्वेस्ट करते हो तो खरीदने का सही समय (entry point) और निकलने के सही समय (exit point) के लिए टेक्निकल एनालिसिस की मदद ले सकते है.
- प्रतेक सौदे से मुनाफा- Technical analysis के दोवारा की गय सौदे कम समय के लिए होते है. इसलिए अधिक मुनाफे पाने की उम्मीद ना करे. TA में तभी अच्छा मुनाफा कमा सकते है जब आप बार-बार छोटे-छोटे सौदे (trade) करे और अच्छा मुनाफा कमाए.
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 335