ये था टेरा का काम
टेरा एक पब्लिक ब्लॉकचेन प्रोटोकॉल है, जो एक ऐसा स्टेबलकॉइन्स डिसेंट्रलाइज्ड एल्गोरिदम चलाता है, जोकि यूएस डॉलर और यूरो जैसी करेंसियों के प्राइस की मूवमेंट को ट्रैक करता है. इसमें यूएस डॉलर से लिंक टेरा यूएसडी (TerraUSD) और लूना (Luna) जैसे टोकन शामिल हैं.
IQ Option – Trading Platform
IQ Option प्लैटफॉर्म ग्राहकों को 500+ क्या मुझे डॉलर में निवेश करना चाहिए? असेट्स को ट्रेड करने का अवसर प्रदान करता है: मुद्राओं, सूचकांकों, वस्तुओं और शेयरों सहित। IQ Option के साथ, सोना के शेयरों और कई अन्य असेट्स को एक ही प्लैटफॉर्म पर ट्रेड किया जा सकता है।
करेंसी ट्रेड करें:
- करेंसी का व्यापक विकल्प;
- ऋणात्मक शेष संरक्षण;
- अपने पोजीशन को ऑटो क्लोज करें;
स्टॉक्स ट्रेड करें:
- दुनिया की सबसे लोकप्रिय कंपनियां अब आपकी पहुंच तक;
- ऐप के अंदर कॉर्पोरेट समाचार और घोषणाएं;
कमोडिटी ट्रेड करें:
- असेट्स का व्यापक विकल्प;
- सोना, चांदी, तेल सब एक प्लैटफॉर्म पर;
- मुद्राओं और शेयरों के विकल्प के रूप में अच्छा है।
इन्डिसीज़ ट्रेड करें:
- लंबी अवधि के निवेश के लिए बेहतर;
- जोखिमों का विविधीकरण;
- समग्र अर्थव्यवस्था के बारे में अपडेट।
क्रिप्टोकरेंसी Terra Luna का टूटना, सपनों का बिखरना और नए निवेशकों के लिए जरूरी सीख
पिछले सप्ताह टेरा क्रिप्टोकरेंसी बुरी तरह से गिरी और इसने दुनियाभर के निवेशकों के लगभग 40 बिलियन डॉलर (31 खरब रुपये) देखते ही देखते खाक हो गए.
पिछले सप्ताह टेरा क्रिप्टोकरेंसी बुरी तरह से गिरी और इसने दुनियाभर के निवेशकों के लगभग 40 बिलियन डॉलर (31 खरब रुपये) दे . अधिक पढ़ें
- News18Hindi
- Last Updated : May 17, 2022, 13:44 IST
नई दिल्ली. क्रिप्टोकरेंसी में निवेश इस दिनों काफी फैशन में है. किसी समय पहते तक कुछ हजार में मिलने वाली करेंसी बिटकॉइन की कीमत आज कई लाखों में है. बिटकॉइन तो सबसे बड़ी ब्लू चिप क्रिप्टोकरेंसी है, लेकिन उसके बाद नंबर 2, नंबर 3 और ऐसी ही अन्य करेंसीज़ भी भारत में काफी पॉपुलर हैं. यही वजह है कि भारत में कई करोड़ों रुपये का निवेश क्रिप्टो एसेट्स में है. हालांकि भारतीय रिजर्व बैंक इसे अर्थव्यवस्था के लिए खतरा मानता है.
आज हम बात कर रहे हैं टेरा (Terra) की. पिछले सप्ताह टेरा क्रिप्टोकरेंसी बुरी तरह से गिरी और इसने दुनियाभर के निवेशकों के लगभग 40 बिलियन डॉलर (31 खरब रुपये) देखते ही देखते खाक हो गए. जिन्होंने टेरा में पैसा लगाया था, उनके सपने भी इसी आग के साथ मिट्टी में मिल गए. अब उन्हें कोई उम्मीद नहीं है कि वे अपना पैसा कभी रिकवर कर पाएंगे.
Cryptocurrency में मिलता है तगड़ा रिटर्न, लेकिन कैसे करना है Bitcoin, इथीरियम जैसी करेंसी में निवेश और किन बातों का रखना है ध्यान, क्या मुझे डॉलर में निवेश करना चाहिए? जानिए पूरी बात
फाइनेंशियल मार्केट में अभी Cryptocurrency सबके सिर चढ़कर बोल रहा है. सरकार भी इसे रेग्युलेट करने की पूरी तैयारी में जुटी है. क्रिप्टोकरेंसी के प्रति दीवानगी का सबसे बड़ा कारण है इससे होने वाली मोटी क्या मुझे डॉलर में निवेश करना चाहिए? कमाई. दुनिया के बड़े-बड़े उद्योगपति जैसे जैक डोर्सी, एलन मस्क इसका खुलकर समर्थन कर रहे हैं.
यही वजह है कि रिटेल इन्वेस्टर्स क्रिप्टोकरेंसी में बड़े पैमाने पर निवेश कर रहे हैं. पिछले कुछ दिनों से क्रिप्टोकरेंसी में गिरावट जरूर है, लेकिन जानकारों का कहना है कि डिमांड और इंट्रेस्ट बढ़ने के कारण एकबार फिर से इसमें तेजी आएगी. अपने देश में इस समय इस बात पर चर्चा है कि क्रिप्टोकरेंसी को असेट का दर्जा दिया जाए और उसी आधार पर टैक्स और इन्वेस्टमेंट संबंधी नियमन तय किए जाएं. ऐसे में अगर आप भी डिजिटल असेट में निवेश के बारे में सोच रहे हैं तो कुछ बातों को ध्यान में रखना बेहद जरूरी है.
सबसे पहले सही Crypto Exchange की करें पहचान
जैसा कि हम जानते हैं इस समय अपने देश में क्रिप्टोकरेंसी रेग्युलेटेड नहीं है. हालांकि, कई सारे क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज हैं जिनकी मदद से इसमें निवेश किया जा सकता है. ऐसे में निवेशक के तौर पर सबसे पहली चुनौती सही क्रिप्टो एक्सचेंज की पहचान करना है. WazirX, CoinDCX और CoinSwitch Kuber इस समय सबसे पॉप्युलर क्रिप्टो एक्सचेंज हैं. इन प्लैटफॉर्म्स को यूजर्स के हिसाब से काफी फ्रेंडली बनाया गया है जिससे कोई भी निवेशक आसानी से निवेश कर सके.
क्रिप्टो एक्सचेंज को लेकर फैसला लेने के बाद अपने लिए सही तरीके से अकाउंट तैयार करना काफी जरूरी है. यह काफी सिक्यॉर्ड होना चाहिए. अलग-अलग क्रिप्टो एक्सचेंज पर लॉगिन संबंधी तमाम जानकारियां उपलब्ध हैं. यह बैंक अकाउंट खुलवाने जैसा है जिसमें ऑनलाइन कई डॉक्युमेंट जमा करने होते हैं और आपका अकाउंट ओपन हो जाता है.
बैंक अकाउंट से कनेक्ट कर ट्रांजैक्शन को आसान बनाएं
किसी तरह का ट्रांजैक्शन करने के लिए आपके क्रिप्टो अकाउंट में पैसे की जरूरत होती है. यह काम बैंक अकाउंट की मदद से होता है. यहां पर सावधानी बरतने की जरूरत होती है, क्योंकि आपको क्रिप्टो अकाउंट में पैसे जमा करने के साथ-साथ पैसे निकासी के बारे में सही और पूरी जानकारी होनी चाहिए.
इतनी प्रक्रिया पूरी होने के बाद आपको अपने लिए सही डिजिटल करेंसी की पहचान करनी होगी. बिटक्वॉइन, इथीरियम, Cardano, Binance Coin, Tether, XRP जैसी करेंसी में आसानी से निवेश किया जा सकता है. जानकारों की सलाह होती है कि निवेशकों को वैल्यु करेंसी में निवेश करना चाहिए. यहां वोलाटिलिटी कम होती है और आपका निवेश ज्यादा सुरक्षित माना जाता है. इस समय पूरी दुनिया में 5000 क्या मुझे डॉलर में निवेश करना चाहिए? से भी ज्यादा डिजिटल करेंसी है. ऐसे में किसी करेंसी में निवेश से पहले उसके बारे सारी जानकारी जरूर इकट्ठा कर लें. क्रिप्टो अकाउंट हैक भी किया जा सकता है, इसलिए इसे सुरक्षित रखें.
Mutual Funds: म्यूचुअल फंड से निकालने जा रहे हैं पैसे तो पहले जान लें ये जरूरी बातें, फायदे में रहेंगे
By: abp news | Updated at : 31 Oct क्या मुझे डॉलर में निवेश करना चाहिए? 2021 09:52 PM (IST)
Mutual Fund: म्यूचुअल फंड एक लोकप्रिय निवेश क्या मुझे डॉलर में निवेश करना चाहिए? ऑप्शन बनता जा रहा है. खासकर म्यूचुअल फंड में सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (एसआईपी) के जरिए लोग निवेश करना अधिक पसंद कर रहे हैं. एसआईपी के जरिए वह लोग भी निवेश कर बड़ा फंड बना सकते हैं जो कि कम उम्र में वित्तीय प्लानिंग नहीं कर पाए. अक्सर देखा गया है कि जब अच्छा रिटर्न मिलता है तो निवेशक प्रोफिट बुकिंग (मुनाफा निकालना) और बाजार से बाहर निकलने के बारे में सोचने लगते हैं. आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि अगर आप म्यूचुअल फंड से पैसा निकालना चाहते हैं तो आपको किन बातों पर ध्यान देना चाहिए.
वित्तीय लक्ष्य
म्यूचुअल फंड से पैसा निकालते वक्त यह कि आपने जिस वित्तीय लक्ष्य के लिए पैसा लगाया था वह पूरा हुआ या नहीं. अगर आपके वित्तीय लक्ष्य पूरा नहीं हुआ है तो आपको म्यूचुअल फंड से पैसा निकालने से बचना चाहिए.
स्टार्टअप में 36 अरब डॉलर का हुआ निवेश, बीते साल से इतने अरब डॉलर ज्यादा हुआ इंवेस्टमेंट
2021 में स्टार्टअप क्षेत्र में 1,000 से अधिक सौदे हुए हैं। (फोटो सोर्स: फाइनेंशियल एक्सप्रेस)
देश के स्टार्टअप के लिए परिस्थिति काफी अच्छी हुई है जिसके चलते निवेशक काफी रुचि दिखा रहे हैं, यहीं वजह है कि ऐसी इकाइयों में निवेश तेजी से बढ़ रहा है। उद्योग एवं आंतरिक व्यापार संवर्द्धन विभाग (डीपीआईआईटी) के सचिव अनुराग जैन ने शनिवार यह बात कही। जैन ने कहा कि स्टार्टअप इकाइयों में सालाना निवेश 11 अरब डॉलर से बढ़कर 36 अरब डॉलर पर पहुंच गया है।
उन्होंने कहा कि देश में दुनियाभर क्या मुझे डॉलर में निवेश करना चाहिए? से स्टार्टअप में आने वाले निवेश चार प्रतिशत से बढ़कर छह प्रतिशत हो गया है। इसमें घरेलू निवेश भी शामिल है। जैन ने यहां राष्ट्रीय स्टार्टअप पुरस्कार समारोह में कहा, ‘‘देश में स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र में निवेशक काफी रुचि दिखा रहे हैं। पिछले एक साल के दौरान स्टार्टअप कंपनियों में निवेश 11 अरब डॉलर से बढ़कर 36 अरब डॉलर पर पहुंच गया है।’’
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 837