3. कंपनी के नाम पर क्लिक करने के साथ ही उस कंपनी के शेयर की जानकारी और साथ ही buy/sell दोनों का आप्शन मिल जाएगा.
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How to Buy and Sell Stocks Online - In hindi
आजकल स्टॉक ब्रोकरेज कंपनियों के बहुत सारे एप आ गए हैं, जिनके द्वारा आप बहुत आसानी से ऑनलाइन शेयर खरीद-बेच सकते हैं।आप चाहें तो अपने ब्रोकर को फोन के द्वारा भी शेयर खरीदने या बेचने का ऑर्डर भी दे सकते हैं। इस आर्टिकल के द्वारा आप How to Buy and sell Stocks Online के बारे में विस्तार से जानेगे।
जब लोग ऑनलाइन शेयर खरीदने के बारे में सोचते है, तो ज्यादातर यह सोचते है कि क्या वो online stocks खरीद तथा बेच पायगे? उनका सोचना सही भी है, क्योंकि वो आसानी से online stocks खरीदना तथा बेचना सीख सकते है।
ऑनलाइन शेयर खरीदना तथा बेचना काफी आसान है। इसके लिए आपको किसी stock broker के यहां Demat account खुलवाना पड़ेगा। Demat account किसी भी full-service stock broker अथवा Discount stock broker के यहाँ खुलवा सकते है।
How to stock exchange operates? शेयर के खरीद तथा बिक्री के दाम कैसे तय होते है ?
किसी भी वक्त बाजार में एक ही कम्पनी के शेयर के कई खरीददार होते है। उदाहरण स्वरूप आपने इंफोसिस के बीस शेयर 900 रूपये में खरीदने का फैसला किया और उसी समय दो अनजाने लोगों ने अपने 10-10 शेयर बेचने का फैसला किया। ऐसे में कम्प्यूटर सिस्टम खुद ब खुद एक खरीददार तथा दो बेचने वालों को मैच कर देगा। ताकि कारोबार पूरा हो सके।
आर्डर मैचिंग, कीमत तथा समय की प्राथमिकता के मुताबिक होता है। लिहाजा जब बाजार में किसी stock के ट्रेडिंग कैसे बेचें ज्यादा खरीददार होंगे, तो उसकी कीमत ऊपर जाएगी तथा जब बेचने वालों की संख्या ज्यादा होगी तो शेयर की कीमत कम होगी।
तब क्या होगा जब आप किसी stock को खरीदना चाहते हो और कोई बेच नहीं रहा हो अगर आपके आर्डर को मैच नहीं मिलता तो वो सिस्टम में रहेगा और जब तक नया आर्डर मैच नहीं होता या आर्डर कैंसिल नहीं होता तब तक पूरे बाजार में डिस्प्ले होता रहेगा।
आप जो शेयर खरीदोगे वो तुरंत ही आपके demat account में नहीं दिखायी देगे। क्योंकि stock exchange (NSE BSE ) T-2 बेसिस पर रोलिंग सेटलमेंट करता है। यानि आपने बुधवार को लेनदेन किया तो वो दो दिन बाद पूरा होगा।
मान लो यदि आप दो सौ रूपये कीमत से किसी कम्पनी के 100 शेयर खरीदते है। तो आपको अपने ब्रोकर को बीस हजार रूपये बृहस्पतिवार तक देने होंगे, और उसके बाद ब्रोकर को तीसरे दिन यानि शुक्रवार तक stock exchange के पैसे देने होंगे, ताकि सौदा पूरा हो सके और आपके खरीदे हुए शेयर तीसरे दिन आपके demat account में दिखायी देने लगेंगे
Stocks के buy तथा sell के आर्डर कैसे पूरे होते है ?
जैसे ही कोई investor आर्डर सिस्टम में डालता है तो सबसे पहले उस आर्डर को एक यूनिक नम्बर दिया जाता है। साथ ही इस आर्डर को time stamping भी किया जाता है। यानि किस समय पर ये सिस्टम में आया। इसके बाद तुरंत ही इस execution के लिए भेज दिया जाता है।
कई बार ऐसा होता है कि price तथा time की वजह से वह आर्डर execute नहीं हो पाता, तब उसे unexecuted आर्डर बुक में भेजा जाता है। ये सारे आर्डर जो unexecuted आर्डर बुक में एकत्र होते है, उस आर्डर बुक को प्राइस तथा टाइम की प्रायोरिटी पे सिस्टम में लेकर जाते है।
प्राइस प्रायोरिटी से मतलब यह है कि अगर दो आर्डर एक ही टाइम पर सिस्टम में आते है , तब जिस आर्डर का भाव ज्यादा है, उसे पहले execute किया जाता है। अगर दो आर्डर अलग -अलग भाव पर आये है पर एक ही समय पर आये है। तब उसमे ज्यादा भाव वाले आर्डर को पहले execute किया जायेगा।
ट्रेड एक्सेक्यूसन-Trade execution
Trade execution के समय पर सब buy तथा sell के आर्डर best buy तथा best sell आर्डर की प्राथमिकता से रखे जाते है। best buy तथा best sell की प्राथमिकता से मतलब है कि buying के आर्डर के लिए seller के नजरिये से तथा selling के आर्डर के लिए buyer के नजरिये से भाव तय होते है। यानि की best buy आर्डर की कीमत सबसे ज्यादा होगी क्योकि सामने जो seller है। उसे अपने शेयर सबसे ज्यादा कीमत पर बेचने है।
उसी तरह best sell आर्डर सबसे कम कीमत का होगा क्योंकि सामने जो buyer है। उसे सबसे कम कीमत पर शेयर खरीदने है। इस तरह ये आर्डर मिलाए जाते है और trade execute किये जाते है। उम्मीद है, अब आप How to Buy and sell Stocks Online अच्छे से सीख गये होगें ?
आप निम्नलिखित बुक्स को पढ़कर क्रिप्टोकरेंसी में ट्रेडिंग करना सीख सकते हैं। साथ ही ट्रेडिंग में होने वाले नुकसान से भी बच सकते हैं। इन किताबों की आप Shop now पर क्लिक करके बड़ी आसानी से खरीदकर पढ़ सकते हैं और एक प्रोफेशनल ट्रेडर बन सकते हैं। साथ ही आप 'द इंटेलिजेंट इन्वेस्टर बुक को पढ़कर एक सफल निवेशक बन सकते हैं।
शेयर कैसे खरीदे और बेचे जाते हैं? जानिए कैसे करते हैं शेयर मार्केट में इंवेस्ट?
हेलो दोस्तों ! आज के समय में हर कोई जल्दी पैसे कमाना चाहता है, लेकिन पैसे कमाना इतना भी आसान नहीं है. ऐसे में शेयर मार्केट एक ऐसी जगह है जहाँ से आप अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं. लेकिन शेयर्स में पैसा लगाने से पहले आपको इस बारे में जानकारी होना बहुत जरुरी है कि शेयर में पैसा कैसे लगाया जाता है? या शेयर कैसे ख़रीदे और बेचे जाते हैं? या शेयर मार्केट में इन्वेस्टमेंट कैसे किया जाता है? यदि आप भी इस बारे में नहीं जानते हैं तो चलिए हम आपको इसकी जानकारी विस्तार से दे देते हैं.
सबसे पहले जानते हैं शेयर क्या है?
‘शेयर यानि हिस्सा’, इस शब्द से ही आपको यह समझ आ गया होगा कि शेयर यानि हिस्सा होता है. जैसे आप यदि किसी कंपनी का शेयर खरीदते हैं तो इसका मतलब है कि उस कंपनी में आपका हिस्सा है. उदाहरण से ट्रेडिंग कैसे बेचें समझे तो मान लीजिए आपने टाटा का कोई शेयर ख़रीदा है. यानि अपने टाटा कंपनी में अपनी हिस्सेदारी खरीदी है. आप इसे पार्टनरशिप भी कह सकते हैं. यानि कंपनी का मुनाफा अपना मुनाफा और कंपनी का नुकसान आपका नुकसान.
Intraday Trading कैसे work करता है :
इंट्राडे ट्रेडिंग उनके लिए है जो सौदा को एक ही दिन के लिए खरीद -बेच करते हैं उन्हें शेयर को होल्ड नहीं करना होता है चाहे फ़ायदा हो या नुकसान वो सौदा को होल्ड नहीं करते है इन्हे जोखिम लेना पसंद होता है।
इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए आपको एक ट्रेडिंग अकाउंट की आवश्यकता होगी जो आप निचे दिए गए ट्रेडिंग कैसे बेचें लिंक के सहारे ट्रेडिंग अकाउंट खोल सकते हैं।
Intraday trading account खोलने के लिए यहाँ क्लिक करें।
जैसा कि नाम से ही मालूम होता है कि यह “एक दिन का सौदा” है यानि को आपको एक दिन के पुरे ट्रेडिंग सेशन में शेयर को ख़रीदा व् बेचा जाता है उसे अगले दिन के लिए होल्ड नहीं किया जाता हैं। SEBI के द्वारा आपको intraday के लिए आपको मार्जिन दिया जाता हैं जिस शेयर आपको खरीदना या बेचना है उसके वैल्यू का आपके पास 25% का बैलेंस होना चाहिए। इंट्राडे ट्रेडिंग का ब्रोकरेज डेलिवरी ट्रेडिंग के मुकाबले कम है
17 Intraday Trading Tips |17 इंट्राडे ट्रेडिंग फार्मूला:
- Highly volatile स्टॉक में Intraday Trading नहीं करना चाहिए। .
- टी ग्रुप (टी २ टी )NSE पर BE ग्रुप में इंट्राडे ट्रेड नहीं होता है इसमें कोई शेयर buy करने पर compulsory delivery लेना पड़ता है।
- मार्किट में अगर आप शार्ट सेल्लिंग करते हैं तो उसे मार्केट क्लोज होने से पहले स्क्वायर ऑफ करना पड़ता है अगर आप square off नहीं कर पाते हैं तो आपको ऑक्शन की प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है। इसमें आपको भारी penalty देना पड़ सकता हैं।
- बाजार के मूड के साथ ट्रेड लें अगर बाजार अपट्रेंड में हो तो long करें ,अगर downtrend में हो तो short करें।
- सही समय का इंतज़ार करे ,जल्दबाज़ी में शेयर न बेचें।
- stop loss का मजबूती के साथ पालन करें।
- इंट्राडे करने से पहले 10 लिक्विड शेयर्स का चयन कर उसपर ग्राफ,RSI ,और भी तकनीकी से स्टडी करें और अपनी योजना बनायें।
- अधिकांशतः लार्ज कैप के शेयर में ही इंट्राडे करें क्योकि उसने ट्रेडिंग जयादा होती हैं।
- ग्राफ का स्टडी 15 ,10 और 5 मिनट के टाइम फ्रेम के ऊपर स्टडी करें की आपका स्टॉक किस पैटर्न पर वर्क करता है ,कहाँ रेजिस्टेंस है कहाँ सपोर्ट लेवल है। स्टॉप लोस्स कहाँ लगाना है।
- प्रॉफिट किस लेवल पर लेना है या कितना प्रतिशत पर सौदा काटना है पलहे से ही निर्धारित करें ,लालच में न पड़ें।
- स्टॉक के खबरों पर विशेष नज़र रक्खे जैसे बोनस , स्प्लिट,डिविडेंट ,रिजल्ट।
- इंट्राडे करते समय योजना के अनुसार कार्य करें इमोशनल न हो धैर्य से काम लें।
- इंट्राडे करते समय सजग रहें और शेयर को वाच करते रहें अगर आपके अनुमान के उल्टा शेयर जा रहा हो तो तुरंत शेयर से निकल जाएँ।
- बाजार के तुरंत खुलने व् बंद होने से 30 मिंट पहले इंट्राडे न करें क्योकि उस समय वोलैटिलिटी बहुत ज्यादा होती है।
- अगर आपके पास होल्डिंग में शेयर पड़ा है तो उससे भी आप इंट्राडे कर सकते है केवल downtrend के समय आप अपना होल्डिंग शेयर बेंच दें और जब वह शेयर और भी निचे गिरकर चला जाये तो आप उसे buy के ले इस तरह आप को शेयर के खरीद व् बेच के बीच के अंतर का आपको फायदा हो जायेगा और शेयर भी आपके पास पड़ा रहेगा।
- इंट्राडे में छोटे प्रॉफिट पर धयान दें ज्यादा के लालच में न पड़े।
- overbought/oversold जोन को देखकर buy और sell करें।
17 Intraday Trading Tips |17 इंट्राडे ट्रेडिंग फार्मूला:
- Highly volatile स्टॉक में Intraday Trading नहीं करना चाहिए। .
- टी ग्रुप (टी २ टी )NSE पर BE ग्रुप में इंट्राडे ट्रेड नहीं होता है इसमें कोई शेयर buy करने पर compulsory delivery लेना पड़ता है।
- मार्किट में अगर आप शार्ट सेल्लिंग करते हैं तो उसे मार्केट क्लोज होने से पहले स्क्वायर ऑफ करना पड़ता है अगर आप square off नहीं कर पाते हैं तो आपको ऑक्शन की प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है। इसमें आपको भारी penalty देना पड़ सकता हैं।
- बाजार के मूड के साथ ट्रेड लें अगर बाजार अपट्रेंड में हो तो long करें ,अगर downtrend में हो तो short करें।
- सही समय का इंतज़ार करे ,जल्दबाज़ी में शेयर न बेचें।
- stop loss का मजबूती के साथ पालन करें।
- इंट्राडे करने से पहले 10 लिक्विड शेयर्स का ट्रेडिंग कैसे बेचें चयन कर उसपर ग्राफ,RSI ,और भी तकनीकी से स्टडी करें और अपनी योजना बनायें।
- अधिकांशतः लार्ज कैप के शेयर में ही इंट्राडे करें क्योकि उसने ट्रेडिंग जयादा होती हैं।
- ग्राफ का स्टडी 15 ,10 और 5 मिनट के टाइम फ्रेम के ऊपर स्टडी करें की आपका स्टॉक किस पैटर्न पर वर्क करता है ,कहाँ रेजिस्टेंस है कहाँ सपोर्ट लेवल है। स्टॉप लोस्स कहाँ लगाना है।
- प्रॉफिट किस लेवल पर लेना है या कितना प्रतिशत पर सौदा काटना है पलहे से ही निर्धारित करें ,लालच में न पड़ें।
- स्टॉक के खबरों पर विशेष नज़र रक्खे जैसे बोनस , स्प्लिट,डिविडेंट ,रिजल्ट।
- इंट्राडे करते समय योजना के अनुसार कार्य करें इमोशनल न हो धैर्य से काम लें।
- इंट्राडे करते समय सजग रहें और शेयर को वाच करते रहें अगर आपके अनुमान के उल्टा शेयर जा रहा हो तो तुरंत शेयर से निकल जाएँ।
- बाजार के तुरंत खुलने व् बंद होने से 30 मिंट पहले इंट्राडे न करें क्योकि उस समय वोलैटिलिटी बहुत ज्यादा होती है।
- अगर आपके पास होल्डिंग में शेयर पड़ा है तो उससे भी आप इंट्राडे कर सकते है केवल downtrend के समय आप अपना होल्डिंग शेयर बेंच दें और जब वह शेयर और भी निचे गिरकर चला जाये तो आप उसे buy के ले इस तरह आप ट्रेडिंग कैसे बेचें को शेयर के खरीद व् बेच के बीच के अंतर का आपको फायदा हो जायेगा और शेयर भी आपके पास पड़ा रहेगा।
- इंट्राडे में छोटे प्रॉफिट पर धयान दें ज्यादा के लालच में न पड़े।
- overbought/oversold जोन को देखकर buy और sell करें।
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